रजब ओर शब म र ज Rajab and Shab-e-mei raj
रसल अ सह ब ल ह رضي الله عنھकर म स ज क इ सव ल करत, सह ब कर म फ़म त "अ ल ह ओर उ क रसल ब तर ज त ह " यक़ न अ ल ह ओर उ क रसल ह ब तर ज त ह त आइय क़रआन ओर स नत क र शन म म ह रजब ओर शब म र ज क एह मयत ओर हक़ क़त क ज यज़ ल 1
بسم الله الرحمن الرحیم रजब इ ल म क ल डर क हमत व ल मह न म स एक ह, जस रजब अलमर जब भ क त ह,रसल अ ल ह न फ़म य "स ल ब रह मह न क ह, जनम स च र हमत व ल ह,त न प दर प ज़लक़ द,ज़ल ह ज और म हरम और रजब ज जम द उलआ ख़र और श ब न क द मय न ह "(सह बख़ र, कत ब बद अलख़ क़) अरब म رجب क म यन ह त ज़ म करन और مر جب मअ ज़म क म यन म आत ह य न अज़मत व ल, इसक रजब मज़र भ कहत ह, मज़र अरब क एक क़ब ल क न म ह, जसन द र ज ह लयत म ख़ स त र स इस म ह क हमत क ए तम म कय, उस न बत क बन पर उस उनस म सब कर दय गय इ ल म स प हल द र ज ह लयत म क़ ल ग़ रत अरब क मशग़ल थ ल कन जस ह हमत व ल मह न आत, त ह य र उत र द त इस लए रजब क ब र म इ ल म स पहल ज हल अरब कह करत थ, من صل الاسنة" رجب रजब व ह ह ज तज़ ह य र क उत रद " बह क़ क रव यत म आत ह क "ज हल ल ग इन मह न क ए तर म करत ख़ कर रजब क और इस म ज ग न करत ओर बत क न म पर ज नवर क क़ब न करत "ल कन इ ल म न इस म ह म कस ख़ स इब दत क ह म नह दय,त हम गज़रत हए व त क स थ इस म ह म इब दत क न च दए हए तर क़ रव ज प गऐ क़ब न क ए तम म इस म ह म कछ ल ग क़ब न करत ह ज क ज ह लयत क व त क रसम ह,ज हल अरब 2
अलअत र ह क न म पर इस म ह म बकर क क़ब न कय करत थ,ओर ज़ब ह العتیره क गइ बकर क ख ल कस दर त पर ड ल द त थ, उस ज त थ رجب یة (रजब व ल क़ब न )कह बख़ र ओर मस लम क रव यत म अब رضي الله عنहर र रसल अ ल ह स रव यत करत ह لافرع ولا عتیرة "फ़रआ ओर अत र ह कछ नह " ऊ टन क प हल ब च ज बत क न म पर ज़ ह कय ज त " व ह फ़रआ कहल त थ ख़ स नम ज़ क ए तम म ब ज़ ल ग इस म ह म ख़ स नम ज़ सल त अलरग़ इब पढ़त ह,रजब क पहल जम क र त क ब र ह रकआत छ सल म स पढ़ ज त ह, जसम सर ह अख़ल स क ब द हर रकअत म त न ब र सर ह अक़ल स क ब द त न ब र सर ह अल क़दर पढ़ ज त ह, यह बदअत च थ सद म श हई जसक क इ अस लयत नह,इम म इ न त मय ह(रह) लखत ह क तम म उ म न इ म क स थ इस नम ज़ क म ज़(मन घङत)क़र र दय ह उमर ह क ऐहतम म ल ग इस म ह म ख़ सकर उमर ह क ऐहतम म करत ह जबक क़रआन ओर हद स स इस ब त क क इ सबत नह मलत क आप न इस म ह म उमर ह अद कय ह ब क ह त आयश رضي الله عنھआयश न एक म क़ पर इसक तरद द भ क ह,उव ह बन ज़बर स रव यत ह क म न स इसक ब र म पछ त फ़म य ما اعتمر رسول الله ف ى رج ب قط(صحیح بخارى) "रसल अ ल ह न रजब म कभ भ उमर ह अद न फ़रम य " ब ज़ ल ग इस म ह म ख़ स र ज़ क ऐहतम म करत ह,सह रव य त स पत चलत ह क आप न कभ मसलसल त न म ह(रजब,श ब न और रमज़ न) म र ज़ न रख और न رضي الله عنھ 3
