Sharu Ramzaan REVISED

आकार: px
पृष्ठ पर प्रदर्शन शुरू करें:

Download "Sharu Ramzaan REVISED"

प्रतिलिपि

1 रमज़ न क मह न और करन क क म ड टर फरहत ह शम

2 अ ल ह अल ह क न म स क न म स ज बहत म हरब न ज बहत म हरब न नह यत रहम करन व ल ह नह यत रहम करन व ल ह

3 شھ ر رمضان रमज़ न क मह न और करन क क म क़रआन और स नत क र शन म ड टर फरहत ह शम

4 तरत ब अ य य न बर वषय मक़द दम शह रमज़ न ख़श आमद द रमज़ न इ तक़ब ल रमज़ न र हमत क मह न र ज क मह न सहर और इ त र क मह न ब शश क मह न तक़व क मह न स क मह न क़रआन क मह न दआ क मह न ज़ क मह न प ज अ य य न बर वषय ब हम हमदरद क मह न सदक़ व ख़र त क मह न क़य म क मह न रमज़ न और उमर ह रमज़ न और आख़र अशर ह रमज़ न और ऐत क फ़ क स नत रमज़ न और शब क़ र ज क ऐहक म अल वद रमज़ न ईदल फ़तर त ब र त शवव ल क र ज़ प ज

5 मक़द दम अ ल ह त ल न इ स न क बन य और वह इसक र ज़क़ ह -उसन इ स न क ज़ रय त पर करन क लए आसम न स र क़ क स थ स थ हद यत भ उत र और ज़ दग क हर म मल म अपन मख़लक़ क रहनम इ फ़रम ई -ख़ लक़ क यन त न य भ बत य क मन जन व इ स क अपन इब दत क लए पद कय -इस म सद क लए उसन रसल भ ज और उनक ज़ रए इ स न क अपन इब दत क अमल तर क़ सख ए- आख़र पग़ मबर म ह मद ﷺ क ज़ रए द न क मक मल न ﷺकय -आप ज़ दग क व ह व इब द त ह य म मल त इन सब म ब हतर न मय र क़ इम करक दख य -इब द त म नम ज़, र ज़, हज और ज़क त क अद यग क फ़ज़ क दज दय गय - नम ज़ र ज़ न क इब दत ह जब क र ज़ स ल न इब दत ह जस क लए अ ल ह त ल न रमज़ न क मब रक मह न क इ तख़ ब कय और उस दसर मह न पर फ़ज़ लत ब श - रमज़ न क इस फ़ज़ लत और एह मयतक उज गर करन क लए य कत ब लख गई ह त क इस म ह म शऊर इब दत क ज़ रए इसक र हमत और बरकत स भरपर इ तफ़ द कय ज सक - अ ल ह बज़ग बरतर स दआ ह क व रमज़ न म ख़लस नयत क स थ कसरत स न कय करन और बर इय स बचन क त फ़ क़ अत फ़रम ए और तक़ ब इल ल ह क र त क तम म अ द न और ब न क वट क दर करद और इस क शश क अपन लए ख़ लस करल,और उन तम म ल ग क ज ह न इस क तय र म कस भ तरह स मदद क उ ह अजर अज़ म अत फ़रम ए, उस आ ख़रत म क मय ब क ज़ रय बन द और उस पढ़न व ल क लए फ़ यद म द बन द -आम न रमज़ न क क़ मत घ ड़य स भर पर फ यद उठ न क लए र हनम कत ब ख़द प ढ़ए और दसर क भ बत ईए फ़रहत ह शम १अगसट२०११ २९ श ब न १४३२ह 1

6 " रमज़ न व मह न ह जस म क़रआन न ज़ल कय गय ह ज इ स न क लए हद यत ह और एस व ज़ह त ल म त पर म त मल ह ज र ह र त दख न व ल और हक़ व ब तल क फ़रक़ ख लकर रख द न व ल ह पस ज क ई तम म स इस मह न क प ए उसक ल ज़म ह क इस मह न क र ज़ रख और ज क इ मर ज़ ह य सफ़र पर ह त व दसर दन म र ज़ क त द द पर कर - अ ल ह त ह र लए आस न च हत ह,स त करन नह च हत और य क तम र ज़ क त द द पर कर और जस हद यत स अ ल ह न त ह नव ज़ ह उस पर उसक बङ ई बय न कर त क तम श गज़ र बन -

7 श ब न क च द तल ह त ह रमज़ न क ख़ ब आन लगत ह - दल म ख़श क जज़ब त श ब न क च द तल ह त ह रमज़ न क ख़ ब आन लगत ह - दल म ख़श क जज़ब त उम डन लगत ह और ऐस य न ह एक म अ ज़ज़ म हम न क आमद आमद ह ज सब क उम डन लगत ह और ऐस य न ह एक म अ ज़ज़ म हम न क आमद आमद ह ज सब क लए र हमत,बकत और स दत क ख़ज़ न लए रह ह - कतन ह ल ग ह ज हम र स थ लए र हमत,बकत और स दत क ख़ज़ न लए आ रह ह - कतन ह ल ग ह ज हम र स थ ग ज़ त रमज़ न म इब दत कर रह थ मगर! आज व द नय म म जद नह...आज व ग ज़ त रमज़ न म इब दत कर रह थ मगर! आज व द नय म म जद नह...आज व मस जद म नह.क़ब र त न म ह... मस जद म नह.क़ब र त न म ह... कतन ह ल ग ह ज ज म न य ज़ हन ब म र,बढ़ प य कस और उ क वजह स र ज़ कतन ह ल ग ह ज ज म न य ज़ हन ब म र,बढ़ प य कस और उ क वजह स र ज़ रखन स आ जज़ ﷺ ह-पस व ख़श नस ब ज ह इस रमज़ न स फ़ यद क म क़ मल रह ह उ ह रखन स आ जज़ ह-पस व ख़श नस ब ज ह इस रमज़ न स फ़ यद क म क़ मल रह ह उ ह च हए क पर म ह बत स रमज़ न क ख़श आमद द कह,न क क तम म म क़ स ख़ब फ़ यद च हए क पर म ह बत स रमज़ न क ख़श आमद द कह,न क क तम म म क़ स ख़ब फ़ यद उठ न क लए पर ज ष स तय र श करद और रमज़ न क आमद क स थ न कय म आग उठ न क लए पर ज ष स तय र श करद और रमज़ न क आमद क स थ न कय म आग बढ़न क पक र पर दल ज न स ल बक कह- बढ़न क पक र पर दल ज न स ल बक कह- नब अकरम न फ़रम य : नब अकरम न फ़रम य : وینادى مناد : یاباغى الخیر! اقبل ویاباغى ال شر! اقصر. اقصر. ویاباغى الش ر! یاباغى الخیر! اقبل ینادى منا د : و "और एक पक रन व ल पक र कर कहत ह :ए न कय क त लब! आग बढ़ और ए बर इय क "और एक पक रन व ल पक र कर कहत ह :ए न कय क त लब! आग बढ़ और ए बर इय क त लब! ब ज़आज त लब! ब ज़आज करन क क म करन क क म ख़श आमद द रमज़ न म ह श ब न क प हल १५ दन म र ज़ रख ख़ स त र स गज़र रमज़ न क क़ज़ र ज़ ल कन म ह श ब न क प हल १५ दन म र ज़ रख ख़ स त र स गज़र रमज़ न क क़ज़ र ज़ ल कन १५ श ब न क ब द रमज़ न क तय र और ज म क त क़त क बह ल रखन क लए र ज़ १५ श ब न क ब द रमज़ न क तय र और ज म क त क़त क बह ल रखन क लए र ज़ न रख- न रख- ऐस कत ब क पढ़ य ल चरज़ सन जन क ब द र ज़ स मत लक़ एहक म त त ज़ ह ज ऐ ऐस कत ब क पढ़ य ल चरज़ सन जन क ब द र ज़ स मत लक़ एहक म त त ज़ ह ज ऐ त क पर आद ब व शर इत क स थ र ज़ रख सक - त क पर आद ब व शर इत क स थ र ज़ रख सक - घर व ल,द त ऐहब ब और हमस य क स थ रमज़ न क ब र म ब हम ग तग करक उ ह ज़हन घर व ल,द त ऐहब ब और हमस य क स थ रमज़ न क ब र म ब हम ग तग करक उ ह ज़हन त र पर रमज़ न क लए तय र कर- त र पर रमज़ न क लए तय र कर- रमज़ न स मत लक़ म लम त, कत ब,क सटस,स ड ज़ ल ग तक पह च ऐ य उ ह त हफ़ द- रमज़ न स मत लक़ म लम त, कत ब,क सटस,स ड ज़ ल ग तक पह च ऐ य उ ह त हफ़ द- घर क सफ़ ई अ छ तरह करल-तम म च ज़ क सह तर क़ स रखल जस क म क द र न घर क सफ़ ई अ छ तरह करल-तम म च ज़ क सह तर क़ स रखल जस क म क द र न क़रआन मज द स न क लए स ड और क सट पल यर,दआओ क कत ब वग़ र - क़रआन मज द स न क लए स ड और क सट पल यर,दआओ क कत ब वग़ र -

8 तम म ज़ र क म जस म ह न र शन,तम म घर व ल,मल ज़म न और ज़र कफ़ लत इफ़र द क लए ईद क कपङ,द त र तद र क लए ईद क तह इफ़ वग़ र क ख़र द र करल त क रमज़ न क इब दत म ख़लल न ह सदक़ व ख़र त क लए रक़म और ज़ र च ज़ अलग करल और इस ब त क भ स चल कस कस क, कतन, य,और कब द न ह - र ज़ न क क म क ल ट बन ल इस तरह इब द त जस क़रआन मज द क तल वत, ह ज़,नव फ़ल ज़,दआ और सदक़ वग़ र क लए एहद फ़(goals) क त यन करन क अल व उन क लए वक़त क म सब ब द भ करल- आस न क लए दन क व त क न च दए हए तर क़ पर तक़स म करल,फ़ स सरज क तल ह न तक नम ज़ फ़, तल वत क़रआन मज द,स ह क अज़क र,मत ल आ द न कत ब क सरज क तल स ज़ हर तक इशर क़ व च त क नव फ़ल,द र य क़रआन स न य करव न, नम ज़ ज़ हर और र ज़ न क क म क ज ज़ हर स असर तक क़ लल व दसर ज़ र क म और नम ज़ असर असर स मग़ रब तक अफ़त र क तय र,श म क अज़क र व दआऐ मग़ रब स इश तक इ त र,नम ज़ मग़ रब,ख न और तर व ह क तय र फर नम ज़ इश और तर व ह क ब द र त क एक ह स आर म,स हर स पहल नव फ़ल,अ तग़फ़ र और स हर क तय र और फर नए दन क आग़ ज़- इस ब त क प क इर द करल क इस म ह म ईम न व ह न तर क़,इ ल क़ ब हतर और न कय म स क़त ल ज न ह और इस रमज़ न क पछल रमज़ न स ब हतर बन न ह - य द रख! क य ग त क च द दन ह ल ह ज़ य द व त इब द त और ब इस अ क म पर लग ऐ मब ह और ज़ त ज़ रय त क क शश पर कम व त लग ऐ ग़ र ज़ र मस फ़य त तरक करद - -

9 इ तक़ब ल रमज़ न दआओ क स थ रमज़ न क च द क च द द खन द खन क ऐहतम म क ऐहतम म कर य कर क आमद य क रमज़ न आमद क रमज़ न फ सल क च द फ द खन सल पर च द ह त द खन ह नब पर अकरम ह त ह नब अकरम न फ़म य : न फ़म य : اذا رایتماذا الھلال رایتم فصوموا الھلال ف واذا صو موا رایتموه واذا رایت فافطروا موه فان غم فافط روا علیكم فان غم فصوموا علیكم ف ثلاثین صو یوما موا (صحیح ثلاثین یو ما مسلم: ٢٥١٤ ) " जब तम(रमज़ न क )च द द ख त र ज़ مسلم: ٢٥١٤ ) रख और जब(शव ल (صحیح क )च द द ख त इ त र कर और अगर " जब तम(रमज़ न क )च द द ख त र ज़ रख आसम न और जब(शव ल क )च द द ख त इ त र कर पर ब दल ह त त स र ज़ पर करल -" और अगर आसम न रमज़ न क इ तक़ब ल ख़श और दआओ क स थ कर और च द द खकर न च लख हई दआऐ म ग- पर ब दल ह त त स र ज़ पर करल -" ا للھم اھللھ علینا بالیمن والایمان والسلامة والاسلام ربى ورب ك الله. (سنن الترمذى: ٣٤٥١ ) रमज़ न क इ तक़ब ल ख़श और दआओ क स थ कर और च द द खकर न च लख हई दआऐ म ग- "य अ ल ह! हम पर यह च द अमन,ईम न,सल मत और इ ल म क स थ तल फ़म,(ऐ च द!)म र और तर اللھم ا ھللھ علینا بالیمن والایمان والسلام ة والاسلام ربى وربك الله. रब अ ल ह ह -" (سنن الترمذى: ٣٤٥١ ) ا اكبر, اللھم اھلھ علینا بالامن والایمان والسلامة والاسلام والتوفیق لما تحب وترضى ربنا ورب ك الله. (الكلم الطیب: ١٦٢) य अ ल ह! हम पर यह च द अमन,ईम न,सल मत और इ ल म क स थ तल फ़म,(ऐ च द!)म र और "अ ल ह सब स बङ ह -ऐ अ ल ह! यह च द हम तर पर अमन,ईम न,सल मत और इ ल म क स थ तल रब अ फ़म ल ह ह -" और इस च ज़ क त फ़ क़ क स थ जसक त पस द करत ह और जस स त र ज़ ह त ह -(ऐ च द!)हम र और तर रब अ ल ह ह -" الله اكبر, اللھم ا ھلھ علینا بالامن والایمان والسلام ة والاسلام والتوفیق لما ت حب وترضى ربنا وربك الله. (الكلم الطیب: ١٦٢) अ ल ह कर हम र यह रमज़ न ग ज़ त तम म रमज़ न स ब हतर ह! आम न "अ ल ह सब स बङ ह -ऐ अ ल ह! यह च द हम पर अमन,ईम न,सल मत और इ ल म क स थ तल फ़म और इस च ज़ क त फ़ क़ क स थ जसक त पस द करत ह और जस स त र ज़ ह त ह -(ऐ च द!)हम र और तर रब अ ल ह ह -" अ ल ह कर हम र यह रमज़ न ग ज़ त तम म रमज़ न स ब हतर ह! आम न

10 र हमत क मह न रमज़ न व मब रक मह न ह, जस म अ ल ह त ल अपन ब द पर ख़ स र हमत और बरकत न ज़ल फ़रम त ह -शय त न क क़ द करक अपन ब द क न क क क म क रग़बत दल त ह त क भल ई क क म करन उ क लए आस न ह ज ऐ - रसल अ ﷺल ह न फ़रम य : اذا كا ن رمضا ن ف تحت ابواب الرحم ة. (صحیح مسلم: ٢٤٩٦ ) " जब रमज़ न क मह न आत ह त र हमत क दरव ज ख ल दए ज त ह-" : एक और रव यत म आत ह क रसल अ ल ह न ﷺ फ़रम य قد جا ءكم رمضان, شھر مبارك, افترض الله علیكم صیامھ, تفت ح فیھ ابوا ب الجنة و تغلق فیھ ابوا ب الجحیم وتغ ل فیھ الشیاطین, فیھ لیلة خی ر من الف شھر, من حرم خیرھا فقد حرم. (مسند احمد,ج: ٧١٤٨ ١٢) " तक़ क़ त ह र प स रमज़ न आय ह -य बरकत व ल मह न ह -अ ल ह त ल न इस क र ज़ तम पर फ़ज़ कए ह-इस म ज नत क दरव ज़ ख ल दए ज त ह और जह नम क दरव ज़ ब द कर दए ज त ह और शय त न जकङ दए ज त ह- इस म एक र त ह ज हज़ र मह न स ब हतर ह -ज इस क बरकत स म ह म रह त तह क़ क़ व म ह म ह रह " करन क क म v अ ल ह क र हमत प न क लए हर अ छ क म जस इब द त,सदक़ ख़र त,दसर क मदद,सल म और म कर हट वग़ र म स क़त ल ज न क क शश कर - v इस दआ क ज़ब न य द करल और स ह व श म पढ़ : یاحي یا قیوم برحم تك استغیث اصلح لى شا نى كلھ ولا ت كل نى الى نف سى طرفة عین. (سنن الكبرى للنساي ى: ١٠٤٠٤) " ऐ ज़ द और क़ इम रहन व ल! तर र हमत क सबब स फ़रय द करत ह क म र सब क म क इ ल ह फ़रम द और पलक झपकन तक क लए भ मझ म र नफ़स क हव ल न कर-"

11 र ज र ज क क मह महन र ज़ इस म ह क ख़सस र ज़ इस म ह क ख़सस इब दत इब दत ह ज श ब न अलमअ ज़म २ हजर म फ़ज़ कय ह ज श ब न अलमअ ज़म २ हजर म फ़ज़ कय ﷺगय नब न अपन ज़ दग म ९ स ल रमज़ नलमब रक क र ज़ रख र ज़ पहल उ मत ﷺगय नब न अपन ज़ दग ९ स ल रमज़ नलमब रक क र ज़ रख र ज़ पहल मत पर भ फ़ज़ थ इस ग़ज़ क लए रमज़ न क मह न उ मत म लम क ह स म आय इरश द पर भ फ़ज़ थ इस ग़ज़ क लए रमज़ न क मह न मत म लम क स आय इरश द ब र त ल ह : ब र त ल ह : ی يها ن ءا م وا ك تب ل ی م لص یام ك تب لى ن من ق ل م لعلكم ت تقون "ऐ ल ग! ज ईम न ल ए ह!तम पर र ज़ इस तरह फ़ज़ कय गए जस तरह तम स पहल "ऐ ल ग! ज ईम न ल ए ह!तम पर र ज़ इस तरह फ़ज़ कय गए जस तरह तम स पहल ल ग पर फ़ज़ कय गए थ त क तम म तक़ बन ज ओ " ल ग पर फ़ज़ कय गए थ त क तम तक़ बन ज ओ " दसर जगह फ़रम य : فمن شہ د م كم لشہ ر فلیصم ه : फ़रम य दसर जगह "पस तम म स ज इस मह न क प ए त च हए क व उसक र ज़ रख "(अल बक़र :185) "पस तम स ज इस मह न क प ए त च हए क व उसक र ज़ रख "(अल बक़र :185) ب ني الا سلام عل خ مس :شھا د ة ا ن لا الھ الا الله وا ن مح مداع بده و ر س ول ھ و اقام ال صلوة و ا یتاءالزكا ة وحج الب ی ت وص وم رمضان ھ واقام بني الا سلام عل خ مس: شھا دة ا ن لا الھ الا الله وا ن مح مداع بده و ر س ول ال صلوة وا یتاءالزكاة وحج الب یت وص وم رمضان हद स स भ र ज़ क फ़ ज़यत स बत ह : रसल अ ﷺल ह न फ़रम य : हद स स भ र ज़ क फ़ ज़यत स बत ह : रसल अ ﷺल ह न फ़रम य : "इ ल म क ब नय द प च च ज़ पर ह :गव ह द न क अ ल ह क सव क ई म बद नह और "इ ल म नय द प च च ज़ पर ह :गव ह द न क ल ह क सव क ई म बद नह और मह मह मद अ ल ह क ब द और उसक रसल मद ल ह क द और उसक रसल ह,नम ज़ क़ इम करन,ज़क त अद करन,बत ह,नम ज़ क़ इम करन,ज़क त अद करन,बत ल ह ल ह क हज करन और रमज़ न क र ज़ रखन "(सह मस लम :113) क हज करन और रमज़ न क र ज़ रखन "(सह मस लम :113) र ज़ फ़ज़ इब दत ह न क स थ स थ ब शम र फ यद क ह मल ह और अजर व सव ब कम न क v र ज़ फ़ज़ इब दत ह न क स थ स थ ब शम र फ यद क ह मल ह और अजर सव ब कम न क ज़ रय भ ह जस क न च द गई हद स स पत चलत ह रय भ ह जस क न च गई हद स पत चलत ह र ज़ ज नत म द ख़ल क ज़ रय ह : अब رضي الله عنھउम म न रसल अ ﷺल ह स ऐस र ज़ ज नत म द ख़ल क ज़ रय ह : अब رضي الله عنھउम म न रसल अ ﷺल ह स ऐस अमल क ब र सव ल कय ज उनह ज नत म द ख़ल कर त आप ﷺ न फ़रम य : अमल क ब र म सव ल कय ज उनह ज नत म द ख़ल कर त आप ﷺ न फ़रम य : عل یك بالص وم فان ھ لامثل ل ھ عل یك بالص وم فان ھ لامثل ل ھ "तम र ज़ क ल ज़म पकड़ल क इस क म नद क ई च ज़ नह ह "(स न नस ई २२२२) "तम र ज़ क ल ज़म पकड़ल क इस क म नद क ई च ज़ नह ह (स न नस ई २२२२)

