ईद क अहक म और उसक स न नत ] هندي & Hindi [ fgunh & 'ks[k eqgeen fcu lkysg vy&mlsehu jfgegqyykg vuqokn% vrkmjz Zgeku ft+ +;kmyykg 2011-1432
اكم العيد والسن اليت فيه» اللغة اهلندية «لشيخ مد بن صالح العثيم رمحه االله رمجة: طاء الرمحن ضياء االله 2011 1432
fcfleyykfgjzgekfujzghe esa vfr esgjcku vksj n;kyq vyykg ds uke ls vkjehk djrk gw A ن احلمد الله مده و ستعينه ا نتةفمه انيذ باالله من رشور أنفسنا سيي ات أعمانلا من يهده االله فلا مضهل ومن يضلل فلا هادي هل و عد: gj izdkj dh gen o luk ¼iz'kalk vksj xq.kxku½ vyykg ds fy, ;ksx; gs] ge mlh dh iz'kalk djrs gsa] mlh ls enn ekaxrs vksj mlh ls {kek ;kpuk djrs gsa] rfkk ge vius uq~l dh cqjkbz vksj vius cqjs dkeksa ls vyykg dh iukg esa vkrs gsa] ftls vyykg rvkyk fgnk;r ns ns mls dksbz ifkhkz"v ¼xqejkg½ djus okyk ugha] vksj ftls xqejkg dj ns mls dksbz fgnk;r nsus okyk ughaa gen o luk ds ckn % ईद क अहक म और उसक स न नत म ईद क क छ स न नत और उसक अहक म ज नन च हत ह उ र हर क र क श स और ग णग न क वल अल ल क लए य ग ह 3
अल ल तआल न ईद क अ दर कई अहक म नध र रन कए ह, उनमत स क छ यह ह : सवर थम : ईद क र त मत रमज़ न क अ तम दन स रज क ड बन स ल कर इम म क नम ज़ क लए आन तक तक ब कहन म स तह ह, और तक ब क शब यह ह : अलल ह अक ब, अलल ह अक ब, ल इल ह इल लल ल, अलल ह अक ब, अलल ह अक ब, व ललल हल हम (अल ल बह त मह न ह, अल ल बह त मह न ह, अल ल क सव क ई व स तवक प ज नह, अल ल बह त मह न ह, अल ल बह त मह न ह, और हर क र क श स क वल अल ल क लए य ग ह ) य तक ब (अलल ह अक ब) त न ब र कह : अलल ह अक ब, अलल ह अक ब, अलल ह अक ब, ल इल ह इल लल ल, अलल ह अक ब, अलल ह अक ब, व ललल हल हम (अल ल बह त मह न ह, अल ल बह त मह न ह, अल ल बह त मह न ह, अल ल क सव क ई व स तवक प ज नह, अल ल बह त मह न ह, अल ल 4
बह त मह न ह, और हर क र क श स क वल अल ल क लए य ग ह ) इनमत स हर एक ज इज़ ह प र ष क च हए क ब ज़ रष, म स जद और घरष मत इस ज़ (जप) क स थ अपन आव ज़ क ब ल द करत, जब क औरनत इन ह ज़ र आव ज़ स नह पढ़तग द सर : ईद क लए नकलन स पहल त क (तवषम) स ख य मत क छ खज रत ख ए ; क य क नब सल लल ह अल ह व सल ल ईद ल फ क दन नह नकलत थ यह तक क क छ खज रत ख ल त, तथ वह उन ह त क स ख य मत ख ए ज स क नब सल लल ह अल ह व सल ल न कय त सर : वह अपन सबस अच छ कपड़ पहन, और यह प र ष क लए ह, जह तक औरनष क स ब ध ह त व ईदग ह क तरफ नकलत समय स दर व नह पह तग, क य क नब सल लल ह अल ह व सल ल क फरम न ह : और उन ह च हए क स द कपड़ष मत 5
