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प र च न भ रत य व ज ञ लनक लवर य म य त बह त र लवर य क सम व श ह दकन त लवज ञ न क लजस लवभ ग पर प र च न भ रत य मन लर य न सबस अलधक ध य न आक ष ट दकय और सम च लवश व म लजस सबस अलधक म न यत, स व क लत और लवव चन क अवसर प र प त ह ए वह ह गल त यह यह भ बत द न उलचत ह ग दक गल त आज क ह भ लत प र च न भ रत म भ लवश द ध लवज ञ न क र प म पररगल त नह थ और ज य लतर क अन तग त लसद ध न त प क लवव चन क र प म यह अपन य गद न ददय करत यह क र ह दक ज य लतर क इस लवभ ग क गल तज य लतर क न म स भ ज न ज त ह य त प र च न भ रत य व ज ञ लनक स लहत य; ख़ सकर भ रत य गल त क अध ययन और लवश ल र क प रलत य र प य द श और उनक लवद व न क आकर अठ ठ रव सद क मध य औद य लगक क र लन त क ब द स ह प र रम भ ह आ दकन त इनक व यलस थत अध ययन, लवव चन और व यवस थ पन क द र १८७०-८० ई. और उसक ब द श र ह आ लजसम स वय भ रत य लवद व न न भ बढ़-चढ़ कर लहस स द र क क क रम क अन स र गल त क लवलवध म व लश वक अन सन ध न और उप लधध न लवज ञ न क अन क श ओ क आश त त उन नलत क दश एव ददश प रद न क कहन नह ह ग दक इन व लश वक गल त य अन सन ध न और उप लधधय क अन तग त भ रत य गल त क भ लमक, उसक तथ कलथत सम प रत यय और उप लधधय क भ दश एव ददश पर सतत क य दकय ज त रह और अपन सम म लनत अवस थ म उस लवश व गल त-सम द य न प रलतष ठ लपत भ दकय लवश व-गल त य अन सन ध न और इसस प र प त लनष कर क द व र व ज ञ लनक लवर य क सव ग र प स प ष ट दकय ज न क उपय क त द र म लजस एक लवर य पर सम च द लनय क ध य न सबस अलधक आक ष ट ह आ और इसक वज़ह स लवश व क सभ द श न लजस लवर य क सबस अलधक महत त और स व क लत द कर तत सम बन ध अन सन ध न क बढ व ददय वह थ गल त क इलतह स क य दक गल त क वह तम म सम प रत यय और उनस सम बलन धत उप लधधय ज लवश व-लवज ञ न क अस लमत सम भ वन ए प रद न कर रह थ ; उन पर प र य सभ द श क अपन - अपन द व प रकट ह रह थ और इस प रक र क क ई द व तभ म र और य लक तय क त ह सकत ह जब सम बलन धत लवर य पर तद द श य इलतह स क सव ङ ग लवव चन दकय ज च क ह कहन नह ह ग लवश व क तम म द श क अप भ रत म इस प रक र क ऐलतह लसक अध ययन क सबस अलधक आवश यकत थ क य दक गल त क अन क सम प रत यय पर भ रत प र च न क स अपन द व प रस त त करत आ रह थ दकन त द भ ग य स ; च दक गल त श स त र स सम बलन धत उसक ऐलतह लसक अध ययन कभ भ व यवलस थत और व ज ञ लनक नह रह अतएव अपन द व पर प र म ल क स मग र और लवव चन न प रस त त दकए ज न स गल त क लवलभन न सम प रत यय और उनस सम बलन धत उपलधधय पर इसक द व क लवश व-गल त-सम द य न एकमत स स व क र भ नह दकय www.pratnakirti.com 8