12 र ज़ द र क लए ज नत म ख स दरव ज़ ह : नब ﷺअकरम न फ़रम य : ا ن في الجن ة با با یقا ل ل ھ ال ریا ن یدعی ی وم ال قیام ة یقا ل ا ین ال صا ي م ون فم ن كانا من ال صا ي م ین دخل ھ وم ن دخل ھ لم یظما ابدا ज नत म एक दरवज़ ह जस र य न कह ज त ह क़य मत क दन पक र ज एग र ज़ रखन व ल कह ह?चन च ज श स र ज़ रखन व ल म स ह ग व इस म स द ख़ल ह ज एग और ज इस म द ख़ल ह गय उस कभ पय स नह लग ग "(स न इ न म ज १६४०) र ज़ आग स बच ओ क ज़ रय ह : नब ﷺअकरम न फ़रम य : ما م ن ع ب دی ص وم ی و ما فی سب یل الله الابع د الله بذلك الی ومو جھ ھ عن النار س بع ین خر یفا "ज श स अ ल ह क र त म एक दन क र ज़ रख ग अ ल ह त ल उस क बदल उस क च हर क आग स स तर स ल क मस फ़त (दर ) पर रख ग " (सह मस लम :2711) र ज़ द र क म ह क बस द: नब ﷺअकरम न फ़रम य : والذی نفسی بیده لخل و ف فم ال صا ي م اطی ب عن دالله م ن ر یح الم سك "क़सम ह उस ज़ त क जसक ह थ म म र ज न ह र ज़ द र क म ह क बस द अ ल ह त ल क मशक क ख़शब स य द पस द द ह ह " (सह बक़ र : 1894) र ज़ क जज़ ख़द अ ल ह त ल दग : रसल अ ﷺल ह न फ़रम य : अ ल ह त ल फ़रम त ह : "इ न आदम क तम म आम ल उसक लए ह सव ए र ज़ क,ब शक व म र लए ह और म ख़द उसक बदल द ग "(सह बक़ र : 1904) य एक बहत बड़ शरफ़ क ब त ह क जह ब क़ इब द त क अजर दस स स त स गन बत य वह र ज़ क अजर म फ़ (छप ) रख गय ह य क हक़ क़त म य ख़द म फ़ इब दत ह र ज़ ढ ल ह : रसल अ ﷺल ह न फ़रम य : " र ज़ आग स ढ ल ह जस तरह लड़ ई म तम म स कस क ढ ल ह त ह "(स न इ न म ज १६३९) य न र ज़ क वजह स इ स न बहत स उन गन ह स बच ज त ह जन क इरतक ब क सरत म जह नम म ज सकत ह ك ل عمل ا بن ا دم ل ھ الا ال صیام فان ھ ل ي وان ا جر ی بھ ال صیام جنةمن النارك جنة احدكم من القتال अब ज़ब न म सय म " बलकल क ज न क कहत ह " शरई ऐतब र स र ज़ इब दत क इर द स ख न प न,मज म अत और दसर र ज़ त ड़ द न व ल च ज़ स सबह स दक़ क तल स सरज क ग़ ब 8

13 तक इजतन ब (बचन ) करन ह मगर य द रह क र ज़ सफ़ ख न प न ह नह बहत स बर आद त क छड़ न क ज़ रय भ ह इस लए हम द खत ह क इम म इ न ज ज़ न र ज़ क त न दज बत ए ह ज़ रत इस ब त क ह क हम अपन ज एज़ ल क हम र र ज़ कस दज क ह 1.आम र ज़ आम र ज़ त य ह क ख़द क प ट भरन और शहवत र न स र क २. ख़ स र ज़ ख़ स र ज़ य ह क नज़र, ज़ब न, ह थ प ऊ, क न और तम म आज़ क गन ह स बच ए ३.ख़ सल ख़ स र ज़ ख़ सल ख़ स र ज़ य ह क दल क रदद य ल त और अ ल ह त ल स दर करन व ल अफ़क र स प क कर करद और उस क य द क सव हर च ज़ स क ज ए ( म ह जल क़ सद न :77) करन क क म *र ज़ एक फ़ज इब दत ह जस ख़ लस नयत क स थ सफ़ अ ल ह क रज़ क लए रख * कस शर ई उ क बग़ र र ज़ हर गज़ न छ ड़ *र ज़ क ब तल करन व ल क म स बच *र ज़ क ह लत म ख़ स त र पर ज़ब न क हफ़ ज़त कर *घर म इब दत क लए एक ख़ स जगह मक़रर करल जह ज़ रत क त म च ज़ म जद ह म लन ज ए नम ज़,क़रआन मज द, ज़ व अज़क र क कत ब वग़ र इस स वक़त क बचत ह ग नब न ﷺअकरम फ़रम य م ن صام رمضا ن ایماناواح تسابا غفرلھ ما تق دم م ن ذنبھ जसन इम न क स थ और सव ब क नयत स रमज़ न क र ज़ रख उसक ग ज़ त ( पछल ) स र गन ह म फ़ कर दय ज त ह (सह बख़ र :38) 9

14 सहर और इ त र क मह न र ज़ न स क अ ल ह क इत अत क प ब द बन त ह ब द अ ल ह क ह म स एक ख़ स व त तक ख न प न छ ड़ द त ह और एक ख़ स वक़त म (सहर ) च ह उसक दल न भ च ह रह ह त अ ल ह क ख़शनद क लए ख त ह ब ज़ औक़ त सहर ख न म न पस द दग क इ ह र कय ज त ह ब ज़ ल ग सहर करत ह नह ब ज़ व त स पहल ह ख ल त ह जबक त ख़ र (द रस ) ख न अ ल क़ नब वत म स ह عن ابی ال درداء رفعھ قال : ثلاث من اخلاق النبوة تعجیلوا الافطار وت اخیروا السحور و وضع الیمین علی ال شمال فی الصلوة (صحیح الجامع الصغیر: ١ ٣٠٣٨ ) "अब दरद رضي الله عنھ स रव यत ह रसल अ ल ह ﷺ न फ़रम य : त न क म अ ल क़ नब वत म स ह इ त र म ज द,सहर म त ख़ र और नम ज़ म द ऐ (ह थ) क ब ऐ पर रखन " सहर क ऐहतम म ज़ र करन च हए : म मन क लए सहर ख न म बरकत ह और सहर ख न नब अकरम ﷺ क स नत ह नब अकरम ﷺ न फरम य : تسحروا فا ن فی السحور بركة (صحیح بخارى: 1923 ) "सहर ख ओ य क सहर म बरकत ह "हज़रत अरब ज़ बन स रय رضي الله عنھ कहत ह मझ रसल अ ल ह ﷺ न रमज़ न म सहर पर बल य और फ़रम य : ھلم الی الغ داء المبار ك (سنن ابى داؤد: ٢٣٤٤ ) "आओ मब रक ख न ख ल " सहर अ ल ह क अत ह : عن عبد اللھبن الحارث عن رجل اصحاب ان النبی ﷺانا رجلا دخل علی النبی ﷺ وھو یتسحر فقال ا ن السحور بركة اعطا كموھا الله فلا تدعوھا (مسند احمد ج: ٣٨ ٢٣١٤٢ ) अबद ल ह बन ह रस رضي الله عنھ नब ﷺ क एक सह ब रव यत करत ह क एक श स नब कर म ﷺ क ख़दमत म ह ज़र हआ जब क नब कर म ﷺ सहर ख रह थ आप ﷺ न फ़रम य य सहर बरकत ह ज अ ल ह न तमह अत फ़रम ई ह इस लए इस मत छ ड़ कर "

15 عن المقدام بن معد یكرب عن النبي ﷺ قال علیكم بغداء السحور فانھ ھو الغداء المبار ك (سنن النساي ى: ٢١٦٦ ) मक़द म बन म द यकरब رضي الله عن स रव यत ह नब ﷺ न फ़रम य :तम ल ग अपन ऊपर सबह क ख न (य न सहर ) ल ज़म कर क व सबह क मब रक ख न ह सहर ज़ र कर अगरच प न क एक घ ट ह प लय ज ए: قال رسول الله ﷺ السحوراكلھ بركة فلا تدعوه ولو ان یجرع احدكم جرعة من ماء (مسند احمد ١١٠٨٦:١٧ ) रसल अ ल ह ﷺ न फ़रम य : "सहर ख न ब इस बरकत ह इस लए इस तक न कय कर व ह प न क एक घ ट ह प लय कर सहर ख न व ल पर र हमत न ज़ल ह त ह :हज़रत इबन उमर رضي الله عنھ स रव यत ह रसल अ ल ह ﷺ न फ़रम य : وملي كتھ یصلون علی المتسحرین (المعجم الاوسط الطبرانى ج: ٦٤٣٠ ٧ ) ا ن الله "यक़ नन अ ल ह और उसक फ़ र त सहर ख न व ल पर द द भ जत ह "य न अ ल ह त ल क तरफ़ स उनपर र हमत और बरकत उतरत ह और फ़ र त उनक लए र हमत और मग़ फ़रत क दआऐ करत ह खजर ब हतर न सहर ह : नब ﷺ न फ़रम य : نعم سحور المو من التمر (سنن ابى داؤد: ٢٣٤٥ ) "खजर म मन क ब हतर न सहर ह "सहर म मत व ज़न ग़ज़ ऐ इ तम ल कर त क दन भर तर त ज़ रह और सह त र पर फ़र इज़ और द गर इब द त अद करसक इ त र क व त ख़श क व त ह : नब ﷺ न फ़रम य : للصاي م فرحتان یفرحھما اذا افطر فرح واذا لقی ربھ فرح بصومھ (صحیح بخارى: ١٩٠٤ ) "र ज़द र क द ख शय ह सल ह त ह एक उस व त जब व इ त र करत ह और दसर जब व अपन रब स मल क़ त कर ग त र ज़ क सव ब द खकर ख़श ह ग इ त र ज द करन मसनन ह :चन च सरज ग़ ब ह त ह र ज़ इ त र करल न च हए रसल अ ल ह ﷺ न फ़रम य : لا یزال الناس بخیر ما عجلوا الفطر)صحیح بخارى: ١٩٥٧ "जब तक ल ग इ त र करन म ज द करत रहग भल ई पर रहग रसल अ ल ह ﷺ न फ़रम य : اذا كان احدكم صاي ما فلیفطر علی التمر فان لم یجد التمر فعلی الماء فا ن الماء طھور (صحیح الجامع الصغیر: ٧٤٦ ) "जब तम म स कस न र ज़ रख ह त उस च हए क खजर स इ त र कर अगर खजर न प ए त प न स इ त र कर बल शब प न स फ़ करन व ल ह " 11

16 كان رسول الله ﷺ یفطر علی رطبات قبل ان یصلی فان لم تكن رطبا ت فعلی تمرات فان لم تكن حساحسوات من ماء (سنن ابى داؤد: ٢٣٥٦ ) नम ज़ स प हल त ज़ खजर स इ त र फ़रम त अगर त ज़ खजर न ह त त ﷺ "रसल अ ल ह इ त र करव न क अ ख़ क खजर ख त य भ न ह त त प न क च द घ ट प लय करत थ " : रसल ल ह ﷺ न फ़रम य : من فطر صاي ما كان لھ مثل اجره غیر انھ لا ینقض من اجر الصاي م شیي ا (سنن الترمذى: ٨٠٧ ) जसन र ज़ द र क र ज़ इ त र कर य उस भ उतन ह अ मल ग जतन र ज़ द र क लए ह ग और र ज़ द र क उस अ स कम क ई च ज़ नह ह ग करन क क म *सहर व इ त र ऐहतम म ऐतद ल क स थ कर य क य شھر الطعام नह ब क شھر الصیام ह *बहत मर ग़न गज़ ओ और प ट भर कर ख न स परह ज़ कर त क ज म म ससत पद न ह *बच हआ ख न ज़ य न कर ब क कस ज़ रत म द क द द इ त र क दआऐ :र ज़ ख लत व त रसल अ ल ह ﷺ य क लम त कहत: اللھم ل ك صم ت وعلی رزق ك افطر ت (مشكاة المصابیح :1994) (ज़ईफ़) "ऐ अ ल ह! म न तर लए र ज़ रख और तर ह दय हए रज़क़ स इ त र कय " ذھب الظما وابتلت العروق وثبت الاجرانشا ءالله (سنن ابى داؤد: ٢٣٥٧ ) " पय स ख़तम ह गई,रग तर ह ग और (र ज़ क ) सव ब इ श अ ल ह प क ह गय " र ज़ इ त र कर न व ल क य दआ द : افطر عندكم الصاي مون واكل طعامكم الابراروصلت علیكم الملاي كة (سنن ابى داؤد: ٣٨٥٤ ) र ज़ द र त ह र यह र ज़ इ त र करत रह और न क ल ग त ह र ख न ख त रह और फ़ र त 12

17 ब शश क मह न अ ल ह त ल बहत ग़फ़र रह म ह, واسع المغفرة ह,म फ़ करन क पस द करत ह,उसक व द ह क ज गन ह पर शर म द ह और स च दल स त ब करल व उ ह म फ़ कर द ग -अ ल ह त ल क इश द ह : ا ن يجت ون ك بي ر الاثم والفواحش الا المم ان ربك واسع المغفرة (سورة النجم: ٣٢ ) " व ज बङ गन ह और ब हय ई स बचत ह म सव ए सग़ र गन ह क त तर रब बङ ब शश व ल ह " इ स न ख़त क पतल ह - ज़ दग म छ ट बङ गन ह म म तल ह त रहत ह जस पर उस क नद मत और श म दग भ ह त ह -हर इ स न च हत ह क कस तरह इन गन ह क ब झ स आज़ द ह और इस दलदल स ब हर नकल आए- रमज़ न गन ह स प क ह न क ब हतर न म क़ ह : नब कर म ﷺ न फ़रम य ورمضان الی رمضان مكفرا ت ما بینھ ن اذا اجتنبت الكباي ر (صحیح مسلم: ٥٥٢ ) एक रमज़ न दसर रमज़ न तक अपन द मय न ह न व ल गन ह क मट द त ह ज क कब र गन ह स बच ज ए-" दन क र ज़ और र त क क़य म ब शश क ज़ रय ह: नब कर म ﷺ न फ़रम य : من صام رمضا ن ایمانا و اح تسابا غفر لھ ما تق دم من ذنبھ (صحیح البخارى: ٣٨ ) " जसन ईम न क स थ और सव ब क नयत स रमज़ न क र ज़ रख उसक ग ज़ त स र गन ह म फ़ कर दए ज त ह-" र ज़ द र मद औरत क लए ब शश क व द ह : इश द ह : والص ي م ت الخ اع د الله لھم مغفرة واجرا عظیما.(الاحزاب: ٣٥ ) والصا ي می ن " और र ज़ रखन व ल मद और र ज़ रखन व ल औरत...अ ल ह न उ क लए ब शश और अजर अज़ म क व द फ़रम य ह -" رضي الله عنھ ज श स रमज़ न प ए और उसक ब शश न ह व बदनस ब ह : हज़रत ज बर बन समर स रव यत ह क नब ﷺ म बर पर चढ़ और फ़रम य आम न आम न आम न, आप ﷺ न फ़रम य :म र प स जबर ल (अ) आए और कह

18 یا محم د من ادرك شھررمضا ن فمات فلم یغفر لھ فاد خل النار فابع ده الله قل ا می ن فقلت ا مین (المعجم الكبیر للطبرانى ج: ٢٠٢٢ ٢ ) ऐ म ह मद ﷺ अ ल ह उस अपन र हमत र ब न स दर कर जसन रमज़ न प य फर व मर गय और उसक ब शश नह हई ह त क व जह नम म द ख़ल कर दय गय आप क हए आम न म न कह आम न... स हर क व त अ तग़फ़ र क लए बहत म ज़ ह :अ ल ह क ख़ स ब द क सफ़त ह क व उस व त अ ल ह स सरग शय करक अपन गन ह क म फ़ म गत ह अ ल ह त ल क़रआन मज द म फ़रम त ह: وبالاسحار ھم یستغفرون (الذریت: ١٨ ) " और व सहर क व त अ तग़फ़ र करत ह-" और एक हद स म आत ह क रसल अ ल ह न ﷺ फ़रम य : ینزل الله تعالی الی السماء ال دنیا كل لیلة لنصف اللیل الاخر او لثلث اللیل الا خر فیقول: من ذال ذی ی دعو نی فاستجیب لھ م ن ذل ذی یسال نی فاع طیھ من ذالذی یستغفر نی فاغفرلھ حتی یطلع الفجر (سنن الدارمى ج: ١ ١٤٧٨ ) अ ल ह त ल हर र त क आध र त य एक तह इ र त क आख़र ह स म आ म न द नय पर नज़ल फ़रम त ह और इश द फ़म त ह क क न ह ज मझस दआ म ग और म उसक दआ क़बल क,क इ ह ज मझस सव ल कर क म उस अत क,क न ह ज मझस अ तग़फ़ र तलब कर करन क क म: और म उस ब श द -यह तक क तल फ़ ह त ह " *अपन गन ह पर न दम ह कर ग़ तय क एतर फ़ कर क और र कर अ ल ह स त ब कर- तम म मसलम न क ब शश क लए भ दआ कर -ग ज़शत गन ह क ल ट बन ऐ और ख़ स कर व गन ह जन क ब र म शत न ख़ फ़ दल त ह क अ ल ह त ल उन गन ह क ब शश नह कर ग - *स हर क व त ख़ स त र पर अ तग़फ़ र कर और घर व ल क भ य द दह न कर ऐ - * दन म कम अज़ कम स तर स स ब र अ तग़फ़ र कर- استغفرالله العظیم الذی لا الھ الا ھو الحی القیوم واتوب الیھ (سنن الترمذى: ٣٥٧٧ ) म ब शश म गत ह अ ल ह स ज बहत अज़मत व ल ह जस क सव क इ म बद बरहक़ नह व हम श ज़ द और क़ इम रहन व ल ह और म उसक तरफ़ ज करत ह - 14

19 तक़व क मह न र ज़ क असल मक़सद तक़व क हसल ह जस क अ ल ह त ल न फ़रम य : یایھا الذین امنوا كتب علیكم الصیام كما كتب علی الذین من قبلكم لعلكم تتقون (البقرة: ١٨٣ ) "ऐ ईम न व ल! तम पर र ज़ फ़ज़ कय गए त क तम म तक़ बन ज ओ " *तक़व क म न बचन ह र ज़ क ह लत म सफ़ ख न प न स ह परह ज़ क फ़ नह ब क हर क़सम क गन ह स बचन भ ज़ र ह र ज़ क ह लत म अगर हल ल ख न प न स परह ज़ करत ह त हर म और ममन क म यह तक क बर य ल त,मनफ़ स च,बद गम न, झठ, चग़ल, ग़ बत और ड़ ई झगड़ करन वग़ र स भ परह ज़ ल ज़म ह *ख न प न इ स न क पस द द मश ग़ल म स ह जस पर क ल बहत मश कल ह ल कन र ज़ म भक क तजब इ स न क अद र ऐस क़ वत पद करत ह क व इस क़ बल ह सक क व अ ल ह क ख़ तर अपन मनफ़ ज ब त क भ क़ ब म रख सक हज़रत अब हर र ह رضي الله عن स रव यत ह रसल अ ल ह ﷺ न फ़रम य : لیس الصیام من الاكل وال شرب انما الصیام من اللغو والرفث فان ساب ك اح د او جھل علی ك فقل انی صاي م انی صاي م (صحیح الترغیب والترھیب: ١٠٨٢ ) " र ज़ सफ़ ख न प न छ ड़न क न म नह ह ब क र ज़ त लग़व( हर ब फ यद ब हद क म ) और रफ़स ( ज स व हश त पर मबन हरक त और ब त) स बचन क न म ह लह ज़ अगर क ई तमह( र ज़ क द र न ) ग ल द य ज ह लत क ब त कर त उस स क हद क म र ज़ द र ह,म र ज़ द र ह " *रसल ल ह ﷺ न फ़रम य : رب صاي م لیس لھ من صیامھ الا الجوع ورب قاي م لیس لھ من قیامھ الا السھر (سنن ابى ماجھ: ١٦٩٠ ) ब ज़ र ज़ द र क र ज़ स भक क सव कछ ह सल नह ह त और ब ज़ क़य म करन व ल क क़य म स ब द र क सव कछ नह मलत "

20 हज़रत अब हर र ह رضي الله عن स रव यत ह रसल अ ल ह ﷺ न फ़रम य : من لم یدع قول الزور والعمل بھ والجھل فلیس حاجة ان یدع طعامھ وشرابھ (صحیح البخارى: ٦٠٥٧ ) " जसन झठ, ब हद आम ल और ब हद ब त क न छ ड़ त अ ल ह त ल क क ई ज़ रत नह क व श स ख न प न छ ड़द इस लए एक जगह हज़रत अनस बन म लक رضي الله عنھ स मरव ह रसल अ ल ह फ़रम य : न ﷺ من لم یدع الخنا والكذب فلا حاجة ان یدع طعامھ وشرابھ (صحیح الترغیب والترھیب: ١٠٨٠ ) " जसन बद ज़ब न और झठ न छ ड़ त अ ल ह त ल क उसक ख न प न छ ड़ द न क क ई ज़ रत नह इब दत म जस तरह ज़ ह र अरक न क प ब द ल ज़म ह उस तरह ब तन क फ़य त मसलन इ ल स,अ ल ह क म हबबत, अ ल ह क ख़ फ़ और अ ल ह स उ म द यह तक़व ह ज मतलब ह करन क क म *र ज़ रख कर भक क तजरब स तक़व और तव ज़ और सबर जस सफ़ त अपन ऐ *र ज़ सफ़ ख न प न क ह न ह ब क आख,क न, दल,ज़ब न और ह थ सब क ह र ज़ रख *अपन य द वक़त मफ़ द क म म सफ़ कर और लग़व ब त स मम कन हद तक परह ज़ कर *हर दन क ग ज़ त दन स ब हतर बन न क लए अपन ज एज़ ल त रह *ल ग क स थ म मल त भ अ ल ह क म ह बत और अ ल ह क ख़ फ़ क तह त कर *र ज़ न ख़द क य द दह न करव त रह क ह सकत ह क आज म र ज़ दग क आख़र दन ह त क हर क म ब हतर न तर क़ स करसक *तक़व क हसल क लए य दआ पढ़ اللھم انی اسي ل ك الھدی والتقی والعفاف والغنی (صحیح مسلم: ٦٩٠٦ ऐ अ ल ह! ब शक म तझ स हद यत,तक़व,प कद मन और ब नय ज़ क सव ल करत ह 16