इसक त क द क,ब ज़ ल ग २७ रजब क र ज़ रखत ह और इस र ज़ क आम दन क र ज़ स अफ़ज़ल समझत ह कई अह द स स नब कर क म ख़ स दन य त र ख़ म न फ़ल र ज़ क ऐहतम म करन स बत ह,जस क अ य म ब ज़ म(हर क़मर मह न क १३,१४,१५ त र ख़)य हर स मव र और जम र त क,ज़ल ह ज क प हल अशर म,९, १० म हरम क य फर कसरत स श ब न म,इन तम म क ब र म सह और मसतनद अह द स मलत ह,ल कन २७ रजब क र ज़ क ब र म क इ रव यत नह ह,ल ह ज़ अगर क इ ख़ स त र पर इस दन क र ज़ रखत ह त उसक र ज़ त ह सकत ह मगर यह अमल मसनन नह ह ग ब क बदअत शम र ह ग क़रआन कर म म इश द र ब न ह یایھا ال ذی ن امنوا لا تق دموا بی ن ی دی الله ورسول ھ الحجرات ١ उमर رضي الله عن "ए ल ग ज ईम न ल ऐ ह,अ ल ह और उसक रसल स आग न बढ़ " इस म ह म सफ़ य क र ज़ रखन स मन कय करत थ ब क ल ग क ह थ पर ह थ म रकर मजबर करत क व ह र ज़ त ङद य क म ह रजब क त ज़ म مصنف ابن ابی شیبھ ओर इसम र ज़ रखन द र ज ह लयत क रसम थ अलब त अगर क इ श स बत र आदत हर म ह च द क १३,१४ ओर १५ त र ख़ य प र और जम र त क रखत ह इस म ह म भ रख सकत ह २२ रजब क क ड क ऐहतम म २२ रजब क "क ड " भरन बत र रसम रव ज प चक ह, इस रसम म कस म नत क पर ह न पर हलव पर ओर ख र वग़ र पक ई ज त ह,त र ख़ क पढ़न स यह ब त स मन आत ह क इस रसम क श आत १९०६ म अम र म न इ क ख़ नद न स हई,ज ह द त न क शह र स त लक़ रखत थ,इस रसम क मक़सद इम म ज फ़र(र)क ह क ईस ल सव ब पह च न थ,ह ल क इस ब त क सह पत नह 4
नह ह सक क इन इम म क पद इश य वफ़ त म ह रजब म हई थ इ ल म म कस भ बरगज़ द श सयत क पद इश क दन ख़श मन न य ख़ स सदक़ व ख़र त करन क क ई ग ज इश नह ह,इसक अल व क ड क न क़रआन स नत म ज़ ह, न ह सह ब رضي الله عنकर म त बईन य तब त बईन क ज़म न म इसक क इ सबत मलत ह असल द न य ह? हम र दम ग़ म व ज़ह ह न च हए क असल द न य ह?असल द न व ह ह ज अ ल ह त ल न म ह क मद ज़ रए हम तक पह च य, य न द न अ ल ह त ल क इत अत व फ़म बरद र,उसक ऐहक म त क आग सर झक न ओर म ह मद क स नत पर अमल करन क न म ह इरश द र ब न ह الیوم اكمل ت لكم دینكم واتمم ت علیكم نعمتي ورضی ت لكم الاسلام دینا (الماي ده) " आज म न तमह र लए तमह र द न मक मल कर दय ओर तमपर अपन न मत तम म करद और तमह र लए द न इ ल म क पस द कर लय " क ई भ ऐस क म ज आप न न कय और न ह उसक ह म दय,उस द न क ह स समझत हए अद करन और फर उसपर अजर व सव ब क तव क़ रखन बदअत ह كل محدثة ب دعة وكل ب دعة ضلا لة و كل ضلا لة فی النار ) سنن النساي ى) "ब शक हर नई ब त बदअत ह और हर बदअत गमर ह ह और हर गमर ह आग म ल ज न व ल ह " : बदअत क ब र म रसल अ ल ह क इरश द मब रक ह क "अ ल ह त ल बदअत क त ब क़बल नह करत जबतक क व ह बदअत तरक (छ ङ)नह करत "( सह अलतरग़ ब व अलतरह ब) 5
न आप फ़म य म अपन ह ज़ पर तमस प हल म जद ह ग और तम म स कछ ल ग म र स मन ल ए ज ऐ ग फर उन ह म र स मन स हट दय ज यग त म कह ग क ऐ म र रब! य म र स थ ह ल कन मझस कह ज यग क आप नह ज नत इनह न आप क ब द य य नई च ज़ ईज द करल थ सह बख़ र ) ल ह ज़ ए स तम म तर क और क म स बचन क ज़ रत ह ज द न क न म पर आप क ब द ईज द कर लय गय ह, य क आप न फ़म य "م ن احدث فی امرنا ھاذا ما لیس منھ فھو ر د" ) صحیح بخاری) " जस न हम र इस द न म क इ ऐस च ज़ ईज द क ज इसम न ह त व ह