भ रत य गल त क इलतह स पर य त उन न सव सद क अलन तम दशक स ह अन सन ध न परक क य क प र रम भ ह गय थ और इस य ग क स मर य आच य म पलण डत स ध कर लद वव द, श कर ब क ष द त सर गल तज ञ न इस म म नक क य क स थ लपत भ दकय दकन त अन सन ध न क यह ध र सतत प रव लहत नह रह सक क न तर म ग र प रस द सर क छ लवद व न क न म यद यलप ल ए ज सकत ह दकन त लवश व-गल त-इलतह स क सम न न तर भ रत क गल त क इलतह स अभ भ नगण य म न ज त रह यह यह ध य न म र न च लहए दक इस म लवद श लवद व न क क य क उल यह नह दकय ज रह यह यह उल करन अप र स लगक नह ह ग दक भ रत य गल त क इलतह स पर तथ कलथत ऐलतह लसक अन सन ध न और लवश ल र क म ग म अन क करठन इय थ और ह दकन त प रस त त प लक तय क क क इस म ज सबस बड़ ब ध प रत त ह त ह वह ह प र च न भ रत य गल त य स लहत य क व यवलस थत और स ग प ग स चन क अभ व ऊपर बत य ज च क ह दक लपछ द शत लधदय म प र च न भ रत य ब लद धक सम पद अथ त स स क त और प र द लशक भ र ओ क ल लपय म स रल त प ण ड ल लपय क लवर यव र अथव क रमव र कई लवस त त स च प द श-लवद श क हस तल ल त ग रन थ-स ग रह य द व र प रक लशत दकए गए और आज भ द श-लवद श क लवश वलवद य य, स ग रह य, प स तक य सलहत व यलक तक प रयत न इस ददश म स त त य क य कर रह ह स वय भ रत सरक र प ण ड ल लपय क स र ह त र ष ट र य प ण ड ल लप लमशन (इ ददर ग ध र ष ट र य क क न र क तहत) न म स एक बड़ भ र व ययश एज स च रह ह दकन त प ण ड ल लपय क अन व र क इतन प र च न इलतह स क ब वज़ द यह बत न लवर दप ह दक स स क त अथव प र द लशक भ र ओ क ल लपय म स रल त प र च न भ रत य व ज ञ लनक स लहत य; सकर गल त-स लहत य क प ण ड ल लपय क एकल त करन, उसक लववर त मक स च प त य र करन क ओर कभ लवश र ध य न नह ददय गय यह S. N. Sen स हब क न म न उल आवश यक प रत त ह त ह लजन ह न बह त ह प रररश रम स A Bibliography of Sanskrit Works on Astronomy and Mathematics 1 क न म स एक व यलस थत स च प त य र क और उस प रक लशत दकय दकन त यह स स क त अथव प र द लशक भ र ओ क ल लपय म स रल त गल त य प ण ड ल लपय पर क ई स चन प रस त त नह करत भ रत य गल त क इलतह स क यह लवर म अध य य लवगत कई वर स म र ध य न आक ष ट दकय ह ए ह दकन त स स क त-भ र और इसक अन सन ध न क प रथमस तर य श ध-स मग र प ण ड ल लपय और उनक स च प तक पह च न ह न स इस ददश म कभ क य करन क स हस भ नह ह आ क न तर म म र लम प रत प क म र लमश र द व र स स क त-हस तल ल त ग रन थ क स च प क उप धध कर द न और सम बलन धत स लहत य क ज म मदद द न स इधर म र उत स ह बढ और इस लवर य पर प र रम भ स क य करन क इच छ प रव त त ह ई 1 यह ग रन थ 1966 A.D., National Institute of Sciences of India स प रक लशत ह. www.pratnakirti.com 9

भ रत य गल त क इलतह स पर म र यह क य दकस र प म परर त ह ग यह म स वय नह ज नत दकन इस क य क पह प रलवलध ज म न त य र क ह वह इस प त प रद न करन म स सह यत द ग यह प रलवलध ह प रथम उन भ रत य तथ लवद श लवद व न क व यलक तत व तथ उनक क य क लवश ल र लजन ह न स स क त अथव प र न त य भ र ओ क ल लपय म स रल त हस तल ल त गल त य ग रन थ पर क य दकय और इस लवर य म क य करन क स लवध, दश एव व यवलस थत ददश प रद न क इस श म हम यह प र. क. व. शम क व यलक तत