नकलत अथ र स ध रण और स म न कपड़ष मत ज ग र दशर न करन व ल न हष, तथ उसक ऊपर स ग ध लग कर और ग र करक नकलन हर म ( त ) ह च थ : क छ तव ष न इस ब त क म स तह समझ ह क मन ष ईद क नम ज़ क लए स न कर ; क य क क छ सलफ (प वर ज) क ब र मत ऐस करन व णर ह, और ईद क लए स न करन म सतहब ह जस क र क ज म आ (ज म ) क नम ज़ क लए ल गष क एक ह न क क रण स न न करन धमर स गत कय गय ह, इस लए अगर मन ष स न कर ल त ह त यह अच छ ह प चव : ईद क नम ज़ म सलम ष क ईद क नम ज़ क धमर स गत ह न पर इत फ क़ (सवर सहम ) ह उनमत स क छ क कहन ह क : यह स न न ह और क छ न कह ह क : यह फज़ कफ य ह जब क क छ क कहन ह क: यह फज़ ए न ह और जसन इस छ ड़ दय वह प प ह, और उन ह न इस हद स स दल ल पकड़ ह क नब 6
सल लल ह अल ह व सल ल न क व रयष और कश र लड़ कयष तथ जनक ब हर नकलन क आदत नह ह त ह उन ह भ ईदग ह मत उप स थ ह न क आद श दय ह, पर त म सक धमर व ल औरनत नम ज़ क जगह स अलग थलग रहतग, क य क म सक धमर व ल औरत क लए म स ज मत ठहरन ज इज़ नह ह, य तप उसक लए म स ज स ग ज़रन ज इज़ ह ल कन उसमत वह ठहर नह सकत ह म णष क आध र पर म र नकट र ज ह ब त ह यह ह क वह फज़ ए न ह, और त य प र पर अ नव यर ह क वह ईद क नम ज़ मत उप स थ ह सव य उस व य क जसक प स क ई उ (क रण) ह और इस क श ख ल इस ल इब न त मय य र हमह ल ल न भ पस द कय ह इम म पहल रक अत मत सबब हसम र ब बक आल और द सर रक अत मत हल अत क हद स ल ग शय पढ़ ग, य पहल रक अत मत स रत क़ फ और द सर मत स रत ल क़मर पढ़ ग, और द ष च ज़त नब सल लल ह अल ह व सल ल स सह ह हद स मत म णत ह 7
छठ : अगर ज म और ईद एक ह दन पड़ ज ए, त ईद क नम ज़ आय जत क ज य ग और इस तरह ज म क नम ज़ भ क़ यम क ज य ग, ज स क न म न तबन बश र क उस हद स क त य अथर दश र त ह जस म स ल न अपन सह ह मत रव यत कय ह, क त ज व य इम म क स थ ईद क नम ज़ मत उप स थ ह आ ह वह च ह त ज म क नम ज़ मत उप स थ ह, य च ह त ज़ हर क नम ज़ पढ़ स तव : ईद क नम ज़ क अहक म मत स यह भ ह क बह त स तव ष क नकट अगर मन ष इम म क उप स थ ह न स पहल ईदग ह आत ह त वह ब ठ ज य ग और द रक अत नम ज़ नह पढ़ ग ; क य क नब सल लल ह अल ह व सल ल न ईद क द रक अत नम ज़ पढ़ उसक पहल और उसक ब द क ई और नम ज़ नह पढ़ 8
जब क क छ तव न इस ब त क ओर गए ह क जब वह ईदग ह आय ग त द रक अत नम ज़ पढ़कर ह ब ठ ग, क य क ईदग ह म स ज ह, इसक म ण यह ह क म सक धमर व ल औरत क उस स र क गय ह, अत उसक लए म स ज क ह क स तबत ह आ, इस स पत चल क वह म स ज ह इस आध र पर वह प ग बर सल लल ह अल ह व सल ल क इस फरम न क स म न अथर क अ तगर आत ह क : «ا دخل اكد املسجدد فلا لس حىت يص ر عت». जब त म मत स क ई व य म स ज मत व श कर त न ब ठ यह तक क द रक अत नम ज़ पढ़ ल जह तक आप सल लल ह अल ह व सल ल क ईद क नम ज़ स पहल और उसक ब द नम ज़ न पढ़न क म मल ह त वह इस लए ह क जब आप ह ज़र ह ए त ईद क नम ज़ श र कर द अत ईदग ह क लए त हय यत म स ज स तबत ह त ह जस तरह क अन सभ म स जद क लए स तबत ह, और इस लए भ 9