मरदद ह " २७ रजब क शब क इब दत क ऐहतम म दसर बदआत क अल व ह २७ रजब क र त ज गकर इब दत करन और दन क र ज़ ह रखन क भ बहत ऐह मयत द ज त ह और इसक नसबत व क़य म र ज स क ज त ह, ह ल क नब कर म न अपन ज़ दग मब रक म व क़य म र ज क म ब द इस र त कस ख़ स इब दत क न त ऐ तम म कय और न ह नब कर क क इ क़ ल य अमल २७ रजब क शब ख़ स इब दत क ब र म ह, आप क ज नस र सह ब رضي الله عنھकर म य अज़व ज मत हर त म स भ कस न इसक ऐ तम म नह कय,इस लए ए स तम म तर क़ और क म स बचन क ज़ रत ह ज द न क न म पर नब कर म क ब द ईज द कर लय गए ह व क़य म र ज क ज़हर क हक़ क़त अपन जगह मस लम ह मगर यह भ एक हक़ क़त ह क इसक नम ह न क त र ख़ क ब र म कम व ब श ३६ मख़त लफ़ अक़व ल मलत ह, ब ज़ क मत बक़ यह व क़य रब उल अ वल म हआ, ब ज़ न रमज़ न, ब ज़ न हजरत स च द स ल ब द और ब ज़ न च द म ह क़ ल कह 6
इसक हतम त र ख़ कस सह हद स स यक़ न त र पर स बत नह ह,त हम यह ब त तसल म शद ह क नब क म क ज़ दग क आख़र ह स म यह ख़ स मश हद कर य गय, जसम हम र लय स खन और अमल करन क हत स प हल ह क़रआन प क म अ ल ह त ल न फ़म य ह سبحن الذی اسری بعبده لیلا من المسجد الحرام الی المسجد الاقصا الذی بركنا حولھ لنریھ م ن ایتنا انھ ھو السمیع البصیر بنی اسراییل ١ "प क ह व ह (ज़ त)ज अपन ब द क एक र त म म जद अलहर म स म जद अक़स तक ल गय, जसक आसप स हमन बकत रख ह त क हम उस अपन ब ज़ नश नय दख ऐ यक़ नन व ह(अ ल ह त ल )ख़ब स न व ल ओर ख़ब द खन व ल ह " इस आयत म जस व क़य क तरफ़ इश र ह व ह "इसर " क न म स मशहर ह, इसर क लफ़ज़ मआन ह "र त क सफ़र करन,र त क चलन " यह वह सफ़र ह जसम नब कर म क जसम ओर ह समत म जद हर म (म क )स म जद अक़स (फ़ल त न) तक म ज़ त त र पर ल ज य गय,फ़ र त क हमनश न क यह सफ़र उस ज़म न क ह ल त,असब ब सफ़र ओर फ़ सल क तव लत क व ह स इ स न अ ल व समझ स ब ल तर ह ल कन जस क आयत म व ज़ह कय गय "प क ह व ह (ज़ त)ज अपन ब द क ल गय "त जस ज़ त म कम ल क़ त ह व ह सब कछ कर सकत ह इस ह रत अग ज़ और ईम न अफ़र ज़ सफ़र क तफ़ स ल बख़ र और म लम समत अह द स क दसर कत ब म म जद ह आग़ ज़ सफ़र ओर शक़ स अनस बन म लक स मरव ह क "म र ज क र त,जब बत ल ह स नब कर म क ल ज य गय,त वह आन स क़ ल आप क प स त न फ़ र त आए,उस वक़त आप 7
आप म जद हर म म स रह थ,उनम स एक न पछ "व ह क न ह "दसर न जव ब दय "व ह इनम सबस ब हतर ह "त सर न कह "इनम ज सबस ब तर ह उ ह ल ल "उस र त इतन ह व क़य पश आय ओर नब न इसक ब द उ ह नह द ख,यह तक क व ह दसर र त आए जबक आपक दल द ख रह थ और आप क आख स रह थ ल कन दल नह स रह थ, तम म अ बय क न द ऐस ह ह त ह, उ ह न आप स क इ ब त न क यह तक क आप क उठ कर च ह ज़म ज़म क प स लट य,यह ज ल(अ)न अपन क म स भ ल और स न मब रक गदन तक ख़द अपन ह थ स च क कय,और स न और प ट क तम म च ज़ नक ल कर उ ह अपन ह थ स ज़म ज़म क प न स ध य,जब ख़ब ध चक त आप क प स स न क ऐक तशत ल य गय,उसम स न क एक बङ य ल थ ज ह मत ओर ईम न स पर थ,उसस आप क स न और गल क रग क पर क दय ओर स न मब रक फर स स दय गय " (सह