व एव उनक गल त लतह स-सम बन ध क य क पररचय प रस त त कर रह ह प र च न भ रत य गल त तथ ग श स त र ज स महत त वप लवर य पर भ रत य लवद व न क ध य न स वत त प व स ह आक ष ट ह च क थ और इस म अन सन ध न परक क य क स थ स थ प र च न मह न भ रत य गल तज ञ व ग श लस त रय ज स आय भट ट, ब रह मग प त, वर मलमलहर, भ स कर (प रथम एव लद वत य) आदद क उत क ष ट क लतय भ प रक श म आन श र ह गई थ यह उल न य ह दक स ध कर लद वव द स प र रम भ ह ई यह अन सन ध न ध र श करब क ष द ल त तक त अ ण दद त ह दकन त स वत त क ब द इस म एक प रक र क व यलतक रम दद ई पड़त ह और हम द त ह दक इसक ब द इन लवर य और म क य करन व भ रत य लवद व न अपव द-स वर प ह रह ज त ह इन ह अपव द-स वर प भ रत य लवद व न म लव प रलतभ क धन प र. क. व. शम भ थ और लवश व-गल त क भ रत क य गद न अथव भ रत य गल त क इलतह स श र क प रस त त पररय जन क सम भ लवत प रम अध य य म अन यतम स स क त-स र त तथ इसक स म क सम भ लवत म ख य लवव च य स र त-स र क क स ख य -१ क र प म हम इन ह क व यलक तत व एव क लतत व क इस घ श ध आ म प रस त त कर ग प र फ सर क. व. शम (१९१९-२००५ ई.) गल त एव ग श स त र क अद भ त ज ञ त, प रम पररक स स क त क आच य और म न लस क रप ट ज प र गत लवद व न प र. क. व शम (क ष व कट श वर शम ) क जन म क र र ज य क च गन न र लज़ म २२ ददसम बर १९१९ ई. क ह आ थ उनक प र रलम भक लश -द लतर वनन तप रम लज क प स अरट टग व म ह ई थ स स क त-लश इनक पररव र म परम पर स च आ रह थ यह क र ह दक ब. एस स. म ख य लवर य भ लतक -लवज ञ न स करन क ब वज़ द एम.ए. इन ह न स स क त म सन १९४२ ई. म लतर वनन तप रम क मह र ज आर टस क ज स लवश र य ग यत क स थ उत त दकय वर १९४३ स १९५१ ई तक प र. शम क र लवश वलवद य य क प र च य श ध स स थ न क प ण ड ल लप-स ग रह य म स पव इजजग पलण डत क पद पर क य रत रह यह इन ह न त ड़प व www.pratnakirti.com 10

लवलभन न प रक र क प ण ड ल लपय क अध ययन व सम प दन क व य वह ररक ज ञ न अर जजत दकय इस क क रम म आपन ५०००० स अलधक प ण ड ल लपय क Analytical Catalogue त य र दकय वर १९५१ स १९६२ ई. प र. शम मर स लवश वलवद य य म पह त श ध सह यक दफर प रवक त पद पर क य रत रह इस द र न व अन त र ष ट र य ख य लतप र प त स स क तज ञ प र. व. र घवन क सम पक म आए और उनक ददश -लनद शन म ह उनक प र ज क ट Sanskrit Works and Authors (ज क न तर म New Catalogues Catalogorum क न म स प रलसद ध ह आ) स द घ क तक ज ड़ रह यह वह समय थ जब गल त एव ग क क र स क क प रलत ज वन-पय न त च न व ज न न न आक र न श र दकय और आपन गल त, ग तथ ज य लतर स सम बलन धत द भतम प ण ड ल लपय क स ग रह क कष टस ध य क य भ प र रम भ कर ददय कष टस ध य इन अथ म दक स स क त एव म य ळम भ र म ल ल त कई महत त वप हस तल ल त ग रन थ क उन ह न अपन ल ए प रलतल लप कर ई और उन ह स रल त दकय यह यह उल करन आवश यक ह दक इन स ग ह त प ण ड ल लपय म गल त तथ ग स सम बलन धत कई महत त वप हस