म सलम न ल ग अल ल ह क ईश द त ईस क जन मददवस क य नह मन त जजस तरह कक व अल ल ह क ईश द त म हम मद सल लल ल ह अल दह व सल लम क जन मददवस मन त ह? ملاذا ال حيتفل املسلمون بمودل نيب اهلل عيىس كما حيتفلون بمودل نيب اهلل حممد عليهما الصالة والسالم [ هندي & Hindi ] दहन द & म हम मद स ल ह अल-म नज ज द حممد صالح املنجد अन व द स इट इस ल म प रश न और उत तर स श धन अत उ रहम न ज य उल ल ह ترمجة: موقع اإلسالم سؤال وجواب مراجعة: عطاء الرمحن ضياء اهلل 2014-1436
ब ज स मल ल हह रहम नन रह म म अतत म हरब न और दय ल अल ल ह क न म स आरम भ करत ह إن احلمد هلل حنمده ونستعينه ونستغفره ونعوذ باهلل من رشور أنفسنا وسيئات أعمانلا من يهده اهلل فال مضل هل ومن يضلل فال هادي هل وبعد: हर प रक र क हम द व सन (प रश स और ग णग न) क वल अल ल ह क ललए य ग य ह, हम उस क प रश स करत ह, उस स मदद म गत और उस स क षम य चन करत ह, तथ हम अपन नफ स क र ई और अपन र क म स अल ल ह क पन ह म आत ह, ज स अल ल ह तआल हहद यत प रद न कर द उस क ई पथभ रष ट (ग मर ह) करन व ल नह, और ज स ग मर ह कर द उस क ई हहद यत द न व ल नह हम द व सन क द : म सलम न ल ग अल ल ह क ईश द त ईस क जन म ददवस क य नह मन त जजस तरह कक व अल ल ह क ईश द त म हम मद अल दहस सल त वस स ल म क जन म ददवस मन त ह? प रश न म सलम न न सल लल ल ह अल हह व सल लम क न म हदवस मन त ह, त उनक अल ल ह क ईश द त ईस अल हहस सल म क न म हदवस (क र समस) मन न म क य न क़स न ह? क य वह अल ल ह सवरशज क तम न क ओर स अवतररत ईश द त नह थ? म न यह त क रकस आदम स स न ह, ल क रकन म झ पत ह क रक क र समस और उसक मन न हर म (वज रत व ननष द ध) ह, पर त म षपछल त क उत तर नन च हत ह? अल ल ह तआल आपक अच छ दल प रद न कर उत तर 2
हर प रक र क प रश स और ग णग न क वल अल ल ह क ललए य ग य ह सवर प रथम : यह षवश व स रखन क रक ईस अल हहस सल म एक ईश द त और सन द ष ट थ ज न ह अल ल ह सवरशज क तम न न न इस र ईल क ललए भ थ, अल ल ह और उसक प ग र पर ईम न रखन क अ तगरत आत ह और क रकस भ व यज क त क ईम न अल ल ह क सभ प ग र पर ईम न ल ए ब न श द ध नह ह सकत, अल ल ह तआल क कथन ह : ل ه ل ئ ك ت ه و ك ت ب ه و ر س و م م ن ون ل ك آم ن ب ا لل ؤ م ال ه و ب ر ن ز ل إ ل ه م ن ا أ آم ن الر س ول ب م د م ن ر س ل ه ]ابلقرة : 582[. ح ر ق ب ي أ ن ف ''रस ल उसपर, क छ उनक र क तरफ स उनक ओर उतर, ईम न ल य और ईम नव ल भ, प रत य क, अल ल ह पर, उसक फ ररश त पर, उसक क रकत पर और उसक रस ल पर ईम न ल य (और उनक कहन यह ह ) हम उसक रस ल म स क रकस क द सर रस ल स अलग नह करत '' (स रत ल क़र 285) इब न कस र रहहमह ल ल ह कहत ह क रक : म लमन ल ग यह षवश व स रखत ह क रक अल ल ह एक, अक ल ह, एकत और ननय ह, उसक अल व क ई व स तषवक प जय नह, और उसक लसव य क ई प लनह र नह तथ व सभ ईश द त और सन द ष ट ओ और अल ल ह क भ ह ए रस ल और नब य पर आसम न स अवतररत प स तक क प ज ष ट करत ह, उनम स क रकस क च अ तर और मतभ द नह करत ह क रक क छ म षवश व स रख और क छ क इन क र कर, ज ल क सभ उनक ननकट सच च, न क, हहद यतय (म गरदशरन प र प त), और भल ई क र स त क ओर म गर दश रन व ल ह '' तफ स र इब न कस र (1/736) स अ त ह आ 3