बख़ र, कत ब अ त ह द) म जद अ हर म स मस जद अक़स तक इसर ह त ज ल (अ)बर क़ क स थ तशर फ़ ल ए,यह गध स बङ और ख़ चर स छ ट एक ज वर थ,ज अपन खर अपन नग ह क आख़र मक़ म पर रखत थ, उस वक़त नब म जद हर म म थ,आप ज ल(अ)क स थ बत मक़दस म तशर फ़ ल ए और वह जस ह क़ म अ बय अपन अपन सव रय ब धत थ,उस म अपन बर क़ क ब ध दय, फर म जद अक़स म द ख़ल हए,द रकअत नम ज़ पढ़ ओर उसम अ बय क इम मत फ़म इ,उसक ब द आप क प स शर ब,दध और शहद क बतन ल ए गए आप न दध पस द फ़म य, ज ल(अ) न कह "आप न फ़तरत प ई,आपक हद यत नस ब हई और कआप उ मत क भ " (बहव ल म नद ए मद) 8
म जद अक़स स आप क आलम ब ल म ल ज य गय,म र ज अरब म स ढ़ क कहत ह ज ऊपर चढ़न क लए इ तम ल ह त ह,इस नसबत स सफ़र क इस ह स क भ म र ज ह गय, ब शतर मफ़ सर न क नज़द क सरह अलन म क न च द गई आय त व क़य म र ज क दल ल ह ولق د راه نزلة اخری عند س درة المنتھی عندھا جنة الماوی اذ یغشی الس درة مایغشی مازاغ البصر وماطغی لق د رای م ن ایت ربھا لكبری النجم ١٨ ١٣ "और एक मरतब फर उसन सदरतल म तह क प स उसक उतरत द ख,जह प स ह ज नत अलम व ह,उस वक़त सदर ह पर छ रह थ ज कछ छ रह थ,न नग ह च धय इ न हद स मत वज़ हई और उसन अपन रब क बङ बङ नश नय द ख " ऊपर द गई आय त म नब कर म क आसम न क तरफ़ ज न और सदर तल म तह और उसक आस प स क च ज़ क द खन क सबत मलत ह सफ़र आसम न म जद अक़स म तम म अ बय क इम मत क ब द सव र क लए बर क़ प श कय गय,आप द ब र उसपर सव र ह कर पहल आसम न तक गए, ज ल(अ)न आसम न क दरव ज़ खलव य,फ़ र त क तरफ़स पछ गय "क न ह?" ज ल(अ) न फ़म य " म ज ल(अ) ह "पछ गय "स थ क न ह?"बत य गय "म ह मद ह "पछ गय इ क पग़ म इल ह द कर भ ज गय ह?" ज ल(अ)न कह "ह "तब अ दर व ल फ़ र त न सनकर कह "मरहब! आप बहत अ छ आए " आप फ़म त ह "म वह पह च आदम(अ)म जद थ, ज ल(अ)न कह क यह आपक ब प आदम(अ) ह,इ ह सल म क जए, म न उ ह सल म कय त आप(अ) 9
न जव ब दय "महब! फ़रज़ द स ल ह,नब स ल ह और आप क नब वत क इक़र र कय " (सह बख़ र कत बअलत ह द) एक और रव यत ह क आप न आसम न द नय म एक बज़ग श स क ब ठ द ख, जसक द और ब तरफ़ कछ सरत नज़र आ,द तरफ़ द त त व ह बज़ग ह सत और ब तरफ़ द त त र त, मन ज ल(अ)स पछ "यह क न ह?"त जव ब दय गय, "आदम(अ)ह,यह द तरफ़ व ल और ब तरफ़ व ल सरत इनक औल द ह,द तरफ़ व ल ज नत ह और ब तरफ़ व ल द ज़ख़ ह, इस लए एक तरफ़ द कर ह सत ह और दसर तरफ़ द ख कर र त ह " (सह बख़ र कत ब अलसल त) "नब कर म फ़म त ह: " ज ल (अ) मझ ल कर आग बढ़ और दसर आसम न तक पह च, फर उस तरह सव ल जव ब हए,वह मझ ईस (अ) और य हय (अ) मल ज ब हम ख़ ल ज़ द भ ई भ ह ज ल(अ) न कह यह ईस (अ) और य हय (अ)ह इ ह सल म क जए म न सल म कय द न न जव ब दय फर कह महब! बर दर स ल ह और नब स ल ह ओर आपक नब वत क इक़र र कय, फर इस तरह उ स कछ ब त ह "(सह बख़ र, कत ब अलसल त) उसक ब द मझ ल कर त सर आसम न क तरफ़ चढ़ और दरव ज़ खलव य पछ गय "क न?" ज ल(अ) न कह "म ह " पछ गय "स थ क न ह?" उ ह न कह "म ह मद " पछ गय "इनक प स पग़ म इल ह द कर भ ज गय ह?" ज ल(अ) न कह "ह " फ़ र त न यह स कर कह मरहब! आप बहत अ छ आए "दव ज़ ख ल गय,वह पह च त द ख क वह यसफ़(अ)म जद ह, ज ल(अ) न कह यह यसफ़(अ)ह,सल म क जए,म न सल म कय उ ह न जव ब दय, उ ह न कह मरहब! दर स ल ह और नब स ल ह और आपक नब वत क इक़र र कय "(बख़ र, कत ब अ त ह द) एक और रव यत म ह आप न फ़म य म न यसफ़(अ) क द ख अ ल ह न 10