तल ल त ग रन थ क सम प दन तथ अन व द कर प र. शम न इन लवर य पर उप धध स स क त हस तल ल त ग रन थ म स रल त गल त तथ ग श स त र य स लहत य क प रलत त लवद व न क ध य न आक ष ट दकय ह स वय इन लवर य पर प र च न भ रत य अध ययन, लचन तन तथ उसक य गद न क ओर भ लवश व-गल त-सम द य क ध य न आक ष ट दकय इस श र म उनक द व र सम प ददत तथ अन ददत कलतपय हस तल ल त ग रन थ लनम नवत ह - १. हररदत त-क त ग रहच रलनबन धन ज दक परलहत गल त पर एक प रक र क लववरल क ह ; २. ग ग य -क र न कण ठ स मय लजन -क त लसद ध न तदप, ३. स गमग र म-लनव स म धव द व र रलचत व ण व र ह, ४. परम श वर-क त ग द लपक, ५. परम श वर-क त ग रह ष टक तथ ६. वरर लच- क त चन रव क य लन आदद हस तल ल त ग रन थ क सम प दन तथ अन व द वर १९६२ ई. म प र. शम लवश व श वर नन द लवश वबन ध स स क त अन सन ध न स स थ न (प ज ब लवश वलवद य य) ह लशय रप र च आए यह उन ह न इस स स थ न क अन सन ध न-लवभ ग तथ हस तल ल त-ग रन थ ग र क स र क क त र पर उन ह न अपन प र रलम भक स व ए द और क न तर म १९७५ स १९८० ई. तक व इस अन सन ध न स स थ न क लनद शक पद पर लनय क त ह ए १९८१ स ८३ ई. तक व प ज ब लवश वलवद य य क उपय क त इस स स थ न म ऑनर र प र फ सर लनय क त ह ए जबदक १९८० ई. म ह उन ह भ रत क लवश र त प रक शक म त बन रस द स न अपन स स थ न म Academic Advisor पद पर लनय क त कर ददय थ लजसक क र व एक वर तक उपय क त प रक शन-स स थ न क व र स क न र पर अपन स व ए द त रह प र. शम क प ज ब क उपय क त स स थ न म प रव स उनक व यलक तक गल त य श ध तथ अन सन ध न क द लष ट स बड़ ह उपय ग रह और इस क क रम म ह उन ह न गल त तथ ग क क र -स क स सम बलन धत ५० स अलधक महत त वप, द भ तथ अज ञ त हस तल ल त ग रन थ क सम प दन कर उन ह प रक लशत कर य लजनम - परम श वर-क त द ग गल त (१९६३), www.pratnakirti.com 11

न कण ठ स मय लजन -रलचत ग स र (१९७०), भ स कर च य -क त वत एव इस पर श कर तथ न र य क स य क त ट क दक रय कम कर (१९७५) न कण ठ-क त तन स ग रह एव इस पर श कर-क त य लक तद लपक एव घ व लत त न म क ट क (१९७७), न कण ठ स मय लजन -क त ज य लतम म स (१९७७), गल तय क तय (प रथम भ ग) (१९७९) प रम ह तथ गल त एव ग -श स त र य लवर य पर स वत श धपरक ग रन थ ल लजनम A History of the Kerala School of Hindu Astronomy (१९७२), A Bibliography of Kerala and Kerala-based Astronomy and Astrology (१९७२) प रम ह यह यह उल न य ह दक प र. शम द व र उपय क त क वलध म सम प ददत गल त तथ ग श स त र स सम बलन धत महत त वप तथ द भ हस तल ल त ग रन थ क मध य तन स ग रह न कण ठ द व र गभग १५०० ई. म रलचत ग रन थ ह ज दक व स तव म भ रत य ग -लवद य क गभग सभ महत त वप क न य लवलधय क व यलस थत प रबन ध ह इसम प रम पररक भ रत य ग रह य म ड महत त वप स श धन, ग य ग श स त र क नई ज तथ श द ध परर म क स थ श लम दकय गय ह गल त तथ ग श स त र य लवर य स प र. शम क ग व इस तथ य स सहज ह अन लमत दकय ज सकत ह