परम र स हर स बह म ल क त करन क ल एच ट व स ज नयर १
वग य क ल एच ट व स ज नयर सन २००५ तक म टर म स व ड आउटर च ब ट म र, म र ल ड क स थ पक प टर थ उ ह न च र दशक म फ ल अपन स वक ई क द र न अम रक और व भ न द श म अदभ त स वक ईय क थ पन म ख स भ मक नभ ई क सन २००८ म प टर ट व स क म य ह ई अपन आम स वक ई क द र न उ ह न ब ट म र म म र ल ड ब इ बल क ल ज ए ड स मनर क थ पन और द म स ऑवर क वक स कय, ज एक ए ज ल प र क र अ ज त र डय ट क श ह और आज भ उ र अम रक म व भ न मस ह ट शन और इ टरन ट क म यम स स न ज त ह यह प तक प टर ट व स र च र कय गए एक स द श स बन ई गई ह जब तक अ यथ न व त त कय ज ए, सभ कथन प वऽ श ब इबल स ह ज र द न क लए इट ल स हम र ओर स ह GRACE PUBLICATIONS 6025 MORAVIA PARK DRIVE BALTIMORE, MD 21206 क प र इट 1996 म स प लक शन म टर म स व ड आउटर च क एक स वक ई ह www.ggwo.org ह द अन व द क क शन म टर म स नव म बई चच www.vashichurch.com २
स मम क त लक भ मक....................... ५ त स बह परम र स म ल क त......... ७ न कष....................... १९ ३
र वव र क थ न सभ थल : अथव न न ल खत पत पर स पक कर : म टर म स नव म बई चच म उ ड ल र, म घ लय ह उस, स टर Ð ३०ए, व श ट शन क स मन, व श, नव म बई क मत Ð २५ पए ४
भ मक त स बह परम र स मलन क ब र म त वन क प म म लक प य पर अपन य न क त कर ब ईबल क मह न य परम र स स बह मलत थ भ र क अ हम उठ कर उस थ न क गय जह वह यह व क स म ख खड़ थ (उ प त १९:२७) भ र क य क ब उठ (उ प त २८:१८अ) यह श सब र उठ (यह श ३:१अ) द ऊद सब र उठ (१ शम एल १७:२०अ) [व श य] भ र ह त ह म दर म गए ( रत क क म ५:२१अ) भ र क दन नकलन स बह त पहल, [य श ] उठकर नकल, और एक ज गल थ न म गय और वह थ न करन लग (मरक स १:३५) य श मस ह वय परम र थ, पर अपन वग य पत स भ र क समय मलत थ परम र क ब ध परम र क उन ल ग क प स आत ह ज उस भ र क समय ख जत ह स म य स बह क समय मलत ह तब म स न अपन ह थ सम क ऊपर बढ़ य, और भ र ह त ह त य ह आ क सम फर य क य ह ५
गय ; और मॐ उ ट भ गन लग, पर त यह व न उनक सम क ब च म ह झटक दय ( नग मन १४:२७) हम परम र क म हम स बह क समय द खत ह और भ र क त ह यह व क त ज द ख पड़ ग ( नग मन १६:७अ) आन द स बह म आत ह य क उसक ब ध त ण भर क ह त ह, पर त उसक स नत ज वन भर क ह त ह कद चत र त क र न पड़, पर त सब र आन द पह च ग (भजन स हत ३०:५) त स बह वह व स क क न स नन क लए ख लत ह भ यह व न म झ स खन व ल क ज भ द ह क म थक ह ओ क अपन वचन क र स भ लन ज न भ र क वह नत म झ जग त और म र क न ख लत ह क म श य क सम न स न (यश य ह५०:४) परम र क क ण और दय ल त कभ सम नह ह त त भ र क वह नई ह त रहत ह ( वल प ग त ३:२३अ) त स बह वह व स क शरण थ न ह भ र क त उनक भ जबल, स कट क समय उनक उ रकत ठहर (यश य ह ३३:२ब) ६