हसन क आध ह स उ क दय थ (सह मस लम, कत ब अलईम न) इस क ब द ज ल(अ) मझ ल कर आग बढ़, च थ आसम न पर इस तरह सव ल जव ब हए,इ स(अ)वह म जद थ,सल म दआ हई उ ह न भ इस तरह दर स ल ह और नब स ल ह क कर मरहब कह और आप क नब वत क इ र र कय इ क ब द ज ल(अ) प चव आसम न तक आग बढ़,वह भ उस तरह सल म दआ हइ, ह न(अ)वह म जद थ,उ ह न भ नब स ल ह, दर स ल ह क कर मर ब कह और आप चढ़, क नब वत क इक़र र कय,इ क ब द आग छट आसम न तक आप दरव ज़ ह ख़लव य गय और इस तरह सव ल जव ब और मरहब कह और क नब वत क इक़र र कय,यह पर मस (अ)थ,आप उ ह छ ङकर आग बढ़ त व ह र न लग,पछ आपक र न क वजह य ह?उ ह न कह "म इस लए र त ह क यह न जव न पग़ बर(नब ) म र ब द मबऊस हए,इ क उ मत क ल ग म र उ मत क ल ग स य द त द द म ज नत म ज ऐ ग " इस क ब द स तव आसम न पर पह च ओर दरव ज़ ह खलव य पछ गय "क न? "कह "म ज ल ह "पछ गय त ह र स थ क न ह?"उ ह न कह "म ह मद ह "पछ गय "उ क प स पग़ म इल ह द कर भ ज गय ह?" ज ल(अ) न कह "ह " फ़ र त न यह स कर कह क "मरहब! आप बहत अ छ आए" जब म वह पह च त इ ह म(अ)क म जद प य, ज ल(अ)न कह,यह आपक जद अ जद इ ह म(अ) ह,इ ह सल म क जए,म न उ ह सल म कय उनह न जव ब दय और फ़म य मरहब! फ़ज़ द स ल ह,नब स ल ह और(ब ट कहकर पक र )आप क नब वत क इक़र र कय,वह इ ह म(अ)बत लम मर क स थ ट क लग कर ब ठ हए थ (सह बख़ र, कत ब अलख़ क़) स यद न इ न अ ब स رضي الله عن स मरव ह आप ऐक ऐस मक़ म पर पह च,जह पर 11
ज ल(अ)न आप क स थ छ ङ दय,त इसपर आप न फ़म य "ऐस मक़ म पर क इ द त अपन द त क नह छ ङत,आप म र स थ य छ ङ रह ह?" ज ल(अ)न फ़म य "अगर म इस मक़ म स आग बढ़ त नर स जल ज उ ग " (स न बह क़ ) इ क ब द आप क " सदर तलम तह "तक ल ज य गय इ क ब र ह क मटक क बर बर और उ क प त ह थ क क न क तरह थ फर इसपर स न क पत ग छ गए और अ ल ह क ह म स ज कछ छ न थ छ गय उसस व ह सदर ह(ब र क दरख़त)त द ल ह कर इतन ख़बसरत ह गय क अ ल ह क क ई म लक़ उसक ह न बय न करन क त ब नह रखत उस वक़त अ ल ह त ल न अपन ब द क वह फ़म ई और परआप और आपक उ मत पर पच स वक़त क नम ज़ फ़ज़ क व पस आत हए मस (अ) स कआप मल क़ त हई,त उ ह न दय फ़त कय क आपक य ह म मल न आप? फ़म य "ऐक दन र त म मझ पर और म र उ मत पर पच स नम ज़ फ़ज़ क गई ह,"मस (अ) न कह "आप क उ मत ऐक दन र त म पच स नम ज़ न पढ़ सक ग,म बन इ ईल क तजब कर चक कम ह,आप क दर व सत ल कर अपन रब क प स ज ऐ,"मस (अ)क फ़म न पर अआप ल ह क प स व पस गऐ ओर कम क दर व त क,अ ल ह त ल न आप क दर व त क कबल फ़म कर दस नम ज़ क कम फ़म ई,इ क ब द मस (अ)क आप प स आऐ त उ ह न पछ य हआ न आप? फ़म य दस नम ज़ क कम करद गई ह यह स कर मस (अ)न ह आप फर व पस ज इय ओर कम क दर व त क जय,आप व पस गऐ ओर अ ल ह त ल स कम क दर व त क, अ ल ह त ल न इ क ब द दस नम ज़ क कम करद, य आप क मस (अ) और अ ल ह त ल क द मय न आमद रफ़त ज र रह,यह तक क अ ल ह त ल न प च नम ज़ करद,इ क ब द आप 12 फर व पस आऐ त मस (अ)न कह