21 स क मह न स क मतलब ह कन अपन आप क थ मन ज़ दग म इ स न क ब रह बहत स न ख़शगव र व क़ आत क तजब ह त ह बस औक़ त दसर क य दत क नश न बनन पड़त ह ऐस म अगर इ स न ज द ब ज़ स क म ल त हए फ र मनफ़ रदद अमल क इ ह र कर त म मल मज़ द ख़र ब ह ज त ह इस क व हद हल स ह क ई भ ग़लत क़दम उठ त हए र ज़ इ स न क ब रह य द दह न करव त ह क व लड़ ई झगड़ और ह ग म स परह ज़ कर और ऐस म व उन अलफ ज़ क ढ ल इ तम ल करत ह क انی امر ؤ صا ي م क म र ज़ स ह य न म ख़द क क ल करसकत ह,म स करन ज नत ह नब अकरम ﷺ न फरम य : الصیام جنة و اذا كا ن یوم صوم اح دكم فلا یرفث ولا یصخب ف ان سابھ اح د او قاتلھ فلیقل انی امر ؤصاي م (صحیح بخارى: ١٩٠٤ ) "र ज़ एक ढ ल ह जब तम मस कस क र ज़ ह त व फ़हश ग ई न कर और न श र शग़ब कर अगर क ई उस ग ल द य उस स लड़न क क शश कर त कहद म र ज़ द र आदम ह " र ज़ क न क दर करन क ज़ रय भ ह रसल ल ह ﷺ न फ़रम य : صوم شھر الصبر وثلاثة ایام من كل شھر یذھبن وحر الصدر (صحیح الترغیب والترھیب: ١٠٣٢ ) "स क मह न (म ह रमज़ न) क और हर मह न क त न र ज़ रखन स न क क न क दर करद त ह " र ज़ इ स न क पस द द च ज़ पर र क लग कर उस स क तर बयत द त ह द नय और आ ख़रत क क मय ब क लए स नह यत ज़ र ह क़रआन मज द म आत ह : انی جزیتھم الیوم بما صبرو ا انھم ھم الفا ي زون(المو منون: ١١١ ) "आज म न उ ह उन क स करन पर बदल द दय और वह क मय ब ह न व ल ह " *ल ग स म मल करत हए अगर कस न मव फ़क़ ब त स व त पड़ और दसर श स ऐस ब त कहद जसस र ज़ द र क ग़ स आज ए त उस अपन र ज़ क य ल करत हए स व तह मल स क म ल न च हए ख़ स त र पर क शश कर क ग़ स क व त ख म श रह स अगरच मश कल क म ह मगर उस क बदल ज नत ह अ ल ह त ल फ़रम त ह:

22 وجزھم بما صبروا جنة وحریرا (الدھر: ١٢ ) "और उनक स क वजह स उनक बदल ज नत और हर र (र शम) ह ग " स अगरच मश कल क म ह ल कन स करन व ल क ब हस ब अ दय ज एग قل یعباد الذین امنوا اتقوا ربكم للذین احسنوا فی ھذه ال دنیا حسنة وارض الله واسعة انما یوفی الصبرون اجرھم بغیر حساب (ا لزمر: ١٠ ) "क हद क ऐ म र ब द ज ईम न ल ए ह अपन रब स डर, ज ह न इस द नय म न क क उन क लए भल ईय ह और अ ल ह क ज़म न कश द ह(वस ) ह,स करन व ल क उनक अ ब हस ब दय ज एग " करन क क म *हर मश कल मरहल पर स स क म ल *ज़ब न क ख़ स हफ़ ज़त कर और ग़लत ब त न करन क प त इर द करल *अपन ग़ स ज़बत कर दसर क ग़ स म द ख त स क तलक़ न कर *खद क य द दह न कर त रह क मनफ़ रदद अमल शर क र त ख ल ग और मसबत रदद *अमल ख़र क दरव ज़ ख ल ग ومن یتصبر یصبره الله وما اعطی احد عطاء خیرا واوسع من الصبر (صحیح بخارى: ١٤٦٩ ) और ज स क क शश कर,अ ल ह उस स अत करत ह,स स ब हतर और वस कस क क ई च ज़ नह मल 18

23 क़रआन क मह न क़रआन मज द अ ल ह क कल म ह जस अ ल ह त ल न इ स न क हद यत क लए उत र और उस क नज़ल क लए रमज़ न क मह न क ब बकत र त क चन इरश द ब र त ल ह : ا ازل ن ه فى لی مبركة ا كنا م ذر ن(الدخان: ٣ ) "ब शक हमन उसक एक मब रक र त म उत र ह य क हम ह ख़बरद र करन व ल थ " एक और जगह आत ह : شھر رمضا ن ال ذى انزل فی ھ القرآ ن ھ دى للناس وبین ت م ن الھدى والفرقان.(البقرة: ١٨٥ ) "रमज़ न व मह न ह जस म क़रआन न ज़ल कय गय ज इ स न क लए हद यत ह और ऐस व ज़ ह त ल म त पर म त मल ह ज र ह र त दख न व ल और हक़ व ब तल क फ़क़ ख लकर रखद न व ल ह " रमज़ न म नब ﷺअकरम जबर ईल (अ) क क़रआन सन त अबद رضي الله عنھ ल ह बय न फ़रम त ह وكا ن جبریل یلقاه كل لیلة فى رمضا ن حتى ینسلخ یعرض علی ھ النبيﷺ القرآ ن (صحيح بخارى: ١٩٠٢ ) "रमज़ न म हर र त जबर ईल (अ) आप ﷺ स मल क़ त करत थ और नब अकरम ﷺ रमज़ न गज़रन तक इ ह क़रआन सन त " एक और हद स स य भ पत चलत ह क आप ﷺ हर स ल जबर ईल (अ) क एक ब र क़रआन (क न ज़ल शद ह स ) सन त और (वफ़ त स पहल )आख़र स ल आप ﷺ न द ( 3624 :صحیح بخارى) ब र सन य इन हद स स हम रमज़ न म क़रआन मज द क स थ आप ﷺ क ख़सस त लक़ क पत चलत ह इस लए हम भ इस ब बकत मह न म क़रआन मज द क स थ अपन त लक़ इन तर क़ स क़ ईम करन च हए तल वत क़रआन मज द : क़रआन मज द अब म न ज़ल हआ,इस लए उसक मतन(text) क अब म तल वत ब ईस सव ब ह अ ल ह त ल न क़रआन मज द पढ़न व ल क ऐस क मय ब तज रत क ख़ ख़बर द ह जस म कस क़सम क घ ट नह फ़रम य :

24 ا ن ال ذی ن یتلو ن كتب الله واقاموا الصلوة وانفقوا مما رزقنھم سرا وعلا نیة یرجو ن تجارة لن تبور.(فاطر: ٢٩ ) ज ल ग कत ब ल ह क तल वत करत ह और नम ज़ क़ ईम करत ह,और ज कछ हमन उ ह र क़ दय ह उसम स खल और छप खच करत ह,यक़ नन व एक ऐस तज रत क उ म द रखत ह जस म ख़स र न ह ग " लह ज़ इस मह न म दसर दन क नसबत तल वत क़रआन म य द वक़त लग न च हए क़य मल लल म तल वत क़रआन :तर व ह य क़य मल लल म क़रआन मज द पढ़न और सनन ब ईस शफ़ अत ह رضي الله عنھउमर हज़रत अबद ल ह बन न फ़रम य ﷺ रव यत करत ह क रसल अ ल ह الصیام والقرآ ن یشفعان للعب د یوم القیام ة یقول الصیام اى رب منعتھ الطعام والشھوا ت.بالنھار فشفع نى فی ھ ویقول القرآ ن منعتھ النوم بالیل فشفع نى فی ھ قال فیشفعان (مسند احمد:ج ١١ ٦٦٢٦) "र ज़ और क़रआन क़य मत क दन ब द क लए सफ़ रश करग र ज़ कह ग : ऐ म र रब! म न इस ब द क ख न प न और अपन व हश (पर करन )स र क रख लह ज़ इस क ब र म म र सफ़ रश क़बल फरम क़रआन कह ग : ऐ म र रब! म न इस ब द क र त क स न स र क रख ( क़य म क लए) लह ज़ इस क ब र म म र सफ़ रश क़बल फरम,चन च द न क सफ़ रश क़बल क ज एग " इस तरह अबद ल ह बन अ ब स رضي الله عنھ क हद स स य भ पत चलत ह क क़रआन मज द ब न बत दन क र त क पढ़न य द अफ़ज़ल ह य क आप हर र त जबर ईल (अ) क क़रआन सन त ﷺ आप ﷺ न रमज़ न क आख़र अशर क त न र त म तव ल क़र त क स थ तर व ह (بحوالھ صحیح بخارى ٢٠١٢ ) क जम त कर ई हफ़ज़ क़रआन: क़रआन मज द द ख कर पढ़न क अल व उस स न म महफ़ज़ رضي الله عنھ करन भ सआदत क ब त ह हज़रत अबद ल ह बन अमर बन आस (بحوالھ صحیح بخارىء) फ़रम य ﷺ स रव यत ह क नब अकरम न ء: یقال لصا ح ب القرآن : اقرأ وارتق ورتل كما كنت ترتل فى ال دنیا ف ا ن منزلك عن د ا خر ای ة تقر ؤ ھا.(سنن ابى داؤد: ١٤٦٤) "स हब क़रआन स (र ज़ क़य मत) कह ज एग : क़रआन पढ़त ज और चढ़त ज और इस तरह आ ह त आ ह त तल वत कर जस तरह त द नय म तरत ल स पढ़त थ पस तर मक़ म व ह ग जह तर आख़र आयत क तल वत ख़तम ह ग " 20

25 तद बर क़रआन: क़रआन मज द क आय त पर ग़ र फ़ करन भ बहत अजर क सबब ह इस लए क़रआन मज द क आय त पर ग़ र फ़ कय ज ए त क कत ब हद यत स अमल रहनम ई भ ह सक य क य कत ब इ स न क हद यत क लए उत र गई ह इरश द ब र त ल ह : كتب انزلنھ الیك مبرك لی دبروآ ای تھ ولیتذكر اولوا الالبا ب.(ص: ٢٩ ) "य ब बकत कत ब ह जस हमन आप क तरफ़ न ज़ल कय त क ल ग इसक आय त पर ग़ र फ़ कर और अक़ल व ल नस हत ह सल कर " त ल मल क़रआन : अक ल तल वत व तद बर क अल व सबक स थ मल बठ कर क़रआन मज द क पढ़न और पढ़ न बहत स र हमत क सबब बनत ह हज़रत अब हर र ह : फ़रम य न ﷺ क हत ह क रसल अ ल ह رضي الله عنھ وما اجتمع قوم فی بیت من بیوت الله یتلون كتاب الله ویتدا رسونھ بینھم الا نزلت علیھم السكینة وغشیتھم الرحمة وحفتھم الملاي كة وذكرھم الله فیمن عنده ज ल ग अ ल ह क घर म स कस घर म ईक ह व अ ल ह क कत ब पढ़ और उसक पढ़ ऐ उनपर इ म न न न ज़ल ह त ह,रहमत उ ह ढ प ल त ह,फ़ र त उनक गद घ र ड ल ल त ह और अ ल ह त ल उन ल ग क ज़ उन फ़ र त स करत ह ज उसक प स (صحیح مسلم: ह (٦٨٥٣ म जद करन क क म *रमज़ न म क़रआन मज द क तल वत कसरत स कर,कम स कम एक क़र न मज द ख़द पढ़ कर मक मल कर *क़रआन मज द क कछ ह स हफ़ज़ करन क क शश कर अगर आप ह फ़ज़ ह त ब क़ एद द हर ई क ऐहतम म कर *तर व ह म मक मल क़रआन मज द सनन क ऐहतम म कर *क़र न मज द क समझन और तजम ज नन क लए द र ए क़रआन मज द क कस मज लस म शरकत कर य घर बठ आनल ईन सन *अपन ऐहल अय ल और द त क भ क़रआन पढ़न क तरफ़ मत व जह कर * तल वत और तरजम क़रआन पर मबन क सटस और स ड ख़द भ सन और दसर क भ सनन क लए द قل بفضل الله وبرحمتھ فبذل ك فلیفرحوا. وھو خیر مما یجمعون. (یونس: ٥٨ ) क हद क (य कत ब) अ ल ह क फ़ज़ल और उस क महरब न स (न ज़ल हई ह ) त च हए क ल ग उसस ख़श ह,य उस स कह ब हतर ह ज व जम करत ह 21

26 दआ क मह न रमज़ न और र ज़ क मत लक़ उमर क ज़ करन क ब द अ ल ह त ल फ़रम त ह: واذا سال ك عبادی عنی فانی قریب اجیب دعوة ال داع اذا دعان فلیستجیبوا لی ولیو منوا بی لعلھم یر ش دون (البقرة: (١٨٦ "और जब म र ब द म र ब र म आप ﷺ स पछ त क हद क म क़र ब ह म पक रन व ल क पक र क जव ब द त ह जब भ व मझ पक र,पस च हए क व म र ब त म नल और मझ पर ईम न ल ऐ त क व हद यत प ऐ " रमज़ न म कसरत स दआऐ करन च हए य क उस म क़ब लयत दआ क बहत म क़ ह र ज़ द र क दआ क़बल क ज त ह जस क हज़रत अनस बन म लक رضي الله عنھ स रव यत ह क रसल अ ल ह ﷺ न फ़रम य : ثلاث دعوات لا تر د دعوة الوالد ودعوة الصاي م ودعوة المسافر (سنن الكبرى البیھقى: (٦٤٨٤ "त न आद मय क दआ रद नह क ज त - ब प,र ज़द र और मस फ़र क " एक और रव यत म हज़रत अब सईद खदर رضي الله عنھ स मरव ह क रसल अ ल ह : फ़रम य न ﷺ ا ن تبار ك وتعالی عتقاء فی كل یوم ولیلة یعنی فی رمضان وا ن لكل مسلم فی كل یوم ولیل ة دعوة مستجابة (صحیح الترغیب الترھیب: ١٠٠٢ ) "ब शक अ ल ह त ल म ह रमज़ न क हर दन और र त म (ल ग क जह नम स ) आज़ द करत ह और (म ह रमज़ न क ) हर दन र त म हर मसलम न क लए एक ऐस दआ ह जस क़ब लयत स नव ज़ ज त ह इ त र क वक़त दआओ क क़ब लयत क व त ह हज़रत अबद ल ह बन अमर बन आस : फ़रम य न ﷺ स रव यत ह क रसल अ ल ह رضي الله عنھ ان لل صاي م عند فطره لدعوة ما ترد (صحیح مستدرك حاكم: ज़ईफ़)(١٤٢٢ ) " बल शब र ज़ द र क लए इ त र क व त एक ऐस दआ ह जस रद नह कय ज त " अ ल ह त ल क उस क अ छ अ छ न म क स थ पक र य क य दआओ क क़ब लयत क ज़ रय ह

27 करन क क म *रमज़ न क दन क ग़न मत ज नत हए ख़ब ख़ब दआऐ म ग *कभ त ह ई म र र कर और गड़ गड़ कर भ दआऐ कर *फ़ज़ नम ज, तल वत क़रआन क ब द और सहर व इ त र क औक़ त म अपन और दसर क लए दआऐ म ग *दआओ क कत ब मसलन क़रआन व मसनन दआऐ ज़ब न य द करन क क शश कर *म त लफ़ म क़ स मत लक़ मसनन दआऐ ज़ब न य द करन क क शश कर *नम ज़ स 15 म नट प हल म जद चल ज ऐ क़रआन मज द पढ़, ज़ कर,अज़ न सन कर जव ब द, दआ म ग य क अज़ न और अक़ मत क द मय न व त दआओ क क़ब लयत क व त ह लह ज़ इन घ ड़य स फ़ यद उठ ऐ بسم الله یا الله! یا رحمن یا رحیم یا ذالجلال والاكرام یا اح د یا صم د یا وتر یا فر د یا مجیب ال دعوا ت یا بدیع السموا ت یا رب! मझ ईम न,इ ल स,तक़व और अख़ल क़ हसन अत फ़रम आम न 23

28 ज़ क मह न ब द म मन अ ल ह क ज़ स कभ ग़ फ़ल नह ह त हर म क़ पर अपन रब क य द करत ह ख़ स त र पर रमज़ न म जब व र ज़ स ह त ह त उसक दल अ ल ह क तरफ़ य द म इल रहत ह लह ज़ उठत,बठ त और ल टत हर ह ल म शऊर त र पर अ ल ह क य द करन च हए क़रआन मज द म अक़ल व ल क ब र म अ ल ह त ल फ़रम त ह الذین یذكرون الله قیاما وقعودا وعلی جنوبھم (ال عمران: ١٩١ ) "ज उठत बठ त और ल ट हर ह ल म अ ल ह क य द करत ह " नब अकरम ﷺ हर ह ल म अ ल ह त ल क ज़ करत थ और दसर क भ उस क त क द करत हज़रत अबद ल ह बन बसर رضي الله عنھ स रव यत ह क ا ن رجلا قال: یا رسول الله ا ن شراي ع الاسلام قد كثرت علي فاخبرنی بشیء اتشبث بھ قال : لا یزال لسان ك رطبا من ذكر الله (سنن ترمذى: ٣٣٧٥ ) " एक श स न अज़ कय,य रसल अ ल ह ﷺ इ ल म क एहक म त म र लए बहत ह, पस आप मझ ऐस ब त बत इए जस क म मज़बत स पकड़ल, आप ﷺ न फ़रम य : तर ज़ब न हम श अ ल ह क ज़ स तर रह عن ابی ھریرة ا ن رسول الله قال: من قال : لا الھ الا الله وحده لا شری ك لھ لھ المل ك ولھ الحمد وھو علی كل شیء قدیر فی یوم ماي ة مرة كانت لھ عدل عشر رقاب وكتبت لھ ماي ة حسنة و محیت عنھ ماي ة سیي ة و كانت لھ حرزا م ن ال شیطان یومھ ذل ك حتی یم سي ولم یا ت اح د بافضل مما جا ء ب ھ الا اح د ع مل اكثر من ذلك ومن قال سبحان الله وبحم د ه فی یوم ماي ة مر ة حطت خطایاه ولو كانت مثل زب د البحر (صحیح مسلم: ٦٨٤٢ ) हज़रत अब हर र ह स रव यत ह क रसल अ ल ह ﷺ न फ़रम य : जसन एक दन म स ब र य कह لا الھ الا الله وحده لا شری ك لھ لھ المل ك ولھ الحمد و ھو علی كل شیء ق دیر.