तथ अल ल म सअद रहहमह ल ल ह फरम त ह : उनम स क छ क स थ क फ र करन, उन स क स थ क फ र करन ह, ज ल क अल ल ह क स थ क फ र करन ह तफ स र सअद (प ष ठ 120) स अ त ह आ द सर : न सल लल ल ह अल हह व सल लम क न म हदवस मन न एक ब द अत (नव च र) ह, उस न त आप सल लल ल ह अल हह व सल लम न क रकय ह और न आपक द आपक सह म स क रकस न क रकय ह, तथ म सलम न क इम म म स क रकस एक क र म भ यह ज ञ त नह ह क रक उसन इसक अन मनत द ह य उसन इस म सतह (एज च छक) समझ ह, उसम भ ग ल न त ह त द र क त ह, यह स क स हर म (ननष द ध) च और घ णणत ब दअत म स ह स थ य सलमनत क षवद व न क कहन ह : ''न सल लल ल ह अल हह व सल लम क न म हदवस क अवसर क मन न एक वज रत व ननष द ध ब दअत ह, क य क रक इस पर अल ल ह क क रकत और प ग र सल लल ल ह अल हह व सल लम क स न नत स क ई प रम ण नह ह, तथ ख लफ य र लशद न और हतर न शत ज ब दय क ल ग म स क रकस न भ उस नह क रकय ह ''फत व स थ य सलमनत'' (2/244) स अ त ह आ तथ प रश न स ख य (70317), और (13810) क उत तर द ख क छ अव म और उनक ग व र (अनलभज ञ) ल ग म लद न न क श न मन त ह, वह नए अषवष क र कर ललए गए म मल म स ह ज नक षवर ध करन और उनस र कन अननव यर ह अत प ग र क न म हदन क उत सव स नए ईसव व र क उत सव मन न पर दल ल पकड़न म ल र प स असत य और व यथर ह ; क य क रक प ग र क न म क उत सव मन न य नह ह ; क य क रक वह नए अषवष क र कर ललए 4
गए नव च र (ब दअत ) म स ह, और ज स च क ब दअत पर क रक़य स क रकय गय ह त वह भ उस क सम न ब दअत ह त सर ईस इय क तथ कथथत क र समस मन न एक ब दअत और लशकर पर आध ररत उत सव ह, ज सम म सलम न क ललए उनक सम नत अप न य नह ह, और ईस अल हहस सल म इसस और इन ल ग स र ह तथ वह म सलम न क ललए - इसस ढ़कर क रक वह एक ब दअत ह - क क रफर क उनक षवश ध लमरक म मल म सम नत अपन न ह, और आप सल लल ल ह अल हह व सल लम क फरम न ह : ज सन क रकस क़ म क सम नत अपन ई वह उन ह म स ह इस अ द ऊद (हद स स ख य : 3512) न ररव यत क रकय ह, और अल न न सह ह स नन अ द ऊद म उस सह ह कह ह, और श ख ल इस ल म इब न त लमय य न उसक इस न द क नयद (अच छ ) क़र र हदय ह और फरम य ह क रक : इस हद स क कम स कम ह लत यह ह क रक यह उनक स थ म श हत (सम नत ) अपन न क हर म ह न क अप क ष करत ह, अगरच इसक प रत यक ष अथर उनक सम नत अपन न व ल क क फ र क अप क ष करत ह, स क रक अल ल ह तआल क इस कथन म ह : ومن يتولهم منكم فإنه منهم ]املائدة: 25 ] '' क ई उनक अपन लमत र न एग, वह उन ह ल ग म स ह ग '' (स रत ल म यद 51) इज क त उस लसर नतल म स तक़ म (प ष ठ 82-83) स अ त ह अ तथ श ख ल इस ल म न यह भ फरम य : 5
आप क ललए यह त स पष ट ह च क ह क रक अल ल ह क धमर और उसक ननयम क लमटन और क फ र व प प क प रकट ह न क आध र और म ल तत व क क रफर क सम नत अपन न ह, ज स तरह क रक हर भल ई क आध र व म ल तत व ईश द त क तर क़ और ननयम क प लन और प रनत द धत ह इस ललए धमर म ब दअत क प रभ व ह त ग भ र ह त ह, अगरच उसम क क रफर क सम नत अपन न न प य त ह त उस समय क य ह लत ह ग द न च (य न क क रफर क सम नत और ब दअत द न ) एक स थ प ई य?! इज क त उस लसर नतल म स तक़ म (प ष ठ 116) स अ त ह अ श ख इब न उस म न रहहमह ल ल ह कहत ह : क क रफर