ज ओ और कम करव ओ आप न कह "अब मझ शम आत ह,ज अ ल ह त ल न फ़ज़ कय ह उ पर र ज़ ह,"आप न फ़म य "जब म वह स व पस आय त एक पक रन व ल न पक र कर कह "म न अपन फ़ज़ पर कर दय और ब द क लए कम करद,यह प च नम ज़ अजर म पच स क बर बर ह ग " (बख़ र, कत ब बदअलख़ क़) इ क अल व ह कछ और मश हद त क दसर कत ब म ज़ ह सरत अल बक़र ह क आख़र द आय त भ अश क ख़ज़ न स अत क ग न हर क सर और ज नत क मश ह द ह अ ल ह स तलम तह पर बहत स अज इब त क मश हद ह करन क ब द रसल न फ़म य " फर मझ ज नत म ल ज य गय,त म न वह द ख क म तय क क़ब ह और उ क मटट क तर ह " (म लम, कत ब अलईम न) ज नत म आप न न हर क सर क मश ह द ह फ़म य,हज़रत अनस स रव यत ह क नब कर म न फ़म य म ऐक न हर पर आय उसक द न कन र म तय और क़ब क थ म न पछ " ज ईल यह य ह?" ज ईल(अ) न कह "यह क सर ह " (सह बख़ र, कत ब अल रक़ क़) इ ह म(अ)क उ मत म ह मद क न म ख़ स पग़ म इ न मसऊद बय न करत ह क रसल अ न ल ह फ़म य " म र ज क र त म र मल क़ त हज़रत इ ह म(अ)स हई,उ ह न कह ऐ म ह मद अपन उ मत क म र सल म क हय ओर उ क बत इय क ज नत क मटट बङ उ द ह,इ क प न म ठ ह,ल कन व ह च टयल मद न ह (इ म क तक र क ज़ रत ह )और उसक क तक र, ह (अ ल ह प क ह,और तम म त र फ़ अ ल ह ह क लए ह,उसक सव क इ इल ह नह,और अ ल ह सबस बङ ह (ज म त मज़ ) 13
ग़ बत करन व ल क अ ज म बद(बर अ ज म) अनस स रव यत ह क रसल अ ल ह न फ़म य म र ज क म क़ पर म र गज़र ऐस ल ग क प स स हआ, जनक न ख़न प तल क थ व ह अपन च हर और स न क न च रह थ,म न पछ " ज ल(अ)यह क न ल ग ह? ज ल(अ)न कह "यह व ह ल ग ह,ज ल ग क ग त ख य करत थ ओर उन क ग़ बत कय करत थ " (स न अब द ऊद, कत ब अलअदब) ब अमल ख़तब क इ त न क अ ज म अनस الله عن स رضي रव यत ह क रसल अ ल ह न फ़म य "म न म र ज क र त कछ ल ग क द ख क उनक म ह आग क क़ चय स क ट ज रह ह,म न पछ " ज ल(अ) यह क न ल ग ह?" ज ल(अ)न कह "यह आपक उ मत क व ह ख़त ब ह ज ल ग क त भल ईय क ह म द त ह ओर ख़द उन पर अमल नह करत, ह ल क व ह कत ब भ पढ़त ह, पस व ह नह समझत " (शरह अलस नत ल बग़व ) बय न इसर और म र ज प एहल म क क रदद अमल इस र त नब कर म व पस म क तशर फ़ ल आए म ल न ज़फ़र अल ख़ न न य ख़ब कह ह ज़ ज र भ हलत रह ब तर भ रह गम एक पल म सर अरश गए आए म ह मद अगल स ह आप न क़ म क ग ज़ त र त क ब र म बत य सह म लम म ह क अ ल ह क रसल न फ़म य "म र ज क व क़य जब म न मश रक न क सन य,त उ ह न उसक तरद द और त ज़ ब क (इ क र कय ओर झटल य ), कस न त लय बज और कस न त जब और इ क र स ह थ अपन सर पर रख लय कछ ल ग अबब क प स गऐ ओर उनह इसक ख़बर द व ह एक पक " अगर यह ब त आप न फ़म इ ह, त सच फ़म इ ह " 14 र सदक़ व ईम न थ,कहन लग