29 त उसक दस ग़ल म आज़ द करन क सव ब मल ग और उस क लए स न कय लख ज ऐ ग और उस क स बर ईय म फ़ ह ग और उस दन श म तक व शत न क शर स म हफ़ज़ रह ग और र ज़ क़य मत उस स अफ़ज़ल अमल क ई न ल एग मगर व श स जस न उसस य द ब र यह कह ह और जस न दन म स ब र कह त उस क ख़त ऐ म फ़ करद ज ऐ ग च ह व सम दर क झ ग क बर बर य न ह करन क क म *रमज़ न क दन और र त म हर वक़त अपन ज़ब न क अ ल ह क य द स तर रख وایاك *स ह व श म और नम ज़ क ब द क अज़क र क प ब द कर उसक लए कत ब द खए نستعین *घर क क म क द र न ख़ससन ख न बन त वक़त भ अज़क र क वद ज र रख *पद ल चलत हए और ग ड़ म भ ज़ इल ह करत रह,(الحمد ( तमज द,(سبحان اللهه) * ज़ एक ज म लफ़ज़ ह जस म अ ल ह क तसब ह तकब र اكبر) (الله और तहल ल الھ الا الله) (لا सब श मल ह सहलत क लए च द अज़क र न च लख ह उनक पढ़त रह तसब ह त سبحان الله وبحمده ( ६८४२ مسلم (صحیح (स ब र) " अ ल ह प क ह और उस क त र फ़ ह " سبحان الله والحمد ولا الھ الا الله والله اكبر अ ल ह प क ह,तम म त र फ़ अ ल ह ह क लए ह,अ ल ह क सव क ई म बद बरहक़ नह ह और अ ल ह सब स बड़ ह (صحیح مسلم : ६८४७ ( سبحان الله وبحمده عدد خلقھ ورضا نفسھ وزنة عرشھ ومداد كلماتھ (صحیح مسلم: ٦٩١٣ ) 25

30 "प क ह अ ल ह और उस क त र फ़ ह उस क मख़लक़ क त द द क बर बर,उस क ज़ त क रज़ क बर बर,उस क अरश क वज़न और द द शर फ़ : उसक क लम त क य ह क बर बर " الھم صل علی محمد وعلی ال محمد (سنن النساي ى: ١٢٩٣ ) "ऐ अ ल ह! म ह ﷺमद और आल म ह ﷺमद पर र हमत न ज़ल फ़रम आयत कर म لا الھ ا لا انت سبحان ك انی كن ت من الظلم ین (سنن ترمذى: ٣٥٠٥ ) "तर सव क ई म बद नह,प क ह त, ब शक म ह ज़ लम म स ह असतग़फ़ र: استغفر الله الع ظیم ال ذى لا الھ الا ھو الحي القیوم واتوب علی ھ.(سنن ترمذى: ٣٥٧٧) "म ब शश म गत ह अ ल ह स ज बहत अज़मत व ल ह जस क सव क ई म बद बरहक़ नह व हम श ज़ द और क़ इम रहन व ल ह और म उसक तरफ़ ज करत ह لا الھ الا الله وحده لا شری ك لھ لھ المل ك ولھ الحمد وھو علی كل شیءق دیر. (صحیح مسلم: ٦٨٤٢ "अ ल ह क सव क ई म बद नह,व अक ल ह उस क क ई शर क नह,उसक लए ब दश हत ह और उस क लए त र फ़ ह और व हर च ज़ पर क़दरत रखन व ल ह " 26

31 ब हम हमदरद क मह न شھرالموءاسا ة रमज़ न क मह न भ ह य न इ स न क स थ ब हम हमदद और ग़मख़व र क मह न ह ख स त र पर म आश और रज़क़ क म मल म एक दसर क त ग और म ह म,पर श न और दख म शरकत और मदद क मह न ह नब अकरम फ़म य : न ﷺ افضل العمل ادخال السرور علی المؤ من یق ضی عنھ دینا یق ضی لھ من حاجة ینفس عنھ كربة (شعب الایمان ج 6) :7679 " ब हतर न अमल म मन क ख़श करन,,उसक क़ज़ अद करन,उस क ज़ रत पर करन और *नब अकरम ﷺ न फ़रम य L: उस स क इ तकल फ़ और स त दर करन ह " صاي م القاي م علیھ وسلم قال : ا ن ال مؤمن ل یدر ك ب حسن الخلق درجة ال النب ي صلی الله ا ن (سنن ابى داؤد( 4798 :) "म मन अ छ अख़ल क़ क स थ उस श स क मतब ह सल करल त ज दन क रखत ह और र त क क़य म करत ह " र ज़ द र क म ह रमज़ न म खद भक पय स रह कर दल म उन ह जत म द क दद म हसस करन क म क़ मलत ह ज अकसर ब शतर फ़क़र व फ क़ म म तल रहत ह य उसक दल क अद र नम पद ह त ह और व दसर क ज़ रय त पर करन क क शश करत ह रमज़ न म असल फ़ क मस जद उन ख न स भर ज य करत थ ज व फ़क़र और मस क न क लए प श कय करत थ और जस कस क भ खल त अ ल ह क म ह बत म खल त जस क अ ल ह स ह न व त ल क इश द ह و یطع مون الطعام علی ح بھ مس كینا وی تیما وا سیرا (الدھر: ٨ ) " और व उस(अ ल ह)क म ह बत म मसक न,यत म और क़ द क ख न खल त ह- ﷺ क प स कह स ग ह आई,आप ﷺ स मरव ह क एक ब र नब अकरम رضي الله عنھ हजरत आईश न उस ख य न ह उस स मन कय म न अज़ कय : ऐ अ ल ह क रसल! य हम य म कन क न खल द?

32 आप ﷺ न फ़रम य : لا تطعموھم مما لا تاكلون (مسند احمد: ٢٤٧٣٦ ) "ज च ज़ तम ख़द नह ख त व उ ह भ मत द " करन क क म *रमज़ न म अ ल ह क तम म म लक़ क स थ भल ई क तर क़ स च ब हम उलफ़त व म ह बत क फ़ज़ क रव ज द *फ़ मल क स थ मलकर इ त र कर र तद र,हमस य,द त क इ त र पर बल ऐ *ब व ओ, यत म और म हत ज और ब म र क ख़बर ग र कर *ह पत ल म मर ज़ और उनक स थय क ज़ रय त पर करन क लए ज ऐ *क़ द य क भ ख़बर ग र और मम कन मदद कर * कस सव ल क ख़ ल ह थ न ल ट ऐ *न कर क क म म छट द *बज़ग क ऐहतर म और ब च क स थ नम क सलक आम दन स य द कर * र तद र स सल र हम कर और उनक ज़ रय त म लम कर त क उनक मदद कर सक *आपस म न र ज़ र तद र और द त क सल ह करव ऐ ज ठ हए ह उनह मन ल *ल ग क तरफ़ स दल स फ़ कर और उन क क़सर म फ़ करद त क हर एक क स थ एहस न करसक *न कय क क म म कस न कस क अपन स थ शर क करल इसतरह बहत स क म अस न ह ज ऐ ग - *अपन द त और स थय क स थ मलकर म त लफ़ ज़ रत क च ज़,ख न कपड़,क सट,क ड वग र ब ट *अय म ह ज़ म व त न जब नम ज़ र ज़ अद न कर सकन क वजह स पर श न ह ज त ह उसक दर करन क लए व ज़ करन, तल वत और ल चज़ स न क अल व ख़दमत ख़ क़ म अपन व त लग ऐ 28

33 सदक़ व ख़र त क मह न रमज़ न सख़ वत क मह न ह इस म ह मब रक म नब अकरम ﷺ क सख़ वत क क ई इ तह न रहत हज़रत अबद ल ह बन अबब स رضي الله عنھ बय न करत ह: كان النبي ﷺ اجود الناس بالخیر وكان اجو د ما یكو ن فی رمضان حین یلقاه جبریل وكان جبریل یلقاه كل لیلة فی رمضان حتی ینسلخ یعرض علیھ النبي ﷺ القر ان فاذا لقیھ جبریل كان اجود بالخیر من الریح المرسلة (صحیح بخارى: ١٩٠٢ ) " नब अकरम ﷺ ल ग क स थ भल ई करन म बहत सख़ थ और रमज़ न म जब ज ईल (अ) आप ﷺ स मलत त आप ﷺ और भ य द सख़ ह ज त रमज़ न म हर र त ज ईल (अ) आप ﷺ स मल करत और नब अकरम ﷺ रमज़ न ﷺ स मलत त आप ﷺ गज़रन तक इ ह क़र न सन त, जब ज ईल (अ) आप फ़ य ज़ म तज़ हव ओ क म नद ह ज त " इस हद स स य ब त स मन आत ह नब अकरम ﷺ रमज़ न म ब क़ तम म स ल क नसबत य द सदक़ व ख़र त करत और उ सदक़ क फ यद हर एक क पह चत जस तरह तज़ हव हर जगह पह च ज त ह इस तरह हम भ च हए क इस म ह म य द स य द ख़च कर और य द रखक सदक़ करन स म ल कम नह ह त ब क अ ल ह त ल उसक अजर कई गन बढ़ द त ह एहल अय ल, र तद र,फ़क़र और मस क न पर ख़च करन क अल व न क क द गर क म मसलन मस जद क त म र व तर क़,मस फ़र ख़ न क क़य म व ब हतर,कओ क खद ई और प न क प न क इ तज़ म भ करन च हए इस तरह द न क त ल म व तबल ग़ औ उस र ह म नकल हए त लब इ म क त ल म अख़र ज त पर ख़च करन ब हतर न सदक़ ज रय क क म ह य क फ़ सब ल अ ल ह ख़च कए ज न व ल म ल क अ ल ह त ल अपन ज़ म क़रज़ शम र करत ह य बहत बड़ ख़श ख़बर ह इश द ब र त ल ह : من ذال ذی یقرض الله قرضا حسنا فیضا عفھ لھ اضعافا ك ثیرة ( 245 البقرة:) " क न ह ज अ ल ह क क़ज़ हसन द त क अ ल ह उस कई गन बढ़ कर उसक व पस करद "

34 रमज़ न क मन सबत स र ज़द र क इ त र क लए म ल खच करन भ ब ईस अजर व सव ब ह एक हद स म आत ह क रसल अ ल ह ﷺ न फ़रम य : vمن فطر صا ي ما كا ن لھ مثل اجر ه غیر انھ لا ینقص من اجر الصا ي م شیي ا (سنن ترمذى: ٨٠٧ ) " जसन कस र ज़ द र क र ज़ इ त र करव य उस भ उतन ह अजर मल ग जतन अजर र ज़ द र क लए ह ग और र ज़ द र क अजर म कछ भ कम न ह ग एक दसर रव यत म ह क रसल अ ल ह ﷺ न फ़रम य : vمن فطر صاي ما او جھز غازیا فلھ مثل اجره (سنن الكبرى البیھقى: ٨١٤٠ ) " जस कस न कस र ज़ द र क र ज़ इ त र कर य कस ज़ रत म द मज हद क स म न दय त उसक उस क बर बर सव ब मल ग " करन क क म *म ह रमज़ न म अपन ह सयत क मत बक़ दल ख ल कर अ ल ह क र ह म ख़च कर *ब व,ब च,व लद न और र तद र सब पर म फ़ तर क़ क मत बक़ ख़च कर * य द स य द र ज़ द र क इ त र क एहतम म कर ख़ससन फ़क़र,मस क न और ज़ रत म द क य द रख *क मय नट क तम म ज़ रत म द क मदद कर *इ म द न क हसल क लए नकलन व ल त लब इ म पर अपन म ल लग कर सदक़ ज रय कम ऐ *मस जद और द न इद र और हसपत ल वग़ र क त म र व तर क़ म अपन ह स ड ल *त ल म व तबल ग़ और द न क नशर व ईश अत म भ ख़च कर *अगर ज़क त व जबल अद ह त नफ़ ल सदक़ त स प हल फ़ज़ अद कर *अ छ ब त और मसकर न भ सदक़ ह इस क भ ऐहतम म कर 30

35 क़य म क मह न अ ल ह न इ स न क अपन इब दत क लए पद कय और इब दत क तर क़ और औक़ त भ बत ए रमज़ न व मह न ह जस म बहतस इब द त क जम कर दय गय इब दत म सब स एहम च ज़ फ़ज़ नम ज़ क बर वक़त अद ईग ह इस क अल व नव फ़ल (च शत व इ क़ वग़ र ) अ ल ह क क़ब क ज़ रय हऔर रमज़ न क र त म इ ल स क स थ क़य म करन पर पछल स र गन ह क ब शश क ख़श खबर द गई ह नब अकरम ﷺ न फरम य : من قام رمضا ن ایمانا و اح تسابا غفرلھ ما تق دم من ذنب ھ (صحیح بخارى: ٣٧ ) " जसन ईम न क स थ और सव ब क नयत स रमज़ न क र त म क़य म कय उसक गज़ रशत स र गन ह म फ़ कर दय गए " अ ल ह क न क ब द हम श र त क इब दत क एहतम म करत ह इरश द ब र त ल ह : تتاجافی جنوبھم عن المضاجع ید عون ربھم خوفا وطمعا ومما رزقنھم ینفقون (السجدة: ١٦ ) "उनक प हल बसतर स अलग रहत ह और व अपन रब क ख़ फ़ और उम द क ह लत म पक रत ह और उसम स ज हमन उनक रज़क़ दय ह व ख़च करत ह आम दन म क़य मल लल करन एक मश कल क म ह ल कन रमज़ न क बरकत और ब जम त नम ज़ तर व ह क सरत म य आस न ह ज त ह म तक़ न क सफ़ त बय न करत हए अ ल ह त ल न फ़रम य : كانوا قلیلا من اللیل ما یھجعون وبالاسحارھم یستغفرون (الذریت: ١٧ ١٨ ) "व र त क कम स त ह और सहर क वक़त इ तग़ फ़ र करत ह रसल ल ह ﷺ न फ़रम य : افضل الصلوة بعد الفریضة صلاة اللیل. (صحیح مسلم: ٢٧٥٥ ) "फ़ज़ नम ज़ क ब द अफ़ज़ल तर न नम ज़,र त क नम ज़ ह अब अम म स रव यत ह क रसल ल ह ﷺ न फ़रम य :

36 علیكم بقیام اللیل ف انھ داب الصال حی ن قبلكم و ھو قربة لكم الی ربكم ومكفرة للسیي ا ت و منھاة عن الاثم (ابن خزیمھ ج ٢:١١٣٥ ) "तह जद ज़रर पड़ कर, य क व तमस प हल स लह न क र वश ह और तमह र लए अपन रब स क़ब क वस ल,गन ह क मट न क ज़ रय और गन ह स बचन क सबब ह " तर वह पड़न सननत ह और नब ﷺ क क़ ल और फ़ ल द न स स बत ह आप ﷺ अपन सह ब क भ क़य म रमज़ न क तरग़ ब द त थ तर वह जम त क स थ पड़न अफ़ज़ल ह आपन अपन घरव ल और ब व य क भ तर व ह क जम त म शर क कय और तव ल क़य म कय ख़ससन आख़र अशर म र त क क़य म क लए जग य "हज़रत अबज़र رضي الله عنھ फ़रम त हक हमन रसल ल ह ﷺ क स थ र ज़ रख आप ﷺ न तइ सव र त तक हम र स थ र त क नम ज़ नह पढ़ (य न तर वह) फर तइ सव र त क हम ल कर खड़ हए यह तक क तह ई र त गज़र गई फर च बसव र त क नम ज़ म पढ़ ई ल कन प चसव र त क ﷺ आध र त तक नम ज़ (तर व ह) पढ़ ई हमन अरज़ कय य रसल ल ह (हम र आरज़ थ क ) आप ﷺ ब क़ र त भ हम र स थ नव फ़ल पड़त आप न फ़रम य : "ज श स इम म क स थ उसक फ़ रग़ ह न तक नम ज़ म ﷺ ﷺ शर क रह उसक लए पर र त क क़य म लख दय गय ह फर आप न स त ईसव र त तक नम ज़ न पढ़ ई स त ईसव र त क फर खड़ म र स थ अपन घरव ल और औरत क भ बल य यह तक क हम अ द श हआ क फ़ल ह क वक़त न नकल ज ए र व क हत ह म न अबज़र رضي الله عنھ स पछ फल ह य ह त उ ह न फ़रम य सहर " (सनन तमज़ ८०६) करन क क म *इशर क़ और च शत क नव फ़ल क अद इग क एहतम म कर *क़र ब मस जद म तर वह ब जम त अद कर *तर वह स प हल उन आय त क तजम पड़ कर ज ऐ ज इम म पढ़न ज रह ह *नम ज़ म सफ़ नव फ़ल क तद द पर नह ब क दल क क फ़यतऐर ख़श पर भ ख़ स तव जह द *फ़ज़ नम ज़ म आम दन क नसबत ल ब क़य म कर नम ज़ म ससत और त क़ र मन फ़क़त क अल मत ह,हर फ़ज़ नम ज़ अवल वक़त म अद करन क क शश कर 32

37 रमज़ न और उमर ह अ ल ह क घर क ज़य रत हम सबक दल क तम न ह,हज और उमर ह क लए हर म मन क दल तड़पत ह रमज़ न जह द गर इब द त क अ व सव ब बढ़ द त ह वह उमर ह क सव ब हज क बर बर ह ज त ह इसक दल ल हम न च द गई हद स स ﷺ स रव यत ह क जब रसल अ ल ह رضي الله عنھ मलत ह हज़रत इ न अबब स ह जतल वद स व पस हए त आप ﷺ न उ म सन न अनस रय رضي الله عنھ स पछ क ما منع ك م ن الحج قالت : ابو فلان تع نی زوجھا كا ن لھ نا ضحان حج علی اح د ھما وا لاخر یسقی ارضا لنا قال : ف ا ن عمرة فی رمضا ن تق ضی حجة او حجة م عی (صحیح بخارى: ١٨٦٣ ) "तम हज करन नह ग? उ ह न अज़ कय क फ़ल क ब प य न उनक श हर क प स द ऊ ट प न पल न क थ एक पर व ख़द हज पर चल गए और दसर हम र ज़म न सर ब करत ह आप ﷺ न फरम य क रमज़ न म उमर ह करन हज क बर बर य म र स थ हज करन क बर बर ह " एक और रव यत म आत ह क आप ﷺ न फरम य : فاذا جا ء رمضان فاعتمری فا ن عمرة فیھ تعدل حجة (صحیح مسلم: ٣٠٣٨ ) "जब रमज़ न आए त उमर ह करल न,उसक सव ब हज क बर बर ह " एक और रव यत म ह फरम य : عمرة فی رمضان كحجة معی (المعجم الكبر الطبرانى ج: ٧٢٢:١ ) "रमज़ न म उमर ह करन म र स थ हज करन क म न द ह " न ट: य दरह क रमज़ न म उमर ह अद करन अ क ऐतब र स हज क बर बर ह ल कन इसक अद करन स ज़ हज स क़त (म फ़ )नह ह त करन क क म *इ तत अत ह और अ ल ह त फ़ क़ मल ज ए त उमर ह क लए ज ऐ *कमज़ र,ब म र य कस वजह स ज न मम कन न ह और इ तत अत रखत ह त कस और क उमर ह करव द *अगर उमर ह नस ब ह ज ए त उस व त क य द स य द अ ल ह क इब दत म गज़ र

38 रमज़ न और आख़र अशर ह रमज़ न स र ह इब दत क मह न ह मगर इस क आख़र अशर क इब दत क ख़ स फ़ज़ लत बय न हई ह रमज़ न क आख़र दस दन म अपन एहल अय ल क इब दत क लए ख़सस तरग़ ब दल न नब अकरम ﷺ क स नत पर अमल करन ह हज़रत आयश رضي الله عنھ फ़रम त ह: كان النبي ﷺ اذا دخل العشر ش د مي زره واحیا لیلھ وایقظ اھلھ (صحیح بخارى: ٢٠٢٤ ) "जब रमज़ न क आख़र अशर ह श ह त त नब ﷺअकरम (इब दत) क लए) कमरबसत ह ज त,र त क ज गत और अपन एहल ख़ न क भ जग त " एक और रव यत म हज़रत आयश رضي الله عنھ फ़रम त ह : كان رسول الله ﷺ یجتھ د فی العشر الاواخر مالا یجتھ د فی غیره (صحیح مسلم: ٢٧٨٨ ) "रसल अ ल ह ﷺ आम दन क न बत आख़र अशर ह म खब म हनत और क शश करत " आप ﷺ फ़ तम رضي الله عنھ और अल رضي الله عنھ क दरव ज़ भ खटखट त और फ़रम त : الا تقومان فتصلیان ) معجم ابن الاعرابى: ٢٣٣٢ ) " य तम द न नम ज़ पढ़न क लए उठ ग नह " करन क क म *आख़र अशर ह म य द स य द व त इब दत म गज़ र *अगर मम कन ह त छ ल ल और इब दत क लए यकस ह ज ऐ *तर व ह,तह जद वग़ र म जतन ह सक ल ब य म कर *कसरत स तल वत क़रआन मज द और ज़ व अज़क र कर *र त क ख़द भ ज ग और घर व ल क भ इब दत क लए ज ग ऐ

39 रमज़ न और ऐत क फ़ क स नत अ ल ह त ल क क़ब ह सल करन क लए इब दत क लए म जद म र हन ऐत क फ़ कहल त ह य स नत म कद कफ़ य ह य न अगर बड़ शह र म, दह त म क ई भ ऐत क फ़ न कर त सब क ज़ म तक स नत क वब ल र हत ह और अगर क ई एक भ ऐत क फ़ करल त सब क तरफ़ स स नत अद ह ज त ह और उसक म त रमज़ न क त सर अशर ह य न आख़र दस दन ह उस म त म द य व क म,नफ़स न व हश त, दल पस द मश गल और एहल अय ल स अलग ह कर ख़द क सफ़ अ ल ह क इब दत क लए व फ़ कर दय ज त ह हज़रत अब हर र ह رضي الله عنھ स रव यत ह : كان النبیی ﷺ یعتك ف فی كل رمضان عشرة ایام فلما كان العام الذی قبض فیھ اعتكف عشرین یوما (صحیح بخارى: ٢٠٤٤ ) "हर स ल र मज़ न म नब ﷺ दस दन ऐत क फ़ फ़रम त ल कन वफ़ त क स ल आप " फ़रम य न ब स दन ऐत क फ़ ﷺ अगर कस क ऐत क फ़ क लए दस दन मय सर ( मल सक )न आसक त जतन दन मय सर ह उतन दन ऐत क फ़ कर ल न च हए हज़रत अबद ल ह बन उमर رضي الله عنھ स रव यत ह क हज़रत उमर رضي الله عنھ न नब ﷺ स पछ : یا رسول الله ﷺ انی نذر ت فی الجاھلیة ان اعتكف لیلة فی المسجد الحرام قال : اوف بنذرك (صحیح بخارى: ٦٦٩٧ ) "ऐ अ ल ह क रसल ﷺ म न ज़म न ज ह लयत म म जद हर म म एक र त क ऐत क फ़ करन क नज़र म न थ आप ﷺ फ़रम य :अपन लज़र पर कर " عن عاي شة انھا قالت: السنة علی المعتكف ان لا یعود مریضا على یشھد جنازة ولا یمس امراة ولا یباشرھا ولا یخرج لحاجة الا لما لا ب د منھ ولا اعتكاف الا فی مسجد جامع (سننابى داؤد: ٢٤٨٣ ) हज़रत आयश رضي الله عنھ फ़रम त ह क ऐत क फ़ करन व ल क लए ऐत क फ़ क म मल म स नत य ह क व न मर ज़ क अय दत कर,न जन ज़ म ज ए,न औरत क ह थ