दक इन ह लवर य पर र त -ददन अध ययन, मनन-लचन तन और न करन क ब वज़ द अपन उम र क ५८ व वर म उन ह न प ज ब लवश वलवद य य स Contribution to the Study of the Kerala School of Astronomy and Mathematics श र क पर २०३४ प ष ठ क प रबन ध प रस त त कर १९७७ ई. म D. Lit. क उप लध प र प त क इस द र म उन ह न प र क. एस श क क सहय ग स आय भट यम क अ ग र ज अन व द दकय ज दक भ रत य ग श स त र एव गल त क लवद य र जथय तथ श ध र जथय क म नक सन दभ ग रन थ ह सन १९८३ ई. क ब द प र. शम म Adyar Library and Research Centre म Honorary Professor of Sanskrit क पद पर लनय क त ह ए और यह भ उन ह न अपन पसन द द लवर य पर श ध एव अन सन ध न क ज र र वर १९९७ ई. म उन ह न स स क त-लश, प र च न भ रत य लवज ञ न और स स क लत क प र त स हन क उद द श य स Sree Sharada Education Society क स थ पन क और आज वन इसक लनद शक-पद क लज़म म द र लनभ त रह इस श ध क न र स कई य ग य लवद व न ज ड़ रह और इसम १२००० स अलधक ग रन थ व श धपल क ए स ग ह त थ लजनम अलधकतर प र. शम क व यलक त स ग रह थ और स वय उन ह क द व र द न द गई थ १९८३ ई. क ब द उनक महत त वप क य म B. V. Subbarayappa क स थ Indian Astronomy: A Source Book (१९८४), T. S. Kupanna Sastri क स थ गध ( गध च य )-क त व द गज य लतर क www.pratnakirti.com 12

अ ग र ज़ अन व द (१९८५ ई.), T. S. Kupanna Sastri क स थ व र हलमलहर-क त पञ चलसद ध लन तक क अ ग र ज़ अन व द (१९९३ ई.) ह सन १९९० ई. क ब द प र. शम क उल न य क य म ज य ष ठद व क क लत य लक तभ र क मळय व स स क त म ल ल त प ण ड ल लप क सम प दन तथ उसक अ ग र ज अन व द श लम ह व स तव म इस प र. शम क ज वन क सबस महत त वप सम प दन-क य और भ रत य गल त तथ ग श स त र क उनक अन पम य गद न कह ज न च लहए य लक तभ र भ रत य गल त एव ग श स त र क समर जपत एक अलद वत य क लत ह लजसम ज य तथ क ज य -फ न क अनन त श र ल य म प रस र क लसद ध दकय गय ह इसक अलतररक त अन य महत त वप भ रत य ग रन थ म ददए गए तत सम बन ध परर म क इसम उद हर द कर लवस त र स लसद ध दकय गय ह यह हम र प ठक क यह ज न कर गव ह ग दक य लक तभ र ह वह स स क त-क लत ह लजसक प रक शन, अध ययन तथ लवश ल र स यह स थ लपत ह सक दक Calculus क महत त वप परर म व प रम य भ रत य क न य टन तथ इबलनर टज़ स पह ज ञ त थ ज स दक हम ऊपर चच कर आए ह दक प र. शम न इस ग रन थ क स स क त तथ मळय म म उप धध प ण ड ल लपय क लवव चन त मक प ठ त य र कर इसक सम प दन दकय और अ ग र ज़ - अन व द क स थ इस प रक लशत दकय ; इस क रम म यह यह भ उल न य ह दक इस क य म उन ह न लवलवध क प र गत लवद व न क भ सह यत लजनम K. Ramsubramanian, M. D. Srinivas तथ M. S. Sriram आदद प रम थ यह महज़ एक स य ग थ दक प र. शम न इस य गस मर य क लत क अपन म त य स ठ क पह प र कर ल य और इसक ब द ह २००५ ई. म उनक लनधन ह गय य त प र. शम क समग र ज वन ह स स क त म स रल त भ रत य व ज ञ लनक स लहत य क प