क य द हम हद स स यह ब त नक लत क ईद क म स ज क लए त हय यत म स ज नह ह त हमत यह भ कहन पड़ ग क : ज म क म स ज क लए भ त हय य नह ह ; इस लए क अल ल क प ग बर सल लल ह अल ह व सल ल जब म स ज मत उप स थ ह त थ त ख त ब द त थ फर द रकअत नम ज़ पढ़त थ, फर व पस आ ज त और ज म क स न न अपन घर मत पढ़त थ, त आप न यह भ (ज म क द रक अत स ) पहल और उसक ब द क ई नम ज़ नह पढ़ म र नकट र ज ह (सह ) ब त यह ह क ईद क म स ज मत द रक अत त हय यत म स ज क त र पर पढ़ ज य ग, इसक ब वज द इस म मत हम मत स क ई एक द सर पर आपत व य नह कर ग ; इस लए क यह एक तवव द स प म ह, और तवव द स प म ष (मस इल) मत इनक र और आपत व य करन उ चत नह ह, सव य इसक क क़ आ र य हद स क नस (म लशब ) प र तरह स स प ह अत जसन त हय यत म स ज पढ़ हम उस पर 10
इनक र नह करतग, और ज ब ठ गय उस पर भ इनक र नह करतग आठव : ईद ल फ क दन क अहक म मत स एक यह ह क उसमत ज़क त ल फ अ नव यर ह, नब सल लल ह अल ह व सल ल न आद श दय ह क उस ईद क नम ज़ स पहल नक ल दय ज य, तथ उस ईद स एक य द दन पहल भ नक लन ज इज़ ह जसक म ण सह ह ब ख र मत इब न उमर र ज़यलल ह अनह म क हद स ह : (व ल ग -अथ र सह ब र ज़यलल ह अनह म- ईद ल फ स एक य द दन पहल नक लत थ ), और य द वह उस ईद क नम ज़ क ब द नक लत ह त वह सदक़त ल फ स पय र नह ह ग ; क य क इब न अब ब र ज़यलल ह अनह म क हद स ह : «ن أد ها قبل الصلاة ف ز ة مقبولة ومن أد اها بعد الصلاة ف صدقة من الصدقات». 11
जसन उस नम ज़ स पहल अद कय त वह स व क ज़क त ह, और जसन उस नम ज़ क ब द अद कय त वह स म न सदक़ त व ख र त मत स एक सदक़ ह अत इ स न पर हर म ( त ) ह क वह ज़क त ल फ क ईद क नम ज़ स तवल ब कर, अगर उसन तबन कस उ क उस तवल ब कर दय त वह ज़क त स व क नह ह ग, और य द वह कस उ र (बह न ) क वजह स ह ज स क वह व य ज य मत ह और उसक प स ज़क त नक लन क लए क ई च ज़ न ह, य जसक लए ज़क त नक ल ज त ह वह म ज द न ह, य वह व य जसन अपन प रव र पर भर स कय क व उस नक लतग और उन ह न उसक ऊपर भर स कय, त ऐस व य जब भ उसक लए यह आस न ह ग उस नक ल ग, य तप नम ज़ क ब द क य न ह और उसक ऊपर क ई प प नह ह ; क य क वह म ज़ र (क ष) ह नव : 12
ल गष क एक द सर क बध ई द न, ल कन इसक अ दर बह त स ल गष स त च ज़त घ टत ह त ह, प र ल ग घरष मत व श करत ह और औरनष स ह थ मल त ह इस ह ल मत क व ब पद र और तबन महरम क ह त ह और यह ब र ई क ऊपर ब र ई ह तथ हम क छ ल गष क प त ह क व उस आदम स नफरत करत ह ज उस औरत स ह थ मल न स ब ज़ रहत ह ज उसक लए महरम नह ह, ह ल क वह ल ग ज़ लम (अन य य) ह वह ज़ लम (अन य य) नह ह, और स ब ध तवच छ उनह ल गष क तरफ स ह उसक ओर स नह ह, ल कन उसक ऊपर अ नव यर ह क वह उनक लए म मल क स प कर द और उन ह उस म मल क प तप करन क लए भर स म द और तव स तव ष स करन क ओर रहन म ई कर, तथ उन ह अवगत कर ए क व म ब प द द क आदनष क प लन करन क लए ध न करत ; क य क वह कस हल ल क हर म नह ठहर सकत और न कस हर म क हल ल कर सकत ह, और उनक लए इस ब त क स प कर द क य द उन ह न ऐस कय त उन ल गष क सम न ह 13