40 लग ए और न उस स मब शरत कर,न कस ह जत क लए म जद स नकल सव ए उसक क जस क लए म जद स नकलन क सव क ई च र ह न ह और ऐत क फ़ र ज़ क बग़ र नह ह त और ऐत क फ़ नह ह त मगर सफ़ ज म म जद म *रमज़ न क 20 त र ख़ क फ़ क नम ज़ क ब द म जद म ऐत क फ़ क लए बठ न स नत ह और जब ईद क च द नज़र आए तब ऐत क फ़ स ब हर आज ऐ *ऐत क फ़ क लए र ज़ रखन ल ज़म ह *औरत क भ ऐत क फ़ करन च हए हज़रत आयश رضي الله عنھ स रव यत ह नब ﷺ रमज़ न क आख़र अशर ह ऐत क फ़ करत थ यह तक क आप ﷺ न वफ़ त प ई त आप ﷺ क ब द आप ﷺ क अज़व ज न ऐत क फ़ कय (सह मस लम: 2784) करन क क म * ज़ दग क एहम म कर फ़य त क कछ और बनद ब त ह सक त ऐत क फ़ ज़ र *ख़द ऐत क फ़ न करसक त घर स कस एक श स क ऐत क फ़ करन म मदद कर *ऐत क फ़ क अ छ अनद ज़ म गज़ रन क लए व त क ब टद *नव फ़ल, तल वतक़रआन,दआओ, ज़ अज़क र, कत ब पढ़न और ग़ र फ़ म व त गज़ र *हर क़सम क ब क र क म और मश ग़ल स बच *म जद म ऐत क फ़ क द र न दसर स थ य क स थ ब क र ब त और ब हस य लड़ ई स ऐह तय त कर *ऐत क फ़ क मक़सद ख़लवत य न अक ल रहन ह इस लए ग़ र ज़ र मल क़ त स परह ज़ कर *द र न ऐत क फ़ कस भ तकल फ़ पर स स रह 36

41 रमज़ न और शब क़ लल तल क़ इ तह ई सआदत क र त ह इस र त क क़रआन मज द न ज़ल हआ ज इ स न क हद यत क ज़ रय ह لیلة القدرخیر من الف شھر (القدر: ٣ ) शब क़ हज़ र मह न स य द ब हतर ह *य र त तलए फ तक सर सर सल मत क र त ह *इस र त क फ़ज़ लत म पर सरत (सर ह क़ ) न ज़ल हई *इस र त क तल श करत हए आख़र अशर क त क़ र त इब दत म गज़ र ज त ह *इस र त म जबर ल (अ) और फ़ र त ख़र बरकत और र हमत क स थ उतरत ह ज त द द म बहत य द ह त ह हज़रत अब हर र ह رضي الله عنھ स रव यत ह रसल ल ह ﷺ फ़रम य : (مسند احمد ج: ١٠٧٣٤ ١٦ ) ا ن الملاي كة تل ك اللیلة فی الارض اكثر من عدد الحصی बल शब इस र त म एक अ छ अमल हज़ र म ह क अमल स ब हतर ह " हज़रत अनस बन म लक رضي الله عنھ स रव यत ह क रमज़ न आय त रसल अ ल ह ﷺ फ़रम य : ا ن ھذا ال شھر قد حضركم وفیھ لیلة خیر من الف شھر من حرمھا فقد حرم الخیر كلھ ولا یحرم خیرھا الا محروم (سنن ابن ماجھ: ١٦٤٤ ) " य मह न ज तम पर आय ह इसम एक ऐस र त ह ज हज़ र मह न स ब हतर ह ज श स इस स म ह म रह व हर भल ई स मह म रह,इस क सआदत स सफ़ बद नस ब ह क म ह म कय ज त ह " लल तल क़ क तल श रमज़ न क आख़र अशर क त क़ र त म करन च हए: हज़रत इबन उमर फ़रम य : न ﷺ कहतرضي ह क रसल अ ल ह الله عنھ التمسو ھا في العشر الا واخر یعنی لیلة القدر فان ضع ف اح دكم او عجز فلا یغلب ن علی السبع البوا قي (صحیح مسلم: ٢٧٦٥ )

42 "रमज़ न क आख़र अशर म शब क़ तल श कर फर अगर क ई कमज़ र दख ए य आ जज़ ह ज ए त आख़र स त र त म ससत न कर " शब क़ क र त म क़य म करन गन ह क ब शश क ज़ रय ह हज़रत अब हर र ह الله رضي स عنھ मरव ह नब अकरम ﷺ न फरम य : من قام لیلة القدر ایمانا واحتسابا غفرلھ ما تق دم من ذنبھ (صحیح بخارى: ٢٠١٤ ) " जसन ईम न क स थ और सव ब क नयत स रमज़ न क र त म क़य म कय उसक पछल गन ह म फ़ कर दय गए " इजतम ई इब दत क सरत म कस भ क़सम क श र ह ग म,गप शप और लड़ ई झगड़ स परह ज़ करन च हए और पर तव ज इब दत पर रखन च हए उब द बन स मत الله رضي स عنھ मरव ह خرج النبي لیخبرنا بلیلة القدر فتلاحی رجلان من المسلمین فقال: خرج ت لاخبركم بلیلة القدر فتلاحی فلا ن و فلا ن فرفعت وعسی ان یكون خیرا لكم (صحیح بخارى: ٢٠٢٣ ) "नब अकरम ﷺ हम शब क़ क ख़बर द न क लए आरह थ क द मसलम न आपस म झगड़ करन लग उसपर आप ﷺ न फरम य :म आय थ क तमह शब क़ बत द ल कन फल और फ़ल न आपस म झगड़ कर लय पस उस (क मक़र व त) क इ म उठ लय गय और उ म द ह क त ह र हक़ म यह ब हतर ह ग " शब क़ क अल मत: रसल ल ह ﷺ फ़रम य : تصبح ال شمس صبیحة تل ك اللیلة مثل الطست لیس لھا شعا ع حتی ترتفع (سنن ابى داؤد: ١٣٧٨ ) "शब क़ क सबह क सरज क बल द ह न तक उसक शआ नह ह त व ऐस ह त ह जस थ ल " हज़रत अब हर र ह الله رضي स عنھ रव यत ह रसल अ ल ह ﷺ क प स शब क़ क ज़ कय त आप ﷺ न फरम य : ایكم یذكر حین طلع القمر و ھو مثل ش ق جفنة (صحیح مسلم: ٢٧٧٩ ) "तम म स क न उस (य न शब क़ क )क य द रखत ह (उस म)जब च द नकलत ह त ऐस ह त ह जस बड़ थ ल क कन र " हज़रत ईबन अबब स الله رضي स عنھ मरव ह रसल ल ह न ﷺ फ़रम य : لیلة القدر طلقة لا حارة ولا باردة تصبح ال شمس یومھا حمراء ضعیفة (صحیح ابن خزیمھ: ٢١٩٢ ) "शब क़ आस न और म त दल र त ह जस म न गम ह त ह और न सद उस सबह क सरज इस तरह तल ह त ह क उस क सख़ मदहम ह त ह " 38

43 عن زر قال: سمع ت ابی بن كعب یقول : وقیل لھ: ا ن عبدالله بن مسعود یقول: من قام السنة اصاب لیلة القدر فقال ابي : والله الذی لا الھ الا ھو! انھا لفی رمضان یحل ف ما یستثنی و والله! انی لاعلم اي لیلة ھی, ھی اللیلة التی امرنا بھا رسول الله ﷺ بقیامھا, ھی لیلة صبیح ة سبع و عشری ن, وامارتھا ان تطلع الشمس فی صبیح ة یو مھا بیضاء لا شعاع لھا (صحیح مسلم: ١٧٨٥٥ " हज़रत ज़र الله رضي स عنھ रव यत ह उ ह न कह म न हज़रत उबई बन क ब رضي क عنھ य फ़रम त सन उन स कह गय हज़रत अबद ल ह बन मसद الله رضي फ़रम त ह क ज आदम स र स ल क़य म कर व लल तल क़ क पह च عن الله गय हज़रत उबई عنھ الله رضي फ़रम न लग अ ल ह क क़सम जस क सव क ई म बद नह व शब क़ रमज़ न म ह व यक़ न क स थ क़सम ख त ह अ ल ह क क़सम ब शक म ज नत ह व क नस र त ह य वह र त ह जस म अ ल ह क रसल न हम क़य म क हकम दय,उस र त क सबह २७ त र ख़ थ और उसक ﷺ अल मत य थ क सरज तल हआ त उसक सफ़ द म शआ न थ " करन क क म *लल तल क़ प न क तम न रख और क शश कर *इस र त इब दत ख़ससन क़य म करन क ऐहतम म कर *नव फ़ल, तल वत क़रआन, नम ज़ तसब ह,दआओ, अज़क र क लए ब क़ यद एक गर म तरत ब द *ब च और घर व ल क भ अपन स थ शर क कर *ह ज़ व ल व त न ज़ व तसब ह कर और तल वत क़रआन मज द सन * *लल तल क़ म इस दआ क कसरत स पढ़ उ मल म मन न हज़रत आयश رضي الله عنھ *कहत ह मन पछ ऐ अ ल ह क रसल अगरﷺ म शब क़ प ल त उसम य कह? आप ﷺ न फ़रम य,कह : اللھم ان ك عفو كریم تحب العفو فاعف عنی (سنن ترمذى: ٣٥١٣ ) ऐ अ ल ह! त म फ़ करन व ल ह,करम फ़रम न व ल ह,म फ़ करन क पस द करत ह पस मझ म फ़ फ़रम द 39

44 र ज क ऐहक म लग़त म सय म "मतलक़ क ज न " क क हत ह श रयत म उसक मफ़हम ह क "इब दत क इर द स ख न प न,मज मत और दसर र ज़ त ड़न व ल च ज़ स सब ह स दक़ क तल स सरज क ग ब तक क ज न " (بحوالھ البقرة: ह (١٨٣ हर ब लग़,आ क़ल,मक़ म और र ज़ क त क़त रखन व ल मसलम न पर र ज़ फ़ज़ (بحوالھ سنن ابى داؤد: ٢٤٥٤ ) *फ़ज़ र ज़ क नयत फ़ स प हल करन ज़ र ह * नयत क लए दल क इर द क फ़ ह ज़ब न स क ई अलफ़ ज़ स नत स स बत नह ह *र ज़ क ह लत म मसव क करन स (صحیح البخارى باب: ह (٢٧ नत स स बत (صحیح البخارى باب: (٢٨ *आख म सम लग न स र ज़ नह टटत (صحیح البخارى باب: ٢٧ ) *न क म दव ड लन स दव हलक़ य म द म पह च ज ए त र ज़ टट ज त ह *गम क श त स र ज़द र गसल य क ल कर सकत ह *र ज़ क ह लत म वज़ करत वक़त न क म इसतरह प न ड लन क हलक़ तक पह चन क अद श ह (سنن ترمذى: ٧٨٨ ) ज इज़ नह *नकस र,इ तह ज़ और इस जस दसर ख़न नकलन स र ज़ नह टटत, सफ़ ह ज़ य नफ़ स क खन स *र ज़ टट ग व ह दन क कस ह स म ह (صحیح بخارى: ह (١٩٣٨ *र ज़ क ह लत म पछन तगव ए ज सकत *ज न बझ कर क़ य करन स र ज़ टट ज त ह,ल कन कस क ख़द ब ख़द क़ य आज ए त उस स र ज़ (سنن اى داؤد: ٢٣٨٠ ) नह टटत *ब वक़त ज़ रत ख न क ज़ यक़ चखन स क ई हज नह,तर क़ य ह क ज़ब न क कन र पर रख कर (صحیح بخارى باب: ٢٥ ) चख,हलक़ तक न ज न द *भल कर ख प ल त र ज़ सह ह ग,ल कन य द आत ह फ़ रन ह थ र क ल न व जब ह ह त क म ह क नव ल य घ ट भ उगल द न ज़ र ह (صحیح بخارى: ١٩٣٣

45 * जसन ज न बझ कर ख प लय उसपर त ब और र ज़ क क़ज़ व जब ह (صحیح بخارى باب: (٢٧ *र ज़ क ह लत म थक नगलन म क ई हज नह *द त स खन नकलन स र ज़ पर क ई असर नह पड़त *र ज़ द र क लए ख़शब लग न और स घन ज इज़ ह *ज बढ़ प य ऐस क ई ब म र क वजह स जस स स हत क उ म द नह,र ज़ न रख सक त व हर * दन क बदल एक मसक न क ख न खल एग *ज ब म र थ फर सह त ह गई,क़ज क त क़त रखत हए भ क़ज़ न क और म त आगई त उस क (صحیح بخارى: हए (١٩٥٢ *क़ज़ र ज़ उसक व रस क रखन च *ह मल और दध पल न व ल औरत क लए र ज़ रखन मश क़त क ब इस ह त र ज़ न रख (سنن ابن ماجھ: ह ग (١٦٦٧ *ल कन इन र ज़ क क़ज़ व जब *मस फर क लए र ज़ न रखन अफ़ज़ल ह ल कन बह लत सफ़र र ज़ रखल त क ई हज नह य क नब अकरम स ﷺ र ज़ रखन और न रखन द न स बत ह अलब त गम क श त और मश क़त ह त मस फर क लए र ज़ न रखन च हए (صحیح بخارى: ١٩٤٣ ١٩٤٥ ١٩٤٦ *रमज़ न म र ज़ क ह लत म श हर अपन ब व स ज़बरद त जम करल त ब व क र ज़ सह ह ग और उस पर क ई क फ़ र नह,अलब त श हर गन हग र ह ग, न ज़ श हर पर उस दन क र ज़ क (صحیح بخارى: (١٩٣٦ क़ज़ और क फ़ र ल ज़म ह ग *क फ र क लए व एक ग़ल म आज़ द कर,अगर उसक त क़त न ह त लग त र द मह न र ज़ रख,अगर इसक भ त क़त न ह त स ठ मसक न क ख न खल ए *ज़हन म शहवत क तस वर आय (अलब त तस वर ल न स र क गय ह ) और मन ख़ रज ह गई य स त म ऐहतल म ह गय त उस स र ज़ फ़ सद नह ह ग मज़ नकलन स र ज़ नह टटत (ग़ ब (صحیح بخارى باب: (٣٢ शहवत क वजह स नकलन व ल ल सद र म द क मज़ क हत ह) (صحیح بخارى: ह (١٩٥٠ *फ़ज़ र ज़ क क़ज़ अगल रमज़ न स प हल कस भ वक़त अद क ज सकत 41

46 अल वद रमज़ न ग त क च द दन ایام معدودات आ खर क र अल वद इ घ ड़य आ पह च इ तत म क पह च इन दन म ज भ न क क क म हआ अ ल ह क त फ़ क़ स हआ इस लए अगर इस म ह म हम क ई भ न क कर सक त इस पर ग़ र दल म न आन प ए य क अ ल ह क न क ब द क ब र म आत ह - والذین یو تون ما اتوا وقلوبھم وجلة انھم الی ربھم رجعون (المو منون: ٦٠ ) "और जन क ह ल य ह क व (अ ल ह क र ह म) द त ह ज कछ भ द सकत ह और ( फर भ ) दल उनक इस य ल स क पत रहत ह क हम अपन रब क तरफ़ पलटन ह " म हनत और क शश क ब वजद इस ऐहस स क स थ क "हक़ त य ह क हक़ अद न हआ " ऐस म दल स एक आव ज़ आत ह क : ऐ रब त हम र आम ल क न द ख अपन वस रहमत क द ख त हम अपन क़ब हम र इब दत क वजह स नह ब क अपन करम क बद लत अत कर त अपन इब दत क हम र आख क ठ डक बन द हम इ ल स क द लत स नव ज़ और बग़ र हस ब क ब श द य क तह واسع المغفرة ह इस रमज़ न म ज कछ ह सक व सफ़ तर ख़ स इन यत क वजह स थ और ज न ह सक व सर सर हम र अपन गफ़लत अपन क त ह क वजह स थ تو دانی حسابی كم و بیش را سپر دم بتو مایھء خویش را हस ब क कम ब श क म अपन हक़ र सरम य त ख़ब ज नत ह तर सपद करत ह - य रब हम आइ द तम म ज़ दग क लए सर तल म तक़ म पर जम ए रखन और कभ न क क म क़ स म ह म न करन आम न

47 ईदल फ़तर *ईदल फ़तर ख़श और मसरत क दन ह इस दन र ज़ रखन मन ह य दन ख न प न और अ ल ह क बड़ ई बय न करन क दन ह *खश क इज़ह र क लए च द र त स ह मस जद,ब ज़ र,र त और घर म तकब र त बल द करन च हऐ *सदक़ फ़तर हर मसलम न पर फ़ज़ ह व ह उसन रमज़ न क र ज़ रख ह य नह नम ज़ ईद स प हल पद ह न व ल ब च,घर क न कर और घर आए हए म हम न क भ सदक़ फ़तर द न ह ग उसक लए स ह ब नस ब ह न शत नह عن ابن عباس قال: فرض رسول الله ﷺ زكوة الفطر طھرة للصاي م من اللغو و الرفث و طعمة للمساكین من ا داھا قبل الصلوة فھی زكاة مقبولة ومن ا داھا بعد الصلوة فھی صدقة من الصدقات (سنن ابى داؤد: ١٦٠٩ ) अबद ल ह बन رضي الله عنھअबब स स रव यत ह क रसल अ ल ह ﷺ न सदक़ फतर क फ़ज़ क़र र दय ह त क र ज़ द र क लए ल व और ब हद अक़व ल व अफ़आल स प क ज़ग ह ज ए,और मसक न क ख न क मल ज ए,चन च जसन उस नम ज़(ईद)स प हल प हल अद कय त य ऐस ज़क त ह ज क़बल करल गई और जसन उस नम ज़ क ब द अद कय त य आम सदक़ त म स एक सदक़ ह ग *ईद क र ज़ मसव क करन,ग़सल करन,ब हतर न लब स प हनन और ख़शब लग न स नत ह *नम ज़ ईद क लए ज न स प हल म ठ च ज़(ख़ससन खजर) ख न स नत ह (صحیح بخارى: 953 ) (مصنف ابن ابى شیبھ ج: ٣ ह (6645 *ईदग ह ज त हए कसरत स तकब र त पढ़न स नत ) صحیح بخارى: ह (989 *ईद क द रकत स प हल और ब द म क ई न फ़ल नम ज़ नह *नम ज़ ईद क अद यग क लए औरत क भ ज न च हए उ म अत य رضي الله عنھह स रव यत ह फ़रम त امرنا تعنی النبی ﷺ ان نخرج فی العیدین العواتق وذوات الخ دور و امر الحیض ان یعتزلن مصلی المسلمین "हम हकम दय य न ﷺनब न क हम जव न,क व र लड़क य और पद नश न औरत क भ द न ईद क दन (नम ज़ क लए) ल ऐ और हकम दय क ह ज़ व लय मसलम न क नम ज़ क जगह स दर रह " 2054 )"صحیح مسلم:(

48 *नम ज़ ईद स व पस पर र त बदलन स (صحیح بخارى: ह (986 नत * कस वजह स नम ज़ ईद न प सकन व ल ल ग घर म द रकत नम ज़ अद कर सकत ह (صحیح بخارى اب: ٢٥ ) *ईद क र ज़ मसलम न क ब हम मल क़ त आपस क म ह बत बढ़ न क सबब बनत ह सह ब कर म رضي الله عنھ उस मल क़ त म एक दसर क न च द हई दआ दय करत थ تقبل الله منا و منكم (سنن الكبری البیھقی: ٦٣٩٠ ) "अ ल ह त ल हम स और आप स (इब दत )क़बल फ़रम ए " تكبیرات الله اكبر الله اكبر لا الھ الا الله و الله اكبر الله اكبر و الحمد (مصنف ابن ابى شیبھ: ٥٦٥٠ ) الله اكبر كبیرا والحمد كثیرا وسبحان الله بكرة واصیلا. (صحیح مسلم: ١٣٥٨ ) 45