ण ड ल लपय क स र, सम प दन तथ प रक शन म व यत त ह आ दकन त उनक इन अम ल य तथ स मर य क य म एक अवश य उद धर य क य क र और तलम न ड प र न त म उप धध स स क त-भ र म ल ल त व ज ञ लनक स लहत य क हस तल ल त-ग रन थ क लववर त मक क र (Science Texts in Sanskrit in the Manuscripts Repositories of Kerala and Tamilanadu) ह लजसम लवज ञ न तथ तकन दक स सम बलन धत ३४७३ स स क त- प ण ड ल लपय क लववर प र प त ह परम पर गत स स क त-प लण डत य तथ व द ष य क क र प र. शम न गल त तथ ग श स त र स इतर भ कई स स क लतक, ऐलतह लसक, प र त लत त वक, प र ल क तथ इ ड लज़क लवर य पर प र म ल क न दकय और यह क र ह दक South Carolina, U.S.A. स प रक लशत Encyclopedia of Hinduism and Indic Religions म १४० श र क पर, Dordrecht/Boston/London स प रक लशत Encyclopedia of the History of Science, Technology and Medicine in North-Western Cultures म ३८ श र क पर www.pratnakirti.com 13

तथ ल व न रम स प रक लशत भ रत यश स त रमञ ज र म उनक २० व द ष य-प आ सम म न क स थ प रक लशत दकए गए Kerala School of Asrtology, Astronomy and Mathematics स सम बलन धत क लतय (स स क त तथ मळय क प ण ड ल लपय ) क ख़ ज, उनक अध ययन, प ठ-सम प दन तथ सम प ददत स स कर क प रक शन द व र इस ओर सम बलन धत लवद व न क ध य न आक ष ट करत ह ए सम च लवश व म इस तथ य क य लक तय क त स थ पन प र. शम क ज वन क सबस बड़ उप लधध म न ज सकत ह यह इस उप लधध क नत ज ह दक लवश व-गल त तथ ग क इलतह सक र क ध य न इस ओर आक ष ट ह आ और समग र लवश व म यह एकमत स लसद ध ह सक दक मध य-य ग क अन त म कम स कम भ रत क दल लहस स म गल त और ग ल क क परम पर क लवक स ह रह थ प र. शम न अपन ज वन-क म १०० स अलधक प स तक तथ ५०० स अलधक श ध-प प रक लशत कर ए लजनम अलधक श भ रत य गल त तथ ग श स त र स सम बलन धत ह इनक अलतररक त समय समय पर उन ह न उपय क त लवर य स सम बलन धत कई ग रन थ क सम भ क थ लजनक ब र म क ई प र म ल क ज नक र हम र प स नह ह व स तव म प र. शम द व र उपय क त र प म दकय गय क य भ रत य गल त तथ ग श स त र पर क य करन व लवद य थ तथ अन सलन धत स ओ क ल ए न क व म ग दश न ह अलपत उनक इस लवप व ज ञ लनक स लहत य न इस आग आन व अन सलन धत स ओ क ल ए भलवष य क म ग प रशस त कर ददय ह लजस पर च कर इस लवर य क एक ग रवश आक र ददय ज सकत ह क लतत त व ज स दक हम बत च क ह दक प र. शम क क लतत व बह त लवश ह और इसम १०० स अलधक ग रन थ तथ ५०० स अलधक सम लहत ह इस र प म आपक क लतय क हम र प ठक क सम उस र प म प रस त त हम र ल ए करठन ह इसल ए यह हम आपक उन ह क लतय क स च प रस त त कर रह ह लजनक सम बन ध भ रत य गल त तथ ग श स त र स ह * हस तल ल त प ण ड ल लपय क सम प दन स सम बलन धत ग रन थ १. अच य त-क त र लशग स फ टन लत सम प दन एव अन व द अड य र यब र र ए ड ररसच स टर, मर स, १९५३ ई. २. हररदत त-क त ग रहच रलनबन धन (परलहत गल त पर एक प रक र क लववरल क ) सम प दन म.म. क प प स व म श स त र ररसच स टर, मर स, १९५४ ई. www.pratnakirti.com 14