ल ग न कह "आप भ उन क तसद क़ करत ह "आप न जव ब दय "म त इसस भ बङ ब त पर आप क तसद क़ करत ह,आसम न स स ह श म ज ख़बर अत ह, म उसम भ आप क स च म नत ह " इस पर उनक लक़ब " सदद क़" ठ हर ईज़ रस न और ब यक़ न क जज़ब त स मग़लब क फ़ र न आप क इ तह न ल न क ठ न,पछ क बत लक़दस क स ह और उसक य अल मत ह?सह म लम म आप क इरश द नक़ल ह "क अ ल ह त ल न बत लमक़सद म र स मन ज़ हर फ़म य और ज,ब त और नश नय मश रक न म लम करत म द ख द खकर बत त ज त,"य व ह कआप तरद द ओर त ज़ ब क ज जज़ब लए आए उसक य सर नफ़ ह गई,यह कहसक क जह तक औस फ़ क त लक़ ह त आप न ब कल ठ क ठ क बय न कए ह,उ ह न अपन एक क़ फ़ल क ब र म सव ल कय ज म क श म स आरह थ,आप न उस क़ फ़ल क एहव ल,उ क पह न क वक़त ओर ज ऊ ट आग आग आरह थ उन सबक ख़बर द और जस न आप बतल य थ, ब कल उस तरह हआ,आपन कछ और ब त भ बत ओर ब दम आन व ल क़ फ़ल स इसक तसद क़ ह गई,इस तरह ज़ब न ब द ह ग,मगर दल यह स चत रह क यह क स ह सकत ह?अब भ बहत स ल ग यह स चत ह क यह क स ह सकत ह,ह ल क अ ल ह त ल हर च ज़ पर क़ दर ह ओर जब व ह कस ब त क इर द कर ल त ह त उस सफ़ "कन" "ह ज " कहन क ज़ रत ह त ह म र ज क द र न नब कर म क ज भ मश ह द त करव ए गए,उनम हम र लए बहत स सबक़ ह, ज म स एहमतर न यह ह क हम अपन नम ज़ क प ब द कर जनक ह म अ ल ह त ल न इस म क़ पर नब कर क म दय,उस ज नत क लए क शश कर, जसक मश ह द आप न ख़द फ़म य,इ ह म(अ)क ख़सस पग़ म क मत बक़ कसरत स ज़ इल ह कर,दसर क ग़ बत स परह ज़ कर,और ज ब त दसर क कह उस पर ख़द भ अमल कर 15
अल हद एक नज़र म अल हद इ टन ल व फ़ र फ़ द न म स जह लत और इ ल स दर करन क लए हर तरह क त सब त(भ द भ व) स उपर उठकर दन श क बड़ व और तर क़ क लए १९९४ स क म कर रह ह क़रआन ज द क स ध फ़हम (समझ) हस ल करन क लए स थ म मह ल ओ और य ओ क लए अलग अलग अव ध और सम य क ड ल म और स ट फ़ ट क स करव ए ज त ह तल मल क़र न क स म क़रआन ज द श द अथ और ववरण क स थ उ च रण( व द),हद स न व सरत न व फ़ख अल इब द त और कई वषय पड ए ज त ह तल मल हद स क स म बख र, रय ज़स स लह न,और अ य हद स क प त क क चन हए ह स क अ थ उसल हद स और उसल फ़ख जस वषय भ प य म ( नस ब) म श मल ह इन क र ज़ क श क द प और आस न बन न क लए स न और द खन व ल आकण क उपय ग भ कय ज त ह छ ओ म पठन और अनस ध न क श ख क लए अ य बर नचस म प तक लए ख इम कय गए ह श क लए दर दर ज़ जगह स आन व ल छ ओ क र न क लए ह टल क स वध भ ह गर ब छ ओ क छ व त (सक लर शप)भ द ज त ह खत व कत बत (प - यवह र )क स: व ल ग ज कस क रण स स थ म आकर नय मत श नह प कत इन क लए प - यवह र क स स अक ल य प म घर बठ क स करन क स वध भ ह आन ल ईन क स: ई टनट क ज़ रए और उद और अग र ज़ ज़ब न म अलग अ ग समय और अव ध क आन ल ईन क स तत कए ज त ह छ ट अव ध क क स:ब च, य ओ और मह ल ओ क लए गम य क छ य म मर क स कव ए ज त ह इस क अ थ ग व क य ओ क लए र न क सफ़र और गर ब ल ग क लए र न क करन जस क सज़ करव ए ज त ह ह त व र क स: मस फ़ मह ल ओ और य ओ क लए र न क ज नब और रय लट च क न म स उद और अग र ज़ ज़ब न म ह त व र क स करव ए ज त ह