49 शवव ल क र ज़ रमज़ न और ईद गज़रन क ब द शवव ल क मह न म ६ र ज़ रखन क ऐहतम म कर हज़रत अब अ यब अनस र رضي الله عنھ स रव यत ह क ब शक रसल अ ल ह ﷺ न फ़रम य : من صام رمضان ثم اتبعھ ستا من شوال كان كصیام ال دھر (صحیح مسلم: ٢٧٥٨ ) "ज श स रमज़ न क र ज़ रख कर शवव ल क मह न म छ र ज़ रख उस उमर भर क र ज़ क सव ब मलत ह " एक और जगह फ़रम य : صیام رمضان بعشرة اشھروصیام الستة ایام بشھرین فذل ك صیام السنة (صحیح ابن خزیمھ: ٢١١٥ ) "रमज़ न क र ज़ दस मह न और शवव ल क छ र ज़ द मह न क बर बर ह,इस तरह य एक स ल क र ज़ ह ग " य र ज़ ईद क फ़ रन ब द य वक़फ़ क स थ मसलसल य अलग अलग द न तरह रख ज सकत ह क़ज र ज़ रमज़ न म कस भ उज़र पर छ ड़ गए र ज़ क क़ज़ ज द अज़ ज द अद कर य क रमज़ न क दन क गनत पर करन ज़ र ह ल कन य र ज़ शवव ल क नफ़ल र ज़ क अल व रख ज ऐ ग अ ल ह त ल क इश द ह : ومن كان مریضا او علی سفر فع دة من ایام اخر یرید الله بكم الیسر ولا یرید بكم العسر ولتكملوا الع دة (البقرة: ١٨٥ ) "और ज क ई मर ज़ ह य सफ़र पर ह त व दसर दन म र ज़ क त द द पर कर अ ल ह त ह र स थ नरम करन च हत ह स त करन नह च हत,इस लए य तर क़ त ह बत य ज रह ह त क तम र ज क त द द पर कर सक " रसल अ ल ह ﷺ फ़रम य : स मव र और जम र त क र ज़ تعرض الاعمال یوم الاثنین والخمیس فاحب ان یعرض عملی وانا صاي م (سنن الترمذى: ٧٤٧ ) स मव र और जम र त क ल ग क आम ल अ ल ह क स मन प श कय ज त ह म च हत ह क जब म र आम ल अ ल ह क स मन प श कय ज ऐ त म (उस वक़त) र ज़ अईय म ब ज़ क र ज़ रसल अ ल ह हरﷺ म ह क त न र शन अईय म (य न च द क तर ह,च द ह और प दर ह त र ख़) म र ज़ रख करत थ (अबद ऊद : २४५०)

50 न ट / दआ

51 न ट / दआ

52 न ट / दआ

53 र हमत क दरव ज़ खलत ह रमज़ न स ल क तम म मह न म सब स य द अफ़ज़ल ह जस म क़रआन मज द रसल ल ह परﷺ न ज़ल हआ इस मह न म क़रआन मज द लह महफ़ज़ स बत लल इ जत म उत र गय इस मक़ स म ह म सहफ़ इ ह म और तम म आसम न कत ब त र त,ज़बरऔर इ ज ल न ज़ल ह रमज़ न क दन म र ज़ रखन रखन और र त क क़य म ब शश क ब ईस ह इस म ह म व मब रक र त लल तल क़ ह ज हज़ र मह न स ब हतर ह इस म ह क हर र त अ ल ह त ल ल ग क जह नम स आज़ द करत ह रमज़ न क श ह त ह ज नत क दरव ज़ ख ल दए ज त ह जह नम क दरव ज़ ब द कर दय ज त ह शय त न क़ द कर दए ज त ह इस म ह तक़व,इख़ल स, हद यत,स,इन स न, औरतज़ कय नफ़स ज स सबस अ छ गण त ह त ह रमज़ न अ ल ह स क़ब ह स ल करन क मह न ह रमज़ न अपन अद र अ छ तबद ल ल न और बर आद त क अ छ आद त स बदलन क मह न ह रमज़ न ह न, ज म न,ज़ हन और क़लब स हत ह सल करन क मह न ह लह ज़ रमज़ न क आमद पर खश ह ज ऐ,अ ल ह क श अद कर और उस क हर घड़ क ग़न मत ज न रसल ल ह ﷺ न फरम य اذا كا ن رمضا ن ف تحت ابواب الرحم ة (صحیح مسلم: ٢٤٩٦ ) "जब रमज़ न क मह न आत ह त र हमत क दरव ज़ ख ल दय ज त ह " अ ल ह त ल न र हमत क दरव ज़ ख ल द ए ह अब ह क ई ज उनम द ख़ल ह!

Microsoft Word - ????? ?????? ?? ????? ??? ????? ????? ???? ?? ???? ???? ??-1

Microsoft Word - ????? ?????? ?? ????? ??? ????? ????? ???? ?? ???? ???? ??-1 य ह अ ध र य घनघ र र त हम श अ छ स बह क स चक ह त ह.. भ तर जतन ब ठ ह, छ ट -बड़ वक र स ई त ह र त ज स मट सभ अ धक र स ई क स न य ह ज दग क स र वक र द र कर द त ह यद -कद जब म न ष अपन द ष समझन क त य र नह ह त थ, तब

अधिक जानकारी

ओम श अ ब पद द मध बन स ण प व त र ह न र य और पस न लट क अन भव करत, अपन म र न स य प क इमज कर आज ब पद द च र ओर क अपन र य और पस न लट क प रव र क द ख

ओम श अ ब पद द मध बन स ण प व त र ह न र य और पस न लट क अन भव करत, अपन म र न स य प क इमज कर आज ब पद द च र ओर क अपन र य और पस न लट क प रव र क द ख 02 02 08 ओम श अ ब पद द मध बन स ण प व त र ह न र य और पस न लट क अन भव करत, अपन म र न स य प क इमज कर आज ब पद द च र ओर क अपन र य और पस न लट क प रव र क द ख रह ह यह र य व ह न पस न लट क फ उ शन ह स ण रट रट क नश

अधिक जानकारी

जव न क ज़हर ल ज श-5 म र ऑ फस क न ह म र स थ स स करन च हत थ ल कन म ख द क इसक लए त य र नह कर प य म र अ दर व फ ल ग नह आई ल कन इसम न ह क क ई गलत नह य क उस न

जव न क ज़हर ल ज श-5 म र ऑ फस क न ह म र स थ स स करन च हत थ ल कन म ख द क इसक लए त य र नह कर प य म र अ दर व फ ल ग नह आई ल कन इसम न ह क क ई गलत नह य क उस न जव न क ज़हर ल ज श-5 म र ऑ फस क न ह म र स थ स स करन च हत थ ल कन म ख द क इसक लए त य र नह कर प य म र अ दर व फ ल ग नह आई ल कन इसम न ह क क ई गलत नह य क उस नह पत थ क म लड़ कय म च नह रखत ह... Story By: हम श बज

अधिक जानकारी

स ह य स हत Available at ISSN: Volume 01 Issue 04 May 2015 व द ज र ह. एम आर अय गर. र ज थ न क च द ग व म न हल एक घर

स ह य स हत Available at   ISSN: Volume 01 Issue 04 May 2015 व द ज र ह. एम आर अय गर. र ज थ न क च द ग व म न हल एक घर व द ज र ह. एम आर अय गर. र ज थ न क च द ग व म न हल एक घर ल ज न पहच न न म थ. ग व क क व ट क ल म पढ़न व ल न हल पढ़ ई म अ वल थ. मज ल क उसक रहत क ई कक ष म प रथम आन क स च भ ल त. इसक स थ वह थ भ बल क ख बस रत. घर-

अधिक जानकारी

1/25/2018 Press Information Bureau र प त स चव लय भ रत क र प त र म न थ क व द क गणत दवस क प व स य पर र क न म स द श क शन त थ: 25 JAN :22PM by PIB D

1/25/2018 Press Information Bureau र प त स चव लय भ रत क र प त र म न थ क व द क गणत दवस क प व स य पर र क न म स द श क शन त थ: 25 JAN :22PM by PIB D र प त स चव लय भ रत क र प त र म न थ क व द क गणत दवस क प व स य पर र क न म स द श क शन त थ: 25 JAN 2018 7:22PM by PIB Delhi म र य र द शव सय 1. अपन द श क, उनह तरव गणत दवस क प व स य पर आप सभ क बह त-बह त बध ई!

अधिक जानकारी

37

37 CREATIVE WRITING VOL. 1 ISSUE 4 APRIL 2014 www.newmanpublication.com 185 37 र शन क त फ़ न ड. घन य म ह. ह आस द न सह यक य पक, आन द नक तन क ष मह व लय, वर र, जल च प र सपन द खन श यद हम श स इ स न क फ तरत रह ह

अधिक जानकारी

Microsoft Word - sun-darkness-moon-blood-hindi.docx

Microsoft Word - sun-darkness-moon-blood-hindi.docx व ल य ह न, आ मक स य य श ज मस ह थ, क घ षण क स य क य त न च द क क श क थ न त रत कर दय वग क र य नकट आ गय थ परम र न प तक स क दन अपन आ म उड ल ड ल इसक प व ऐस घटन कभ नह ई थ ब त न स च परम भ क दन और परम र क र य आ

अधिक जानकारी

वह एक नव मुस्लिम है और अपने पास कुत्ता रखना चाहती है

वह एक नव मुस्लिम है और अपने पास कुत्ता रखना चाहती है वह एक नव म स ल ह और अपन प स क त त रखन च हत ह حديثا وتر د إبقاء للكب عندها مت أسل ] هندي - Hindi [ fgunh - अन व द : स इट इस ल म प रश न और सम य जन : स इट इस ल ह उस رمجة: موقع الا سلام سو ال وجواب تنسيق:

अधिक जानकारी

1 करक द ख ओ सब क स गत ह उ च आव ज म ब ल - र ड!! अब सब फ स ल ट टर क स थ ज र स ब ल ग स गत ह!!! र ड सहमत त र क ट ल और छ त र क न म ज न पहच न ह उद द श

1 करक द ख ओ सब क स गत ह उ च आव ज म ब ल - र ड!! अब सब फ स ल ट टर क स थ ज र स ब ल ग स गत ह!!! र ड सहमत त र क ट ल और छ त र क न म ज न पहच न ह उद द श 1 करक द ख ओ सब क स गत ह उ च आव ज म ब ल - र ड!! अब सब फ स ल ट टर क स थ ज र स ब ल ग स गत ह!!! र ड 1 2 3 सहमत त र क ट ल और छ त र क न म ज न पहच न ह उद द श य एक दट सर स द स बढ न, त र क ट ल क ह स बनन क त न फ

अधिक जानकारी

Pisces Hindi Horoscope

Pisces  Hindi Horoscope 2018 क लय म न र श क र शफल म न र शफल 2018 - प स और व य त म न र श व ल क लए वष क आर भक तम ह आ थक प स स म रह ग. आप धन जन क म आग रहग. आपक ल भ म कम नह ह ग, पर त इसक स थ ह आपक लए थ क खच क र क प न आस न नह ह ग.

अधिक जानकारी

Microsoft Word - Mark of the Beast in Hindi Language.docx

Microsoft Word - Mark of the Beast in Hindi Language.docx श त न क नश न ब इ बल म, हज र वष स श त न ऐस य कर रह ह जसस वह भगव न क ल ग पर ह र कर सक? ए थ र क त सर अ य य म लख ह क उसन सरक र दब व क इ त म ल कय जसस वह भगव न क ल ग क भगव न क क न न क त ड़न पर मजब र कर सक. ज

अधिक जानकारी

Untitled-1

Untitled-1 2018 क लय मकर र श क र शफल मकर र शफल 2018 - प स और व य त स ल क आर भक तम ह क श आत आपक लए थ ड़ खच ल ह त दख ई द त ह. आपक खच इस समय य थव र ग इ द म लग सकत ह. ब क श और उनक वह र क चलत आप क फ पर श न रहग. वह समय

अधिक जानकारी

Untitled-1

Untitled-1 2018 क लय क र श क र शफल क र शफल 2018 - प स और व य त आपक लए तम ह क समय म हनत स भर आ ह. आपक धन क ह ग ल कन स घष क र ह आप उस प सकग. इस समय घर-प रव र क ज द र भ आप पर ह ह ग और उनक आव कत ओ क प त क लए आप हर स

अधिक जानकारी

इस्लाम की सहिष्णुता

इस्लाम की सहिष्णुता इस ल क स हष ण त سماحة الا سلام ] هندي - Hindi [ fgunh - म हम म बन इब र ह अत-त व जर مد بن إبراهيم تلو ري अन व द : स इट इस ल म प रर और सम य जन : स इट इस ल ह उस رمجة: موقع الا سلام سو ال وجواب تنسيق: موقع

अधिक जानकारी

Untitled-1

Untitled-1 2018 क लय कक र श क र शफल कक र शफल 2018 - प स और व य त कक र श व ल क लए य तम ह आ थक मसल क लए द ब हतर न ह प ए. आपक धक श समय इस ज ड़-त ड़ म लग रह ग क आप कस क र पन बचत क आग बढ़ ए. आपक घर ल व द- वव द भ इ ब त क

अधिक जानकारी

godan24.txt

godan24.txt मच द ग द न स न सऽहव स ल म थ और इस स ल उसक वव ह करन आव यक थ ह र त द स ल स इस फ़ब म थ, पर ह थ ख़ ल ह न स क ई क़ ब न चलत थ मगर इस स ल ज स भ ह, उसक वव ह कर द न ह च हए, च ह क़रज़ ल न पड़, च ह ख त गर रखन पड़ और अक

अधिक जानकारी

Untitled-1

Untitled-1 2018 लय र श र शफल र शफल 2018 - प स और व य त जनवर 2018 स म च 2018 त समय र श व ल लए इस तम ह आर भ समय थ ड़ म म स रहन व ल ह. इस व ध द र न आप घर प रव र ज़ रत ल र ज ड़-त ड़ रन म रहग. छ ऐस त ओ द र भ रह ग जब आप पन

अधिक जानकारी

Chapter_10_?????_??????

Chapter_10_?????_?????? Question 1: स न न न ह त ह ए भ च म व ल क ल ग क टन य कहत थ? च म व ल एक द शभ न ग रक थ उसक दय म द श क व र जव न क त स म न थ इस लए ल ग उस क टन कहत थ Question 2: ह लद र स हब न इवर क पहल च र ह पर ग ड़ र कन क लए

अधिक जानकारी

जम लह त ग व म ब न ई क सफ़र आज़ द क ब त दन क बय न - नभर र ग व क ख क म हल ओ क लगन भर शरकत ख द आ खर क फ क छ ख द म सम ट ह ए ह उस ख द क बस वट तल स नय जत ग र

जम लह त ग व म ब न ई क सफ़र आज़ द क ब त दन क बय न - नभर र ग व क ख क म हल ओ क लगन भर शरकत ख द आ खर क फ क छ ख द म सम ट ह ए ह उस ख द क बस वट तल स नय जत ग र जम लह त ग व म ब न ई क सफ़र आज़ द क ब त दन क बय न - नभर र ग व क ख क म हल ओ क लगन भर शरकत ख द आ खर क फ क छ ख द म सम ट ह ए ह उस ख द क बस वट तल स नय जत ग र म ण वक स क ब नन क प रय स कय ज रह ह जम लह त ग व म सव

अधिक जानकारी

वह नयी नयी मुसलमान हुई है और अपने इस्लाम का प्रदर्शन करने पर सक्षम नहीं है तो वह अपने हिंदू परिवार के बीच कैसे नमाज़ पढ़े ॽ

वह नयी नयी मुसलमान हुई है और अपने इस्लाम का प्रदर्शन करने पर सक्षम नहीं है तो वह अपने हिंदू परिवार के बीच कैसे नमाज़ पढ़े ॽ वह नय नय म सलम न ह ई ह और अपन इस ल क प रदश करन पर स म नह ह त वह अपन ह द प रव र क ब च क स नम ज़ पढ़ ॽ أسلمت حديثا ولا ستطيع إظهار إسلامها فكيف تص ب أهلها هلندوس ] هندي - Hindi [ fgunh - अन व द : स इट इस ल

अधिक जानकारी

गल ड क च द स सह ल क च द म तन क मद न करन लग, व ज र स च द स ससक रय ल न लग म र ह थ उसक कमर पर र गन लग, म र ह थ उसक च तड़ पर ठहर गय और उनक मसलन लग... Story

गल ड क च द स सह ल क च द म तन क मद न करन लग, व ज र स च द स ससक रय ल न लग म र ह थ उसक कमर पर र गन लग, म र ह थ उसक च तड़ पर ठहर गय और उनक मसलन लग... Story गल ड क च द स सह ल क च द म तन क मद न करन लग, व ज र स च द स ससक रय ल न लग म र ह थ उसक कमर पर र गन लग, म र ह थ उसक च तड़ पर ठहर गय और उनक मसलन लग... Story By: (premplayboy14) Posted: Tuesday, March 3rd, 2015

अधिक जानकारी

INTERNATIONAL RESEARCH JOURNAL OF MULTIDISCIPLINARY STUDIES Vol. 4, Issue 6, June, 2018 ISSN (Online): Impact Factor: (GIF), 0.679(IIF

INTERNATIONAL RESEARCH JOURNAL OF MULTIDISCIPLINARY STUDIES Vol. 4, Issue 6, June, 2018 ISSN (Online): Impact Factor: (GIF), 0.679(IIF क ण स बत क कथ स ह य म म त क न ल म व न ई ह द वभ ग, द ल व व व य लय, द ल क ण स बत समक ल न कथ स ह य क न व ह म हल ल खक ओ म अब तक भ सबस व र ठ और भ वश ल रचन क र ह क ण स बत क ज म 18 फरवर 1925 क प ज ब क शहर ग जर

अधिक जानकारी

अर्थशास्त्र : मार्क्स और लोहिया से आगे

अर्थशास्त्र : मार्क्स और लोहिया से आगे अथ श : म स और ल हय स आग. ल खक स न ल [ ल खक सम जव द जनप रषद क र य अ य तथ अथ श ह ड. र ममन हर ल हय क स प तक Marx, Gandhi and Socialism क एक अ य य ह -Economics after Marx त त आल ख उसक आग क कथन ह ] म नव इ तह

अधिक जानकारी

سم ا ا حمن ا ح अ ल ह क न म, वन, यह दय ल म श व र धम पद श व व सय क म नन य म यम, फर स ज वत व व स क और खल फ अ ल ह क व द कय मस ह और म ज दद (श 4 अ ल 2014 व

سم ا ا حمن ا ح अ ल ह क न म, वन, यह दय ल म श व र धम पद श व व सय क म नन य म यम, फर स ज वत व व स क और खल फ अ ल ह क व द कय मस ह और म ज दद (श 4 अ ल 2014 व سم ا ا حمن ا ح अ ल ह क न म, वन, यह दय ल म श व र धम पद श व व सय क म नन य म यम, फर स ज वत व व स क और खल फ अ ल ह क व द कय मस ह और म ज दद (श 4 अ ल 2014 व र धम पद श क स र श) कह क ब द सद य क बध ई द व ल सल म,

अधिक जानकारी

Microsoft Word - Hindi Class III Worksheet for FA1 Revision.doc

Microsoft Word - Hindi Class III Worksheet for FA1 Revision.doc ह द क य प क - क : त सर न म: क : वग : श द थ प त : लख मसल ध र वष : ब खबर: मचलन : ख ड कर : ढम दब कर भ गन : ल : उल चन : सय : च द : च दन : धप : ब व : वरन : फटक रन : तरक ब : फ़ रन : म रयल : आसम न : द ड़ लग न :

अधिक जानकारी

प थ व ल क क अन त प त क द र स व दनश ल स द श स ल स ट यल स इन स अल फ और ओम ग

प थ व ल क क अन त प त क द र स व दनश ल स द श स ल स ट यल स इन स अल फ और ओम ग प थ व ल क क अन त प त क द र स व दनश ल स द श स ल स ट यल स इन स अल फ और ओम ग प थ व क सभ न व स य, भगव न क ख श स स त त कर. अल फ और ओम ग, व श ल ट ल प थ क इ ज ल क ल खक ह प थ व ल क क अन त प त क द र स व दनश ल स

अधिक जानकारी

२०१२ मह प रवतन क स ल म आपक द सर दन क क यश ल और भ ड र मह सव म व गत ह कर ब स स ल पहल क ब त ह, एक आदम ज व म ज मह र ज ज आगर, भ रत (जह त ज महल ह) क स त रह

२०१२ मह प रवतन क स ल म आपक द सर दन क क यश ल और भ ड र मह सव म व गत ह कर ब स स ल पहल क ब त ह, एक आदम ज व म ज मह र ज ज आगर, भ रत (जह त ज महल ह) क स त रह २०१२ मह प रवतन क स ल म आपक द सर दन क क यश ल और भ ड र मह सव म व गत ह कर ब स स ल पहल क ब त ह, एक आदम ज व म ज मह र ज ज आगर, भ रत (जह त ज महल ह) क स त रह ह, उनक श य थ व आदम ज व म ज मह र ज क श य थ, अपन र य

अधिक जानकारी

Whistle blower policy-Hindi

Whistle blower policy-Hindi म ख़ बर स ब ध न त म गल र रफ इनर ए ड प क मक स ल मट ड प ज क त क य लय: म ड प डव, क त त र, प ट म ग क टप ल, म गल र 575 030, कन टक ट ल फ न: 0824-2270400 फ स: 0824-2270383/0013 www.mrpl.co.in म ख़ बर स ब ध न त

अधिक जानकारी

ट चर क च त क मल ह ट ड ग ब ड म म ज कर व म र क ध पकड़ कर न च ल ट ग.. फर म र गल म ह थ ड लकर म झ अपन ऊपर ख च कर कस करन लग म न उनक च त क फ क पर अपन ल ड रगड़

ट चर क च त क मल ह ट ड ग ब ड म म ज कर व म र क ध पकड़ कर न च ल ट ग.. फर म र गल म ह थ ड लकर म झ अपन ऊपर ख च कर कस करन लग म न उनक च त क फ क पर अपन ल ड रगड़ ट चर क च त क मल ह ट ड ग ब ड म म ज कर व म र क ध पकड़ कर न च ल ट ग.. फर म र गल म ह थ ड लकर म झ अपन ऊपर ख च कर कस करन लग म न उनक च त क फ क पर अपन ल ड रगड़ 'अ दर ड ल न..' कहत ह ए उ ह न म र ह ठ क ह क स क ट लय...