३. हररदत त-क त ग रहच रलनबन धनस ग रह उपररवत १९५५ ई. ४. ग ग य -क र न कण ठ स मय लजन -क त लसद ध न तदप सम प दन इस ग रन थ क अन त म आपन द पररलशष ट १. लसद ध न तदप अलसद धपय य दय तथ २. लसद ध न तदप स थ-पय यभ ददन लन प रक लशत दकए ह ज ग रन थ क महत त और उपय लगत क प रक लशत करत ह अड य र यब र र, मर स, १९५५ ई. ५. स गमग र म-लनव स म धव द व र रलचत व ण व र ह न मक ग रन थ एव इस पर अच य त न म लवद व न द व र म य ळम म ल ल त ट क सम प दन स स क त क ज, लतर अनन तप रम, १९५६ ई. ६. द ग व ण व र ह उपररवत सम प दन स स क त क ज लतर वनन तप रम, १९५६ ई. ७. परम श वर-क त ग द लपक सम प दन एव अन व द अड य र ब र र, मर स, १९५७ ई. ८. परम श वर-क त ग रह ष टक सम प दन एव अन व द क प प स व म ररसच स टर, मर स, १९५९ ई. ९. वरर लच-क त चन रव क य लन सम प दन एव अन व द उपररवत, मर स, १९६२ ई. १०. क ज ददपञ चग रहमह व क य लन सम प दन उपररवत, मर स, १९६२ ई. ११. व क यकर (स न दरर ज-क त घ प रक लशक -ट क सलहत) सम प दन उपररवत, १९६२ ई. १२. परम श वर -क त द ग गल त सम प दन लवश व श वर नन द इ स ट ट य ट, ह लशय रप र, १९६३ ई. १३. परम श वर -क त ग रह मण डनम सम प दन एव अन व द उपररवत,१९६५ ई. १४. परम श वर -क त ग रह न य यद लपक सम प दन एव अन व द उपररवत, १९६६ ई. १५. न कण ठ स मय लजन -क त ग स र सम प दन एव अन व द उपररवत, १९७० ई. १६. स ग रमग र म-लनव स म धव-क त चन रस फ ट लप त सम प दन एव अन व द उपररवत, १९७३ ई. १७. अच य त-क त स फ टलन यतन स व पज ञ ट क सम प दन उपररवत, १९७४ ई. १८. अच य त लपशर रट-क त छ य शतक (उपय क त स फ टलन यतन पर पररलशष ट) उपररवत, १९७४ ई. १९. भ ष कर च य -क त वत एव इस पर श कर एव न र य -क त दक रय कम कर ट क सम प दन उपररवत, १९७५ ई. www.pratnakirti.com 15

२०. आय भट ट-क त आय भट यम सम प दन एव अ ग र ज़ अन व द इ लडयन न शन स इ स अक दम, नई ददल, १९७६ ई. २१. अच य त-क त र लशग स फ टन लत सम प दन एव अ ग र ज़ अन व द लवश व श वर नन द ररसच इ लस टट य ट, ह लशय रप र, १९७७ ई. २२. न कण ठ-क त तन स ग रह सम प दन एव अ ग र ज़ अन व द उपररवत, १९७७ ई. २३. न कण ठ स मय लजन -क त ज य लतम म स सम प दन उपररवत, १९७७ ई. २४. न ल कमल य ट य लक त सम प दन प र च नक र अ क-२५ १९९१ ई. ओरय ट ररसच इ लस टट य ट, ल व न रम, क र य लनवर जसट २५. वर हलमलहर-क त पञ चलसद ध लन तक सम प दन एव अ ग र ज़ अन व द मर स, १९९३ ई. २६. श करवम न -क त सरत नम सम प दन एव अ ग र ज़ अन व द IJHS 36, २००१ ई. २७. न कण ठ स मय लजन -क त ग रहपर कम सम प दन एव मळय म ट क २००६ तक अप रक लशत प र स क प त य र २८. वर हलमलहर-क त व हत स लहत एव इस पर क म र त मज भ ष करय लग-क त उत प पररम ट क सम प दन २००६ तक र ष ट र य स स क त स स थ न, ददल स प रक शन ध न २९. श करवम न -क त सरत नम एव इस पर स वय क द व र मळय म-ट