क क र समस य उसक अल व उनक अन य ध लमरक त य ह र क ध ई द न सवरसहमनत क स थ हर म ह ; क य क रक उसक अ दर उस च क प रम णणत व स व क र करन और उस उनक ललए पस द करन प य त ह ज स क फ र क प रत क पर व क़ यम ह, भल ह वह स वय अपन ललए उस क फ र क पस द करत ह, पर त म सलम न क ललए हर म और वज रत ह क रक वह क फ र क प रत क स ख श ह, य द सर क उसक ध ई द इस तरह म सलम न क ऊपर, इस अवसर पर सभ ए स थ षपत करक, उपह र क आद न प रद न कर, य लमठ इय य ख न क ड श आव हटत कर, य क म स छ ट ट करक, य इनक अल व अन य च क द व र, क क रफर क सम नत अपन न हर म ह क य क रक न सल लल ल ह अल हह व सल लम क फरम न ह : ज सन क रकस क़ म क सम नत अपन ई वह उस म स ह इस अ द ऊद न ररव यत क रकय ह म म ओ फत व व रस इल इब न उस म न (3/45-46) स सम प त ह आ तथ क फ फ र क त य ह र म भ ग ल न क ह क म क नक र क ललए प रश न स ख य (1130) और (145950) क उत तर द ख 6
स र श यह क रक : म सलम न क नए ईसव व र क उत सव मन न स कई र प स न क़स न ह लसल ह त ह : 1- इसक अ दर अन क श वरव द क क रफर क सम नत और छषव अपन न प य त ह इन उत सव क अपन लशकर और मह न अल ल ह क स थ क फ र क क रणवश आय ज त करत ह, न क रक अल ल ह क न ईस अल हहस सल म क शर अत क अन स र ; क य क रक हम र सवरसहमनत और उनक सवरसहमनत क स थ उनक ललए इस तरह क उत सव और सम र ह धमर स गत नह ह यह लशकर और ब दअत क स लमश रण और लमल वट ह, क रक इसक स थ वह प प और अवज ञ भ लमल ह त ह व इन सम र ह म करत ह, सवरज ञ त ह, त हम क स इसक अ दर उनक सम नत अपन सकत ह? 2- प ग र क न म हदन क उत सव मन न य नह ह, क य क रक वह एक नव अषवष क र कर ल गई ब दअत ह, स क रक प छ ग र च क अत उस पर क रक़य स करन य नह ह ; क य क रक वह असल ज स पर क रक़य स क रकय गय ह वह फ लसद (खर ) ह गय, त क रक़य स भ फ लसद और खर ह ग 3- क र समस मन न हर ह ल म एक घ णणत ( र ) क यर ह, और उसक य ह न क कथन स भव नह ह ; क य क रक वह अपन म ल र प स ह फ लसद ह ; क य क रक उसम क फ र, प प, अवज ञ और अवह लन प य त ह, और इस तरह क च क क रकस भ च पर क रक़य स करन सह ह नह ह और उसक य ह न क कथन क रकस भ स रत म नह ननकलत ह 4- इस फ लसद क रक़य स क सह ह न क ललए र र ह क रक हम उस म त तररद (सवरस म न य और व य पक) न य, त हम कह ग : हम प रत य क ईश द त क न महदवस क य नह मन त? क य व स अल ल ह क प स स भ ह ए ईश द त नह ह?! और यह त क ई भ नह कहत ह 7
5- ननज श चत र प स क रकस भ ईश द त क न म हदवस क नक र अस भव ह, यह तक क रक हम र न सल लल ल ह अल हह व सल लम क भ, क य क रक ननज श चत र प स आपक भ न म हदवस ज ञ त नह ह, इनतह सक र न इसक ननध ररत करन क र म न य उसस अथधक कथन (षवच र ) पर मतभ द क रकय ह त इस तरह न म हदवस मन न ऐनतह लसक और ध लमरक त र पर व यथर ह गय, अत इस प र म मल क, च ह वह हम र न क न महदवस स स थधत ह य अल ल ह क न ईस अल हहस सल म क न म हदवस स स थधत ह, उसक क ई आध र नह ह श ख इब न उस म न रहहमह ल ल ह न फरम य : प ग र सल लल ल ह अल हह व सल लम क न म हदवस क र त क उत सव मन न न त ऐनतह लसक द ज ष टक ण स सह ह और न ह ध लमरक द ज ष ट स फत व न र न अलद-द र (19/45) स अ त ह आ और अल ल ह तआल ह स स अथधक ज ञ न रखत ह 8