अधिक जानकारी

Microsoft Word - Copy _1_ of Artcle Wakf Qanoon.docx

Microsoft Word - Copy _1_ of Artcle Wakf Qanoon.docx व फ़ क क़ न न य म सलम न क क य ण क लए य उन पर श सन करन क लए ड. स यद ज़फ़र महमद व फ़ बल 2010 अब फर क सरक र क अ पस यक म मल स ब ध म लय क प स ह, र य सभ क इस नद श क स थ क स ल ट कम ट क सफ़ रश क अन स र इस म स श धन करक

अधिक जानकारी

Microsoft Word - pr UAE Migrants hn doc.doc

Microsoft Word - pr UAE Migrants hn doc.doc स य क त अरब अम र त: नम र ण क यर म अच नक आई त ज़ म क मग र क श षण नम र ण क य र म लग व स क मग र क श षण क द शर त करत एक नई रप टर (दबई, नवम बर 12, 2006) म नव धक र स गठन ह य मन र इट स व च न आज ज र अपन एक रप टर

अधिक जानकारी

च द ई क कह न शबनम भ भ क -2 म शबनम भ भ क द व न ह चल थ. एक दन भ भ क स ड़ म द ख कर म अपन कमर म उ ह य द करक उनक न म ल कर म ठ म र रह थ त भ भ आ गई और म झ पत

च द ई क कह न शबनम भ भ क -2 म शबनम भ भ क द व न ह चल थ. एक दन भ भ क स ड़ म द ख कर म अपन कमर म उ ह य द करक उनक न म ल कर म ठ म र रह थ त भ भ आ गई और म झ पत च द ई क कह न शबनम भ भ क -2 म शबनम भ भ क द व न ह चल थ. एक दन भ भ क स ड़ म द ख कर म अपन कमर म उ ह य द करक उनक न म ल कर म ठ म र रह थ त भ भ आ गई और म झ पत भ नह चल.... Story By: (playboyindian) Posted: Saturday,

अधिक जानकारी

म क शफ़ १:१ 1 म क शफ़ १:९ Revelation म क शफ़ १ ईस ' मस ह क म क शफ, ज उस ख़ द क तरफ़ स इस लए ह आ क अपन बन द क व ब त दख ए जनक जल द ह न ज़ र ह ; और उसन अपन फ़ र

म क शफ़ १:१ 1 म क शफ़ १:९ Revelation म क शफ़ १ ईस ' मस ह क म क शफ, ज उस ख़ द क तरफ़ स इस लए ह आ क अपन बन द क व ब त दख ए जनक जल द ह न ज़ र ह ; और उसन अपन फ़ र म क शफ़ १:१ 1 म क शफ़ १:९ Revelation म क शफ़ १ ईस ' मस ह क म क शफ, ज उस ख़ द क तरफ़ स इस लए ह आ क अपन बन द क व ब त दख ए जनक जल द ह न ज़ र ह ; और उसन अपन फ़ रश त क भ ज कर उसक म ' रफ़त उन ह अपन अपन बन द य ह पर ज़

अधिक जानकारी

godan10.txt

godan10.txt मच द ग द न ह र क कह पत न चल और दन ग ज़रत ज त थ ह र स जह तक द ड़ध प ह सक क ; फर ह रकर ब ठ रह ख त -ब र क भ फ़ब करन थ अक ल आदम य - य करत और अब अपन ख त स एय द फ़ब थ प नय क ख त क प नय अब अक ल ह कर और भ च ड ह गय

अधिक जानकारी

Microsoft Word - GEETA KA BHAGWAN

Microsoft Word - GEETA KA BHAGWAN ग त क नर क र भगव न शव-श कर भ ल न थ य स क र क ण क आ म उफ द द ल खर ज? भ रत य क लए ढ ई हज़ र स ल स ज वन क हर म म ग दश क क क य करन व ल ग त सव श शर म ण ह, इस ब त म क ई स द ह नह ह, क त भ रत क इ तह स म इस ग त

अधिक जानकारी

इब र नय १:१ 1 इब र नय १:१२ Hebrews इब र नय १ प र न ज़म न म ख़ द न ब प- द द स हस स -ब- हस स और तरह-ब-तरह न बय क ज़ रए कल म करक, २ इस ज़म न क आ ख़र म हम स ब

इब र नय १:१ 1 इब र नय १:१२ Hebrews इब र नय १ प र न ज़म न म ख़ द न ब प- द द स हस स -ब- हस स और तरह-ब-तरह न बय क ज़ रए कल म करक, २ इस ज़म न क आ ख़र म हम स ब इब र नय १:१ 1 इब र नय १:१२ Hebrews इब र नय १ प र न ज़म न म ख़ द न ब प- द द स हस स -ब- हस स और तरह-ब-तरह न बय क ज़ रए कल म करक, २ इस ज़म न क आ ख़र म हम स ब ट क ज़ रए कल म कय, जस उसन सब च ज़ क व रस ठहर य और जसक

अधिक जानकारी

प र म क स मथ यर अपन बच च क प र त प र म क क रण हम र पत न अपन प त र क भ ज क वह उसक बच च क प प क द ड च क ए और उन ह छ ड़ ल क य क परम श वर न जगत स ऐस प र म

प र म क स मथ यर अपन बच च क प र त प र म क क रण हम र पत न अपन प त र क भ ज क वह उसक बच च क प प क द ड च क ए और उन ह छ ड़ ल क य क परम श वर न जगत स ऐस प र म प र म क स मथ यर अपन बच च क प र त प र म क क रण हम र पत न अपन प त र क भ ज क वह उसक बच च क प प क द ड च क ए और उन ह छ ड़ ल क य क परम श वर न जगत स ऐस प र म रख क उसन अपन एकल त प त र द दय य हन न 3:16 परम श वर

अधिक जानकारी

देश देशांतर : ब्रेक्जिट समझौता (Brexit Agreement)

देश देशांतर : ब्रेक्जिट समझौता (Brexit Agreement) द श द श तर : ब जट समझ त (Brexit Agreement) drishtiias.com/hindi/printpdf/brexit-agreement स दभ एव प ठभ म य र प य य नयन स ब ट न क अलग ह न क समझ त पर ब ट न क म म डल न म हर लग द ह ब ट न सरक र क क बन ट म य

अधिक जानकारी

इनसाइट: भारत में मानव तस्करी

इनसाइट: भारत में मानव तस्करी इनस इट: भ रत म म नव त कर drishtiias.com/hindi/printpdf/human-trafficking-in-india स दभ व प ठभ म म नव त कर क म मल म भ रत द नय क श ष द श म श मल ह और इस म नव त कर क Source ( त), Transit (प रगमन) और Destination

अधिक जानकारी

अपने बच्चे को पैगंबर की कहानी सुनाईए (पैगंबर की किशोरावस्था)

अपने बच्चे को पैगंबर की कहानी सुनाईए (पैगंबर की किशोरावस्था) अपन बच च क प ग बर क कह न स न ईए (प ग बर क कश र वस थ) ] هندي & Hindi [ हन द & स इट रस लल ल अन व द अत उ र हम न ज़य उल ल 2013-1434 احك لطفلك عن رسول االله ] شباب الرسول [» اللغة اهلندية «وقع نرصة رسول االله

अधिक जानकारी

Divorce-Hindi

Divorce-Hindi व ध क न म : म हल स शन क न म : ह द वव ह क न न सब-स शन स शन क न म: तल क क न न पर एक नजर ह दओ म वव ह एक प व ब धन म न ज त ह ह द वव ह अ ध नयम, 1955 क तहत तल क क क ई वध न नह थ तल क प न क ध रण क तब भ रत य सम

अधिक जानकारी

त त स त त स क ल ख गय प ल स क पत र य श मस ह क स वक प ल स लगभग 65 ए.ड. ल खक समय व षय प ल स न त म. क ल ख गए पहल पत र म चर च क ल ग क चर त र और स व क ब र म

त त स त त स क ल ख गय प ल स क पत र य श मस ह क स वक प ल स लगभग 65 ए.ड. ल खक समय व षय प ल स न त म. क ल ख गए पहल पत र म चर च क ल ग क चर त र और स व क ब र म त त स त त स क ल ख गय प ल स क पत र य श मस ह क स वक प ल स लगभग 65 ए.ड. ल खक समय व षय प ल स न त म. क ल ख गए पहल पत र म चर च क ल ग क चर त र और स व क ब र म स ख य थ उसन प म क ब र म भ स ख य थ उस तरह इस च ट म

अधिक जानकारी

Microsoft Word - CLASS 7 OTBA - Copy

Microsoft Word - CLASS 7  OTBA - Copy व य क लए जहर ह फ ट फ ड आजकल ब च और य व ओ म फ ट-फ ड क त त ज स लग व बढ़ रह ह भ गत -द ड़त ज दग म ल ग क प स इतन व त नह रह गय ह क व स हतम द भ जन कर सक और व इधर-उधर क छ भ ख कर अपन क म चल ल त ह ड टर और प षण वश

अधिक जानकारी

Microsoft Word - nh-notes-06

Microsoft Word - nh-notes-06 NH Notes - 05 अ खल भ रत य ज ट मह सभ क ल यलप र अ धव शन म 9 अ ल 1944 क च धर छ ट र म ज क ऐ तह सक भ षण! अ खल भ रत य ज ट मह सभ क ल यलप र अ धव शन म 9 अ ल 1944 क च धर छ ट र म न एक ऐ तह सक भ षण दय थ, और ज ट गज़ट

अधिक जानकारी

Microsoft Word - 10 neha goswami _44-49_

Microsoft Word - 10 neha goswami _44-49_ ब ज रव द क प र य म अ तर य पटल पर ह द क बढ़त वच व न ह ग व म (श ध थ ) श स क य दय लब ग एज क शनल इ ट य ट (ड ड य नव स ट ), आगर, उ तर द श, भ रत श ध स प स चन त क य ग म र य व अ तर य पटल पर ह द क स र त ग त स ह रह

अधिक जानकारी

आ ट और उनक ब ट क य र और च त च द ई -1 क म क सल सल म म झ क फ दन क लए एक ग व ज न पड़. म एक घर म क, जह म झ बह त य र मल और स थ म आ ट और क व र न क क च त मल..

आ ट और उनक ब ट क य र और च त च द ई -1 क म क सल सल म म झ क फ दन क लए एक ग व ज न पड़. म एक घर म क, जह म झ बह त य र मल और स थ म आ ट और क व र न क क च त मल.. आ ट और उनक ब ट क य र और च त च द ई -1 क म क सल सल म म झ क फ दन क लए एक ग व ज न पड़. म एक घर म क, जह म झ बह त य र मल और स थ म आ ट और क व र न क क च त मल... Story By: सम र 777 (same777) Posted: Friday, January

अधिक जानकारी

SHIV HRM OFFICE

SHIV HRM OFFICE SHIV HRM OFFICE म द सरक र म श और र ष ट र नम र ण 06:46 AM, Sep 03, 2018 Satish Kumar पछल 4 वष म श क त र म कई ब नय द प रवतर न ह ए ह एक नई स च और ऊज र क स च र भ द खन क मल ह यह अलग ब त ह क जय वश

अधिक जानकारी

godan14.txt

godan14.txt मच द ग द न ह र क फ़सल स र क स र ड ड़ क भ ट ह च क थ व श ख त कस तरह कट, मगर ज ठ लगत -लगत घर म अन ज क एक द न न रह प च-प च प ट ख न व ल और घर म अन ज नद रद द न ज न न मल, एक ज न त मलन ह च हए भर-प ट न मल, आध प ट

अधिक जानकारी

The Jabil Code (Hindi)

The Jabil Code (Hindi) ज बल स हत स स र क सव तम ल ग क स थ ल कर चलन और उ ह ग त क म ग पर अ सर करन क मत द न करन पर क त ज बल क अ वत य क पन स क त न हम व वध क त व नम ण उ य ग क अ ण बन य ह हमन इस स क त क वष तक य नप व क वक स कय ह और म

अधिक जानकारी

कम सन जव न क च द ई क व प द ह दन-7 अ कल न म झ द लड़क क स थ भ ज दय. द न न म र च द ई क त य र श कर द थ और अपन द द त क भ म र न ग च त क फ ट भ ज कर ब ल लय थ..

कम सन जव न क च द ई क व प द ह दन-7 अ कल न म झ द लड़क क स थ भ ज दय. द न न म र च द ई क त य र श कर द थ और अपन द द त क भ म र न ग च त क फ ट भ ज कर ब ल लय थ.. कम सन जव न क च द ई क व प द ह दन-7 अ कल न म झ द लड़क क स थ भ ज दय. द न न म र च द ई क त य र श कर द थ और अपन द द त क भ म र न ग च त क फ ट भ ज कर ब ल लय थ.... Story By: vandhya (vandhyap) Posted: Wednesday,

अधिक जानकारी

Microsoft Word - ????? ????? ??????? ?? ???

Microsoft Word - ????? ????? ??????? ?? ??? स चर स म त रप ट क स र ध नम क य लय न म च 2005 म एक अ धस चन ज र करत ह ए इस ब त क स न म लय क म लम सम द य क स म जक, आ थ क ए व श क थ त क स ब ध म व वसन य आ कङ म ज द नह ह ध नम क य लय न म न क इस स ब ध म व त वक

अधिक जानकारी

VISTAS Vol. 5, No. 1, 2016, pp ISSN: , e-issn समक ल न ह द क वत म म त व क च ण Sr. Rose Anto Associate Professor, Department

VISTAS Vol. 5, No. 1, 2016, pp ISSN: , e-issn समक ल न ह द क वत म म त व क च ण Sr. Rose Anto Associate Professor, Department VISTAS Vol. 5, No. 1, 2016, pp. 97-102 ISSN: 2319-5770, e-issn 2394-1138 समक ल न ह द क वत म म त व क च ण Sr. Rose Anto Associate Professor, Department of Hindi, St. Joseph s College, Irinjalakuda क वत तब

अधिक जानकारी

HIN तब यीशु ने आकर और बुलाया VGR

HIN तब यीशु ने आकर और बुलाया VGR तब य श न आकर और ब ल य स त य ह क 11 व अ य य स, 18 व पद स आर भ करत ह ए पढ़न च हत ह ब त न य ह य शल म क सम प क ई द म ल क द र पर थ और बह त स यह द म रथ और म रयम क प स उन क भ ई क वषय म श त द न क लय आए थ स म रथ

अधिक जानकारी

द वर भ भ षक : म स ह सस दय म र न कर शहर म लगन क क रण म र भ य न म झ शहर म ब ल लय थ म एक ईव ट स थ म थ जब क भ य एक... [Continue Reading]... Story By: (sis

द वर भ भ षक : म स ह सस दय म र न कर शहर म लगन क क रण म र भ य न म झ शहर म ब ल लय थ म एक ईव ट स थ म थ जब क भ य एक... [Continue Reading]... Story By: (sis द वर भ भ षक : म स ह सस दय म र न कर शहर म लगन क क रण म र भ य न म झ शहर म ब ल लय थ म एक ईव ट स थ म थ जब क भ य एक... [Continue Reading]... Story By: (sisodiapremsingh) Posted: स मव र, ज ल ई 31st, 2006 Categories:

अधिक जानकारी

Microsoft Word - 3 kanchan bala _13-18_

Microsoft Word - 3 kanchan bala _13-18_ श श भ श क उप य स म क ट ब य न र क चन ब ल (श ध थ ) च.ब ल र म ग द र र जक य क य मह व य लय, ग ग नगर. र ज थ न, भ रत श ध स प न र ई वर क अन पम क त ह स स र क सम त जड़ व च तन म उसक अ त व ह भ रत य स क त म न र क सद

अधिक जानकारी

र मय १:१ 1 र मय १:१३ Romans र मय १ प ल स क तरफ़ स ज ईस ' मस ह क बन द ह और रस ल ह न क लए ब ल य गय और ख़ द क उस ख़ शख़बर क लए २ पस म त म क भ ज र म म ह ख़ शख़ब

र मय १:१ 1 र मय १:१३ Romans र मय १ प ल स क तरफ़ स ज ईस ' मस ह क बन द ह और रस ल ह न क लए ब ल य गय और ख़ द क उस ख़ शख़बर क लए २ पस म त म क भ ज र म म ह ख़ शख़ब र मय १:१ 1 र मय १:१३ Romans र मय १ प ल स क तरफ़ स ज ईस ' मस ह क बन द ह और रस ल ह न क लए ब ल य गय और ख़ द क उस ख़ शख़बर क लए २ पस म त म क भ ज र म म ह ख़ शख़बर स न न क जह तक म र त क़त ह म त य र ह ३ अपन ब ट ख़ द

अधिक जानकारी

स य -775/2015/2405/ (अ0स 0-37)/2015 षक, एच0प 0 स ह वश ष स चव उ0 0 श सन स व म, नद शक, र य नगर य वक स अ भकरण, उ0 0, लखनऊ नगर य र जग र एव गर ब ल

स य -775/2015/2405/ (अ0स 0-37)/2015 षक, एच0प 0 स ह वश ष स चव उ0 0 श सन स व म, नद शक, र य नगर य वक स अ भकरण, उ0 0, लखनऊ नगर य र जग र एव गर ब ल स य -775/2015/2405/69-1-15-80(अ0स 0-37)/2015 षक, एच0प 0 स ह वश ष स चव उ0 0 श सन स व म, नद शक, र य नगर य वक स अ भकरण, उ0 0, लखनऊ नगर य र जग र एव गर ब लखनऊ : दन क : 14 अ ट बर, 2015 उ म लन क य म वभ ग वषय

अधिक जानकारी

इइज ल-ए ममक द दस असल ययन न मतन सस नय उरयर द तजम र द म न शश र न शजय शलइक र स सर द कन सल टस इटट स

इइज ल-ए ममक द दस असल ययन न मतन सस नय उरयर द तजम र द म न शश र न शजय शलइक र स सर द कन सल टस इटट स इइज ल-ए ममक द दस असल ययन न मतन सस नय उरयर द तजम र द म न शश र न शजय शलइक र स सर द कन सल टस इटट स ब र रमवमम The New Testament in Modern Urdu Translated from the Original Greek Urdu Geo Version (Devanagari)

अधिक जानकारी

Microsoft Word - hindi code of conduct

Microsoft Word - hindi code of conduct हडक आचरण एव न तक स हत त वन यह आचरण स हत "हडक आचरण एव न तक स हत " क न म स ज न ज एग इस स हत म हडक "क पन " क प म स द भ त ह क पन क ह ल ह म अन श सन एव अप ल नयम वल (स ड ए नयम वल ) बन य ह यह आचरण स हत वश ष प

अधिक जानकारी

Microsoft Word - Lords-Coming-Hindi

Microsoft Word - Lords-Coming-Hindi व त वक व स भ व य स स ब धत ख स श क म नन नह ह न ह यह ब इबल क कस अ श क अ रश अन व द स चपकन ह वरन यह त परम र क वचन स नकर हण करन और उसक प लन करन ह भ व य स ज ड़ कस वश ष श क पकड़ रहन व त वक व स नह ह यह सफ इतन कर

अधिक जानकारी

Microsoft Word - Saul-David-Hindi.docx

Microsoft Word - Saul-David-Hindi.docx अक ल आग बढ़न ह त थ परम र क स थ गत स ग त करन व ल वह नय नयम क थ और वह स कर म ग पर चल ज ज वन तक प च त ह य द हम द ऊद ज स ज वन च हत ह त य श इसक त ह वह इस लय आय क हम ज वन प य, ब त यत क ज वन आइय हम उनक प स चल

अधिक जानकारी

देश देशांतर : गवाह की परवाह

देश देशांतर : गवाह की परवाह द श द श तर : गव ह क परव ह drishtiias.com/hindi/printpdf/witness-protection स दभ एव प ठभ म बड़ और स व दनश ल म मल म गव ह क स र क ल कर द यर एक जन हत य चक पर स नव ई करत ह ए उ चतम य य लय न 5 दस बर क क द सरक

अधिक जानकारी

त रर त असल इब र न मतन सर नय उररर द तरर र द म न शश र न शरय शललक र स सर द कन सल टर लटट स

त रर त असल इब र न मतन सर नय उररर द तरर र द म न शश र न शरय शललक र स सर द कन सल टर लटट स त रर त असल इब र न मतन सर नय उररर द तरर र द म न शश र न शरय शललक र स सर द कन सल टर लटट स ब र ररवरम The Pentateuch in Modern Urdu Translated from the Original Hebrew Urdu Geo Version (Devanagari) (beta version

अधिक जानकारी

godan12.txt

godan12.txt मच द ग द न र त क ग बर झ नय क स थ चल, त ऐस क प रह थ, ज स उसक न क कट हई ह झ नय क द खत ह स र ग व म क हर म मच ज यग, ल ग च र ओर स क स ह य-ह य मच य ग, ध नय कतन ग लय द ग, यह स च-स चकर उसक प व प छ रह ज त थ ह र

अधिक जानकारी

Microsoft Word - Speech- National Awards for Empowerment of Persons with Disabilities docx

Microsoft Word - Speech- National Awards for Empowerment of Persons with Disabilities docx भ रत क र प त र म न थ क व द ज क द य ग क लए र य प र क र 2017 द न करन क अवसर पर स ब धन व न भवन, दस बर 03, 2017 1. अ तर य द य ग दवस क अवसर पर द य ग-जन क र य प र क र स स म नत करन एक ख श क अवसर ह भ रत सरक र