त स बह परम र स म ल क त त स बह परम र स नय मत प स मलन और उसस सहमत ह न हम र आ मक उ न त क बन ए रखन क लय उतन ह ज र ह जतन श र रक ज वन क लय स स ल न फर भ, बह त स मस ह परम र क वचन उनक ज वन क ब र म ज कहत ह, उसस सहमत नह ह त ह इसक क रण यह ह क उनक ण ध ल म पड़ रहत ह (भजन स हत ११९:२५) अपन व भ वक व त म इ स न अपन दनचय परम र क ब, म ग दश न, और नद श पर नभ र रह बन ग ज र द त ह इस लय, वह अपन प र न प प वभ व स ऐस वच र महण करत ह, ज परम र क वच र नह ह त ह यश य ह ५५:८ म कह गय ह, यह व कहत ह, म र वच र और त ह र वच र एक सम न नह ह, न त ह र ग त और म र ग त एक स ह व स ह न क न त, जब हम स बह उठत ह, त क छ और करन स पहल पहल क म हम यह करन ह क हम अपन दन क स ब ध म परम र क स थ एकत रखन क न य कर यह ब त न तवचन ८:१७ म कह गय ह, ज म झस म रखत ह उनस म भ म रखत ह और ज म झक य स उठकर तड़क ख जत ह वह म झ प त ह पहल ब त ज हम महस स करत ह वह यह ह क परम र ज ह उसक फल व प उसक ओर भ वन ७
परम र अपन स त न स म करत ह, और उसक प स हम र र स मन क ज रह य क आव यकत, दब व, और ल भन क लय सम ध न ह त ह वह हम र लए मर, और स र स स र क प प क म य च क य यह अस मत य त (unlimited atonement) ह जब हम इन ब त पर क छ समय तक वच र करत ह, तब हम हम र भ य श मस ह क म स अ भभ त (overwhelmed) ह ए बन नह रह प त ह हम इस लय उसस म करत ह य क पहल उसन हमस म कय (य ह न ४:१९) द सर ब त यह ह क हम परम र क आर धन और श स करन च हए हम क स परम र क स श करन भ ल सकत ह, जब उसन हम वग य थ न म सब क र क आ शष दय ह (इ फ सय १:३)? उसक ब द, हम परम र क श त और ध म स आव ज क य न द कर स नन ह (१ र ज १९:१२ब) यह आव ज स न ई द न व ल आव ज नह, ब क प वऽ आ म क र हम र आ म क स थ व त ल प ह इसक र हम यह तय कर सकत ह क य ऐस क ई च ज ह य नह जस पर परम र आज हम र य न आक ष त करन च हत ह हम हम र पहल स स च ह ए वच र (preconceived notions) क क वट क म क दए बग र परम र क वय स ब त करन क अवसर द न च हय सतक त क स थ, हम न: व थ प स परम र क स नत ह ए समय बत न स खत ह ८
त सर ब त यह ह क य द हम परम र स त स बह मलन च हत ह, त हम परम र क स मन न ह न ह ग (य क ब ४:१०) दन भर क ज म द रय पर य न लग न क बदल, हम परम र स अपन दल म यह कह सकत ह, म यह व स करत ह क आज क इस स बह आप अपन थ मकत ए (priorities) म झ बत न च हत ह आपक त न ध और द स ह न क क रण म आपस न और ब च हत ह अ यव थत (random) वच र क हम र मन स ग जरन द न क बदल परम र हम अपन स मन च पच प रहन सख न च हत ह १ थ सल न कय ४:११ कहत ह, च पच प रहन क लए अ ययन कर य यह अचरज क ब त ह क यश य ह न कह, श त रहन और भर स रखन म त ह र त कत ह (यश य ह १०:१५ब)? न तवचन ८:३२-३३ इ ह स त क उद हरण द त ह : इस लय अब ह म र प ऽ म र स न ; य ह ध य ह व, ज म र म ग क पकड़ रहत ह श क स न और ब म न ह ज ओ, उसक वषय म अनस न न कर थ न क श त समय (quiet times) क द र न व स क र जमर क ज वन क लय परम र अपन नद श व न व स य यत स द त ह य द त म म स कस क ब क घट ह त परम र स म ग, ज बन उल हन दए सब क उद रत स द त ह, और उसक द ज एग (य क ब १:५) ९