क सम प दन २००६ तक र ष ट र य स स क त स स थ न, ददल स प रक शन ध न गल त तथ ग स सम बलन धत स स क त-हस तल ल त-ग रन थ क सम प दन-परक प र. शम क क छ ग रन थ और ह सकत ह लजनक ब बत प रस त त प लक तय क क अभ ज म ग ह आ ह म त य स प व उन ह न कई हस तल ल त ग रन थ क सम प ददत स स कर त य र कर ददय थ और उन ह द श क लवलभन न प रलतलष ठत स स थ न क प रक लशत करन ह त स प ददय थ इनम दकतन क लतय प रक लशत ह ई और दकतन नह यह अभ अन सन ध न क लवर य ह गल त तथ ग श स त र पर स वत र प स ल गए ग रन थ 1. A history of the Kerala School of Hindu Astronomy, Hoshiarpu, Vishveshvaranand Institute, 1972. 2. A Bibliography of Kerala and Kerala-based Astronomy and Astrology, Hoshiarpu, Vishveshvaranand Institute, 1972. www.pratnakirti.com 16

3. Contributions to the Study of the Kerala School of Astronomy and Mathematics (D.Litt. Thesis), Chandigarh, Panjab University, 1977. 4. Indian Astronomy: A Source Book, Bombay, Nehru Centre, 1984. 5. History of Astronomy in India: A Survey of Source Materials, New Delhi, Indian National Science Academy, 1986. 6. Observational Astronomy in India, Calicut, Dept. of Sanskrit, University of Calicut, 1990. 7. Science Texts in Sanskrit in the Manuscripts Repositories of Kerala and Tamilnadu, New Delhi, Rashtriya Sanskrit Sansthan, 2002. 8. Contribution of Kerala to Scientific and Technical Literature. (to be published). क. व. शम द व र ल ल त श धप स लहत य ज स दक हम बत आए ह दक शम ज आज वन भ रत य गल त तथ ग श स त र य हस तल ल त ग रन थ क ज, अध ययन, प ठ चन तथ सम प दन म अलवश र न त र प स ग रह फ त उन ह न समय समय पर अपन ज म उप धध हस तल ल त ग रन थ क लवश ल र त मक अध ययन कर उन पर कई श धप प रक लशत दकए ऐस श धप क क ई लनलश चत स ख य अभ तक नह म म, दकन त उनक कत त व क र प म लजन श धप क स चय दकय ज सक ह उनक स ख य ५०० स अलधक ह श धप क इतन भ र स ख य क क र हम प ठक स अन र ध कर ग दक व शम ज क इन श धप क लवर य म लवस त र स ज नन ह त Indian Journal of History of Science, vol.-41, Issue-2, 2006 A.D. pp. 231-246 श र क श धप क सह यत लजसम उनक अलधक श महत त वप श धप क स चन सम लहत ह च क ह यह श धप ऑन- इन भ पढ ज सकत ह सन दभ -ग रन थ-स च 1. Obituary, K. V. Sharma (1919-2008), 2006, Indian Journal of History of Science, Vol.- 41, Issue-2, pp. 231-246. New Delhi. 2. Sri Ram, M. S. (author), Sheshadri, C. S. (editor), Bibliographical Sketch of K. V. Sharma, 2010 A. D., Studies in History of Indian Mathematics, Hindustan Book Agency,new Delhi. 3. Plafker, Kim (author), 2008 A.D., Mathematics in India; 500 BCE-1800 CE, Princeton University Press. www.pratnakirti.com 17