अधिक जानकारी

मरक स १:१ 1 मरक स १:१३ Mark मरक स १ ईस ' मस ह इबन ख़ द क ख़ शख़बर क श आत २ ज स यस य ह नब क कत ब म लख ह, द ख म अपन प ग़ बर पहल भ जत ह ; ज त म ह र लए र स त

मरक स १:१ 1 मरक स १:१३ Mark मरक स १ ईस ' मस ह इबन ख़ द क ख़ शख़बर क श आत २ ज स यस य ह नब क कत ब म लख ह, द ख म अपन प ग़ बर पहल भ जत ह ; ज त म ह र लए र स त मरक स १:१ 1 मरक स १:१३ Mark मरक स १ ईस ' मस ह इबन ख़ द क ख़ शख़बर क श आत २ ज स यस य ह नब क कत ब म लख ह, द ख म अपन प ग़ बर पहल भ जत ह ; ज त म ह र लए र स त त य र कर ग ३ व र न म प क रन व ल क आव ज़ आत ह क ख़ दवन

अधिक जानकारी

Zikr-e-ilahi (Hindi)

Zikr-e-ilahi (Hindi) ज क र इल ह भ षण हज रत म र ज बश र द न महम द अहमद ख ल फत ल मस ह स न रज अल ह अन ह न म प स तक : ज क र इल ह Name of book : Zikr-e-ilahi भ षण : ह र त जम बश र द न महम द अहमद ख ल फ त ल मस ह स न रज अल ह अन ह Lecture

अधिक जानकारी

Redressing the Stigma of ‘Nomadism’ and ‘Criminality’ : Underpinnings of its Omission and Incorporation in Indian Reservation

Redressing the Stigma of ‘Nomadism’ and ‘Criminality’ : Underpinnings of its Omission and Incorporation in Indian Reservation REPORT प रध छ तर क पत थर स क चलकर म र ड ल ल मण ग यकव ड ल मण ग यकव ड म लत प रध सम ज स आए ह ए पर थतयश एव बह च चत ल खक ह, जनक आत मकथ उठ ईग र न स हत यक ष तर म क फ़ हलचल मच ई थ कई पर स प स तक क अल व इस क ष तर

अधिक जानकारी

HIN ये चरवाहे ही क्यों होने थे VGR

HIN ये चरवाहे ही क्यों होने थे VGR य चरव ह ह य ह न थ म स चत ह, म एक तरह क बह त द र तक ब लन व ल उब ऊ च रक ह और अ श तह, म म स चत ह, म क छ ल ग क एक च रक ज स नह दख ई द त ह और म म एक च रक ह न क द व भ नह करत, म एक तरह क अत र ट यर ह ल कन म महस

अधिक जानकारी

HIN M मोहरो पर प्रश्‍न और उत्तर VGR

HIN M मोहरो पर प्रश्‍न और उत्तर VGR म हर पर न और उ र [एक भ ई अ यभ ष म ब त करत ह, द सर भ ई अन व द करत ह सभ ऊ च आव ज म थ न करत ह स प ] हम र वग य पत, हम व तव म इस समय क लए बह त आभ र ह, क हम फर स परम वर क वचन क च र ओर परम वर क उप थत म स गत कर

अधिक जानकारी

कुसहा पर तटबंध टूटने के साथ ही कोशी की बाढ़ ने उत्तर बिहार के आठ जिलों में बाढ़ ने तबाही मचा दी। कुसहा में तटबंध टूटने की परिस्थितियों ने यह साफ कर दि

कुसहा पर तटबंध टूटने के साथ ही कोशी की बाढ़ ने उत्तर बिहार के आठ जिलों में बाढ़ ने तबाही मचा दी। कुसहा में तटबंध टूटने की परिस्थितियों ने यह साफ कर दि 1 तब ह क गव ह ड. वजय क म र वभ ग य, ग ध वच र वभ ग, भ गलपर व व लय 18 अग त 2008 क क सह पर तटब ध टटन क स थ ह क श क ब ढ़ न उ र बह र क आठ जल म ब ढ़ न भ र तब ह मच द क सह म तटब ध टटन क प र थ तय न यह स फ कर दय क

अधिक जानकारी

Elisha Man of Miracles Hindi PDA

Elisha Man of Miracles Hindi PDA ब च क लए ब इ बल प र त त एल श, चम क र व ल आदम ल खक: Edward Hughes य ख य क र: Lazarus प तरक र: Ruth Klassen अन व द: Suresh Kumar Masih प र त तक र : Bible for Children www.m1914.org 2017 Bible for Children,

अधिक जानकारी

उत प 1:1 1 उत प 1:8 उत प 1 आ द म परम र न आक श और प थ व क बन य 2 प थ व ब ड ल और स नस न थ धरत पर क छ भ नह थ सम ध पर अ ध र छ य थ और परम र क आत म जल क ऊपर

उत प 1:1 1 उत प 1:8 उत प 1 आ द म परम र न आक श और प थ व क बन य 2 प थ व ब ड ल और स नस न थ धरत पर क छ भ नह थ सम ध पर अ ध र छ य थ और परम र क आत म जल क ऊपर उत प 1:1 1 उत प 1:8 उत प 1 आ द म परम र न आक श और प थ व क बन य 2 प थ व ब ड ल और स नस न थ धरत पर क छ भ नह थ सम ध पर अ ध र छ य थ और परम र क आत म जल क ऊपर मण डर त थ * पहल दन उ जय ल 3 तब परम र न कह, उ जय ल

अधिक जानकारी

godan25.txt

godan25.txt मच द ग द न भ ल इधर दसर सग ई ल य थ औरत क बग़ र उनक ज वन न रस थ जब तक झ नय थ, उ ह हईक़ -प न द द त थ समय स ख न क ब ल ल ज त थ अब ब च र अन थ-स ह गय थ बहओ क घर क क म-ध म स छ ट न मलत थ उनक य स व -स क र करत ; इस

अधिक जानकारी

म क च र चरण व छ दत, स नत एव सफलत क भ वश ल तर क व लयम फग स म ट न

म क च र चरण व छ दत, स नत एव सफलत क भ वश ल तर क व लयम फग स म ट न म क च र चरण व छ दत, स नत एव सफलत क भ वश ल तर क व लयम फग स म ट न क प र इट व लयम फग स म ट न, 2014 सभ अ धक र स र त क शक क ल खत अन म त क बन इस प तक य इसक कस भ भ ग क त प नह बन य ज सकत य प तक क सम म स त उ धरण

अधिक जानकारी

. 1 अव ध ब म प लस म आपद एव ज खम क कस क र व य त कय ज त ह? आपद च क सक य घटक ह ज म य क ज खम क भ वद करत ह, तथ ज खम व ज वन श ल ग त व धय ह ज मरन क ज खम क भ

. 1 अव ध ब म प लस म आपद एव ज खम क कस क र व य त कय ज त ह? आपद च क सक य घटक ह ज म य क ज खम क भ वद करत ह, तथ ज खम व ज वन श ल ग त व धय ह ज मरन क ज खम क भ . 1 अव ध ब म प लस म आपद एव ज खम क कस क र व य त कय ज त ह? आपद च क सक य घटक ह ज म य क ज खम क भ वद करत ह, तथ ज खम व ज वन श ल ग त व धय ह ज मरन क ज खम क भ वत करत ह! आपद यह खतर ह क प लस भरक क व श त थ स पहल म

अधिक जानकारी

INTERNATIONAL RESEARCH JOURNAL OF MULTIDISCIPLINARY STUDIES Vol. 3, Issue 9, September, 2017 ISSN (Online): Impact Factor: (GIF), 0.67

INTERNATIONAL RESEARCH JOURNAL OF MULTIDISCIPLINARY STUDIES Vol. 3, Issue 9, September, 2017 ISSN (Online): Impact Factor: (GIF), 0.67 ब ल मन र जक च कथ ओ क कल मक व ल षण श ध स र श ज श क म र श ध थ र ज म न स ह त मर स ग त एव कल व व व य लय, व लयर, म य द श ब ल मन र जक च कथ ओ क क शन क अ तग त उन प क ओ क स म लत कय ज त ह जनक उ द य ब च क पढ़न क लए

अधिक जानकारी

#म नवत क एक पत र प य र म नवत, म म नत ह क त म ह पत र ल खन अज ब लगत ह पत र आम त र पर एक व यक त य ल ग क एक स म त वर ग क स ब ध त क य ज त ह म नवत क पत र ल

#म नवत क एक पत र प य र म नवत, म म नत ह क त म ह पत र ल खन अज ब लगत ह पत र आम त र पर एक व यक त य ल ग क एक स म त वर ग क स ब ध त क य ज त ह म नवत क पत र ल प य र म नवत, म म नत ह क त म ह पत र ल खन अज ब लगत ह पत र आम त र पर एक व यक त य ल ग क एक स म त वर ग क स ब ध त क य ज त ह म नवत क पत र ल खन प र ण र प स अस म न य ह त म ह र त क ई ड क पत भ नह ह, और म झ शक ह क

अधिक जानकारी

Hindi Bible - Colossians

Hindi Bible - Colossians 1 1 प ल स क ओर स, ज परम र क इ छ स मस ह य श क रत ह, और भ ई त म यय स क ओर स 2 मस ह म उन प व और व स भ इय क न म ज क ल स म रहत ह हम र पत परम र क ओर स त ह अन ह और श त त ह त रह 3 हम त ह र लथ नत य न करक अपक भ

अधिक जानकारी

Microsoft Word - press_releases_ _01_hin

Microsoft Word - press_releases_ _01_hin कस म भ द नह म नत भ रत य ज वन ट : ज. न दक म र म खनल ल चत व द र ट र य पत रक रत एव स च र व व व य लय क ओर स आय जत 'ज ञ न स गम' म 'भ रत य ज वन ट : वतर म न स दभर म य ख य ' पर च तन-म थन प र र भ, आज प रश स नक

अधिक जानकारी

Talking With Your Doctor - Hindi

Talking With Your Doctor - Hindi आपक व थय स व ट म अपन ड टर स ब त कर Talking with your Doctor आपक प स श त ल ग क ट म ह ग ज आपक क सर स ज झन क लए मदद कर ग हर इ स न क प स एक ख स ह नर ह त ह ज आपक मदद कर ग व आपक बत सकत ह क आपक क सर स ब ध ज नक

अधिक जानकारी

अपन स सद स म ल ट लक ट व व ह सम नत क ज तन क ल ए आपक कह न म यन रखत ह इसस अध क सशक त और क छ भ नह ह! स सद म एक मत क म ध यम स व व ह सम नत क प र त करन क ज म

अपन स सद स म ल ट लक ट व व ह सम नत क ज तन क ल ए आपक कह न म यन रखत ह इसस अध क सशक त और क छ भ नह ह! स सद म एक मत क म ध यम स व व ह सम नत क प र त करन क ज म अपन स सद स म ल ट लक ट व व ह सम नत क ज तन क ल ए आपक कह न म यन रखत ह इसस अध क सशक त और क छ भ नह ह! स सद म एक मत क म ध यम स व व ह सम नत क प र त करन क ज म द र हम र न र व च त अध क र य क ह ल क न यह हम पर न र

अधिक जानकारी

Microsoft Word - QA from AM

Microsoft Word - QA from AM 02.12.18 क म रल स पर र ''अ क त-ब पद द '' रव इज 05.03.84 मध बन श न त क श क त क महत व पर - श न त क स गर ब प कसस मलन आय ह? उ र - अपन श न त क अवत र बच च स मलन आय ह पर - आज क स स र म सबस आवश यक च ज क य ह? उ

अधिक जानकारी

त र ख सह इफ असल इब र न और अर म मतन सस नय उररर द तरर र द म न शश र न जज य जललक र स सर कन सल टटलटट स

त र ख सह इफ असल इब र न और अर म मतन सस नय उररर द तरर र द म न शश र न जज य जललक र स सर कन सल टटलटट स त र ख सह इफ असल इब र न और अर म मतन सस नय उररर द तरर र द म न शश र न जज य जललक र स सर कन सल टटलटट स ब र ररवरम The Historical Books. Joshua to Esther in Modern Urdu Translated from the Original Hebrew and

अधिक जानकारी

Microsoft Word - Universal-Reconciliation-Hindi

Microsoft Word - Universal-Reconciliation-Hindi अ त म य न न च हत ए भ ननव शहर म गय और वह क ल ग क कह क शहर क न ह न स पहल प त प करन क लय उनक प स ४० दन बच ह आ य क ब त ह - प र शहर न परम र पर व स कय -कम स कम हम र लय, और उपव स क घ षण क और ट ट ओढ़ इस ब त पर

अधिक जानकारी

Microsoft Word - 6 dilip jha _27-31_

Microsoft Word - 6 dilip jha _27-31_ भ म स हन क उप य स म आ थ क ज वन दश न ड. दल प क म र झ फ ट ल टर व य लय ह वड़, प.ब ग ल, भ रत श ध स प ह द उप य स स ह य म भ म स हन क थ न व श ट ह व श षत, प ड़त ल ग क प धर ह उ ह न स त उप य स क रचन कर ह द उप य स

अधिक जानकारी

नद शक र क श क म र व तव, कल टर एव जल नव चन अ धक र, जल न मच म ग दश क वनय क म र ध क, अपर कल टर एव उप जल नव चन अ धक र, जल न मच त त ड. र ज श प ट द र, SLMT

नद शक र क श क म र व तव, कल टर एव जल नव चन अ धक र, जल न मच म ग दश क वनय क म र ध क, अपर कल टर एव उप जल नव चन अ धक र, जल न मच त त ड. र ज श प ट द र, SLMT नद शक र क श क म र व तव, कल टर एव जल नव चन अ धक र, जल न मच म ग दश क वनय क म र ध क, अपर कल टर एव उप जल नव चन अ धक र, जल न मच त त ड. र ज श प ट द र, SLMT एव भ र अ धक र, भ रत नव चन, जल न मच 1 2 नव चन क द र

अधिक जानकारी

NESB Summary Sexuality Not a Choice

NESB Summary Sexuality Not a Choice प र ट स ए ड फर ड स अ फ ल स बयन स ए ड ग ज ( प एफ एल ए ज ) एक स वय स व स स थ ह ज स ट नव ल म नव अ धक र र ल क ब द सन १९७९ म अम रक म बन थ प एफ एल ए ज क पर थ मक उ श य उन प रव र क सह यत करन ह जन ह अपन पर यजन

अधिक जानकारी

Pauls Amazing Travels Hindi PDA

Pauls Amazing Travels Hindi PDA ब च क लए ब इ बल प र त त प ल स क अ भ त य त र ल खक: Edward Hughes य ख य क र: Janie Forest प तरक र: Ruth Klassen अन व द: Suresh Kumar Masih प र त तक र : Bible for Children www.m1914.org 2017 Bible for Children,

अधिक जानकारी

परम श वर क अन ग रह क म हम फ र क लन द व र न ट स अन ग रह क इस प रक र प रभ षत कय ज सकत ह : अन ग रह परम श वर क वह अप र धन ह ज मस ह क ब लद न क द व र प र प

परम श वर क अन ग रह क म हम फ र क लन द व र न ट स अन ग रह क इस प रक र प रभ षत कय ज सकत ह : अन ग रह परम श वर क वह अप र धन ह ज मस ह क ब लद न क द व र प र प परम श वर क अन ग रह क म हम फ र क लन द व र न ट स अन ग रह क इस प रक र प रभ षत कय ज सकत ह : अन ग रह परम श वर क वह अप र धन ह ज मस ह क ब लद न क द व र प र प त ह आ म फ त म दय गय, जस अ जर त नह कय गय, जसक हम य ग

अधिक जानकारी

Microsoft Word

Microsoft Word 2017; 3(4): 572-576 ISSN Print: 2394-7500 ISSN Online: 2394-5869 Impact Factor: 5.2 IJAR 2017; 3(4): 572-576 www.allresearchjournal.com Received: 05-02-2017 Accepted: 06-03-2017 क क ष त र व व व य लय, क

अधिक जानकारी

Active Blog: कह न - क रखव ल एक र ज अपन व रत और स श सन क और सचम च, एक मह न र ज ह, न स अपन अपन एक बड़ स ज स क द ट कड़ थ

Active Blog:   कह न - क रखव ल एक र ज अपन व रत और स श सन क और सचम च, एक मह न र ज ह, न स अपन अपन एक बड़ स ज स क द ट कड़ थ कह न - क रखव ल एक र ज अपन व रत और स श सन और सचम च एक मह न र ज ह न अपन अपन एक बड़ स ज द ट कड़ थ पड़ थ थ और उसम एक छ ट स अब क समझ गए और ज न एक ट टत थ..बत इय क न ह इस भ व अब तक क रखव ल? कई ब र और अ तत इस ज वन

अधिक जानकारी

विशेष : समलैंगिकता अपराध नहीं (Homosexuality is not crime)

विशेष : समलैंगिकता अपराध नहीं (Homosexuality is not crime) वश ष : समल गकत अपर ध नह (Homosexuality is not crime) drishtiias.com/hindi/printpdf/homosexuality-is-not-crime स दभ समल गकत क ल कर पछल कई दशक स एक ल ब बहस और लड़ ई चल, प और वप म कई तक गढ़ गए समल गक सम द य

अधिक जानकारी

Kabir ke Dohe in Hindi with Meaning by AasaanHai.Net स त न छ ड स तई, क टक मल अस त च दन वष य पत नह, लपटत रहत भ ज ग (अथ स च इ स न वह ह ज अपन स जनत कभ नह

Kabir ke Dohe in Hindi with Meaning by AasaanHai.Net स त न छ ड स तई, क टक मल अस त च दन वष य पत नह, लपटत रहत भ ज ग (अथ स च इ स न वह ह ज अपन स जनत कभ नह Kabir ke Dohe in Hindi with Meaning by AasaanHai.Net स त न छ ड स तई, क टक मल अस त च दन वष य पत नह, लपटत रहत भ ज ग (अथ स च इ स न वह ह ज अपन स जनत कभ नह छ ड़त, च ह कतन ह ब र ल ग उस य न मल, बलक ल व स ह ज स

अधिक जानकारी

म र च ल ब व -13 इमर न म ब द अधख ल आ ख स सल न क द खत ह ए अपन रणन त क ब र म स च रह थ क म त भ रह और इ जत भ बन रह सल न म र स... [Continue Reading]... Stor

म र च ल ब व -13 इमर न म ब द अधख ल आ ख स सल न क द खत ह ए अपन रणन त क ब र म स च रह थ क म त भ रह और इ जत भ बन रह सल न म र स... [Continue Reading]... Stor म र च ल ब व -13 इमर न म ब द अधख ल आ ख स सल न क द खत ह ए अपन रणन त क ब र म स च रह थ क म त भ रह और इ जत भ बन रह सल न म र स... [Continue Reading]... Story By: imran hindi (imranhindi) Posted: Monday, May

अधिक जानकारी

Violence against women

Violence against women kgj esa fdruh lqjf{kr gs efgyk,a Jagori Script नम क र त ओ क य बम म आपक व गत ह, इस क य बम म म ह... आप सभ क म र य र भर नम क र! द त, म र स थ ह म र द त... त ओ, आप सभ क म र भ य र भर नम क र! द त, ज स क आप ज

अधिक जानकारी

वद य थ र क यर प स तक 2017 An initiative seeded by Founding Partners

वद य थ र क यर प स तक 2017 An initiative seeded by Founding Partners वद य थ र क यर प स तक 2017 An initiative seeded by Founding Partners ग णत आनप तक तक यह क यप तक मर ह न म: यज़रन म: कल: क : CLIx मथ म ट स क समह अ रद म ब स च कम र आरत ब पट स रभ ख न त न क (Consultant from HBCSE-TIFR)

अधिक जानकारी

यह श आ क म त य : व यवस थ क ल प? श त न झ ठ क पत कहल त ह. यह श आ न स वय यह कह क वह त आरम भ स हत य र ह और सत य पर स थर न रह, क य

यह श आ क म त य : व यवस थ क ल प? श त न झ ठ क पत कहल त ह. यह श आ न स वय यह कह क वह त आरम भ स हत य र ह और सत य पर स थर न रह, क य यह श आ क म त य : व यवस थ क ल प? श त न झ ठ क पत कहल त ह. यह श आ न स वय यह कह क वह त आरम भ स हत य र ह और सत य पर स थर न रह, क य क सत य उसम ह ह नह....क य क वह झ ठ ह वरन झ ठ क पत ह. (यह न न ८:४४) ध ख प र क

अधिक जानकारी

Microsoft Word - ANTICHRIST HINDI.docx

Microsoft Word - ANTICHRIST HINDI.docx अ त इ ट इस मस ह न कह... अब म न त ह बत य ह, इसस पहल क यह ह, त क जब यह ह त त म म न (ज न १४:२९). ज दग क य ह र त ह, जब तक क ई ब त ह न ज य, उस क ई नह म नत. जब ह ग, तब म न ग सब य ह कहत ह. चल अब अपन ह आ ख स त

अधिक जानकारी

Integrated diseases Management-18Nov

Integrated diseases Management-18Nov गम सस/प य गरन /फल क सड़न न ब (स इ स स इ स) म एक क त र ग यह ब म र म यत: उन म ह त ह जह वष बहत अ धक म म ह त ह प ड़ क छलक व ल भ ग (ब क ) पर जह च ट पह चत ह वह ग द क बनन छलक व ल भ ग क सतह पर ग द जम ह कर कड़ ह ज

अधिक जानकारी