ज यतग जनक वचन क अल ल तआल न वणर करत ह ए फरम य : ن ع ل ن ن ء لا ن د ل ا د ن ن ذه ف ف ن ب ل ن ا ن يم 14 ن ل ن غ ي م ا ن ة ن ذ و غ ق ر ب م ة [سورة الوخرف :.[٢٣ ا س ق ت دا ء ل م ه ا ن ب ع ن ن ل इस क र हम न आप स पहल भ जस बस त म क ई डर न व ल भ ज त वह क तवल स ल गष न यह कह क हम न अपन ब प द द (प वर ज) क एक डगर (धमर व मल ) पर प य और हम त उनह क पद चनहष क प रव करन व ल ह (स रत ज़ ज़ खर फ: २३) क छ ल गष न ईद क दन क़त स त क तरफ नकलन और क़ व लष क बध ई द न क आदत बन रख ह, ह ल क क़ व लष क बध ई क ज़र र नह ह, क य क उन ह न न र ज़ रख ह और न क़य म ल ल कय ह तथ क़ क ज़य रत ईद क दन य ज म क दन य कस अन दन क स थ तव शप नह ह, और यह ब त स तबत ह नब सल लल ह अल ह व सल ल न र त मत क़त स त क ज़य रत क, ज स क सह ह म स ल मत आइश र ज़यलल ह
अन ह क हद स मत ह तथ नब सल लल ह अल ह व सल ल न फरम य : «زوروا القبور فا نها تذكر م الا خرة». क़ ष क ज़य रत कर क य क यह त म ह आ खरत क य द दल त ह तथ क़ ष क ज़य रत करन इब दनष और उप सन ओ मत स ह, और इब दनत धमर स ग नह ह त ह यह तक क व शर अत क अन क ल ह ज यत और नब सल लल ह अल ह व सल ल न ईद क दन क क़ ष क ज़य रत क लए तव शप नह कय ह, अत उस उसक लए तव शप करन उ चत नह ह दसव : ईद मत क ज न व ल च ज़ष मत स प र ष क एक द सर स गल मलन ह, और इसमत क ई प प क ब त नह ह गय रहव : ईद क नम ज़ क लए नकलन व ल क लए धमर स गत ह क वह नब सल लल ह अल ह व सल ल क अन सरण करत ह ए एक 15
र स त स नकल और द सर र स त स व पस आय, और यह स न न ईद क नम ज़ क अल व कस अन नम ज़ मत मस न नह ह, न ज म क नम ज़ मत न उसक अल व मत, ब ल ईद क स थ तव शप ह य द कह ज य क र सन बदल क कय हकमत (तत वद शर ) ह त उसक उ र यह ह क अल ल ह क प ग बर सल ल ह अल ह व सल लम क अन करण करन ह, (अल ल ह क फरम न ह) ن م م ه ا و م ن أ ي ذ س ه ا لل ا م مل ا ا ر م يذل ل ب ن ن ة ن م ا م ن م ا ن ل ن س و ي نل [الا حزاب : ٣٦] ض لا م ب د ض ق ل ا م يذل ص ي और (द ख ) कस म मन नर य न र क अल ल ह और उसक रस ल क फ सल क ब द अपन कस म मल क क ई अ ख य र (तवकल ) ब क़ नह रहत ह (य द रख ) ज अल ल ह और उसक रस ल क अवज कर ग वह सपप ग मर ह मत पड़ ग (स रत अहज़ ब ३६) 16
तथ जब आइश र ज़यलल ह अनह स प छ ग य क क क य ब त क म सक धमर व ल औरत र ज़ क़ज़ करत ह और नम ज़ क़ज़ नह करत ह त आप र ज़यलल ह अनह उ र दय हम इस स प ड़त ह त थ त हमत र ज़ क़ज़ करन क ह कम दय ज त थ और हम नम ज़ क़ज़ करन क ह कम ह दय ज न थ त यह हकमत ह क छ तव ष इसक क रण यह उलल ख कय ह क यह म सलम ष क ब ज़ रष मत इस त क क दशर करन क लए ह तथ क छ ल गष न कह ह क यह इस लए ह त क परल क क दन द ष र स त उसक लए गव ह दत तथ क छ ल गष क कहन ह क यह द सर र सन क गर बष पर द कर क लए ह और अलल ल तआल ह सवर ज ञ न रखत मजम ओ फत व इब न उस म न (१६ / २१६ २२३) स क ष क स थ 17