हम र ब च म:ब च क उमर,ज़ रय त और द पय क द खत हए ह त व र म मन ल इ ल म करव य ज त ह नज़र क़र न पड़ न क अ थ अलहद क ब ज़ च स म ह ज़ क़र न मज द क सव ध भ उपलवद ह दरस क़र न: नय मत क स क अल व आम ल ग क सव ध क लए तल वत क़र न मज द श द अथ और ववरण और शन उ तर पर हफ़त व र द स क़र न क भ ए तम म भ कई जग ह पर कय ज त ह इ ल म मह न क मह व उज गर करन क लए वशष ल च स क अल व म लम त कत ब और प फ़ ट म त ब ट ज त ह नय इयर,व ल ट ईन ड, ब और ऐ ल फ़ल जस म क पर भ म गदशन क लए ल खत स म ब ट ज त ह इ ल म मह न क मह व उज गर करन क लए वशष ल च स क अल व म लम त कत ब और प फ़ ट म त ब ट ज त ह नय इयर,व ल ट ईन ड, ब फ़ल जस म क पर भ म गदशन क लए ल खत स म ब ट ज त ह त त और ऐ ल रमज़ नल मब रक म फ़हम अल क़र न क न म स क़र न मज द अथ और छ ट ववरण क म अन क जग ह पर कर ए ज त ह हज और उमरह क ह ज य क लए नग म कए ज त ह खश व गम क समय पर भ ल ग क दन म गदशन और स खन सख न क यव थ क गई ह म नव स व वभ ग अ द लल ह स म जक क य ण वभ ग क अ य य जन ओ क तह त यह स र क म कए ज रह ह *अपन म आप क तहत ज़ रत म द क अपन प ऊ पर खड़ करन क लए ठ ल और सल ई मश न मह य ( त) कर ई ज त ह *ब व ओ और यत म क मह न वज़ फ़ और ज़ रत म द ख़ द न क र शन और कपड़ मह य कर ए ज त ह *सकल और क ल ज क ब म न मगर गर ब छ क पढ़ ई खच क लए छ व त (सक लर शप) क सव ध उ लव ह *ह पत ल म र गय क लए अ य सव ध ओ और च क स सह यत ऐ द न कर ई ज न क अल व दख और म यस र गय क ह ज त ह त बड़ ई ज त और उ क दलज ई क *म र ज बयर क तहत ल क और लड कय क लए अ छ रशत तल श कए ज त ह *गर ब ल क और लड कय क लए ज़ रत क स म न मह य कर य ज त ह *म त क म क पर कफ़न मह य कर न और मह ल म त क ग इ तज़ म कय ज त ह ल क
*सल ब,भ म य कस द टन क सरत म हर स भव स ह त क ज त ह *सख और भ वत जगह म कऐ क खद ई प न क आप त क ब ध कय ज त ह *ईद अज़ ह क म क पर क़रब न ज़ रत म द ल ग क ग त पह च न क लए एक क़रब न क ब ध कय ज त ह *ज़ रत म द ल ग क पस क स थ स थ उन क पड ई लख ई क लए कछ ब तय म श ण क बन ए ज त ह स रण वभ ग क़र न मज द क हर आदम तक पह च न क लए ओ ढय व न वभ ग क तहत खर न मज द क खर त,श द अथ और ववरण क स थ हद स न व थन ओ और र ज़ क ज़ ग क म ल क बर म म रगदशन क लए अन क ल चस क औ ढय क स स, सढ ज़ और व सढ ज़ क तय र और म हय कर ए ज त ह अनस ध न और क शन क तहत इ ल म प तक,र ज़ न क ज़ दन म र न क लए प म फ़टस और कडज़ क तय र ग क ब र म *ज़ त,ख नद न और म त मस ल क हल क लए मल क त,प और ई-मल क ज़ रए म र न और मश वत दज त ह *अन क म र ढय ट न, टव और क ल चन लस स श द अथ और खर न ववरण क प म क स ण कय ज त ह *व ब स इट क ज़ रए ल खत और ओ ढय ज़ त ह एक ल य-एक य स ड़ ल ढ करन क सव ध आइय हम सब मल कर क़र न मज द क र शन स हर दल क र न कर और अपन समय,प ज और वर स स ख ज रय क क म म बड़ चड़ कर ह स ल अपन धन नच दए गए अ क ट म जम करव सकत ह *अ क ट न बर:A/C36-60-0-00044 अल बक इसल म बक, ज ह अ व नय,इसल म ब द *फ़ रन करनस अ क ट:A/C 990006-3 (ड लर) न ल बक,क प र ट च,स पर म कट,इसल म ब द न ट: स थ क म न व ल धन आय कर-म त ह
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