परम र हम ब म द न म व सय य ह, पर य हम व सय य ह उसस म गन म? व स क यह ज म द र ह क वह इन ज रत क परम र क स मन ल ए त र त, हम परम र क स थ सहमत ह न लगत ह, और भ व स य यत स हम अपन अन त क क ण दखत ह यह इतन ज र ह क हम य क स बह परम र क हमस ब त करन क नय म क द बह त स ल ग कभ भ अपन दन उस स मलकर आर भ नह करत ह व अपन आ म व स और झ ठ भर स म यह स चकर ज त ह क व परम र क बग र क म चल सकत ह द ऊद न अपन एक अ धक रमय पर क समय लख, ह परम र म र मन थर ह, म र मन थर ह (भजन स हत ५७:७अ) जब हम इस प तक क पढ़ रह ह, त हम मन लग कर सतक त और स यम स परम र क स नन च हए तब, परम र ब त कर ग स बह हम र थ न क श त समय (quiet times) म जब परम र हम र स थ ह त ह, तब हम प र य न क स थ उस स नन क और ज क छ हम स नत ह उसम व स मल न क ज रत ह (इ नय ४:२) इस तर क स व स क व म (faith-rest) क व त क स थ हम आस न स और त र त ज वह कहत ह उस क य क प रप लन कर सकत ह वचन क करन व ल न ह न बह त स वध जनक ह (य क ब १:२२) द ह, प र न प प वभ व और स स र हम कई १०
क रण बत एग, क य ज हम स नत ह उसम व स न मल ए परम र क आ ओ क प लन क बह न बन कर ट लन कस भ व स क आ मक व क अप ग बन द ग हम श य न रख क धम जन व स स ज वत रह ग (गल तय ३:११ब) बन व स क हम परम र क स न नह कर सकत ह (इ नय ११:६अ) अब व स आश क ह ई व त ओ क न य, और अनद ख व त ओ क म ण ह (इ नय ११:१) जब हम हर स बह परम र स मलत ह, वह हम र वच र क नक र मकत क सम ध न नक लन क समय ह हम प वऽ आ म क हम र अ दर क उन घम ड, व थ, और अन म न क दख न क लए कह सकत ह, ज हम परम र क उ य स वच लत करत ह इस तर क स हम अपन य क ब झ और वचलन उस द कर एक और नए दन क नई श आत कर सकत ह अपन मन क परम र क सम त य र करन एक मस ह इस ब त क स न त कर सकत ह क उसन अपन मन क दन भर क लय त य र कर लय ह, य क परम र क वचन न उसक ण क ह थय लय ह परम र क स थ त दन बत ए थ न क श त समय (quiet time) क अन त क म य क आ कन अस भव ह! परम र क कहन क अन स र ह करन क लय य क व स क त य र रहन च हय ; मन य क वज़ह स नह, पर त मस ह क वज़ह स प रण म व प, वह ल ग क ११
ब धन म नह, पर त अपन आपक परम र क अध न कर द ग जब प ल स न २ क र थय ८:५ म कह,... ल कन पहल [उ ह न ] वय क भ क स प, फर परम र क इ छ स हम भ द दय, तब उसक यह मतलब थ परम र स स बह मलन कतन आव यक ह! दन क आर भ करन स पहल परम र स मल जब हम य करक इस समय क क वल परम र स मलन क लय रख ग, तब हम र अ द न मन भ व श स ह न त क रह ग न त वह ग ण ह ज परम र हम र मन म उस समय द खत ह जब क हम र मन उसक सम द न और ट ट ह ए रहत ह (भजन स हत ५१:१७) य क स बह प र न प प वभ व क ब स पर ल ज ओ हर दन, कस भ सम य स नपटन क क शश करन स पहल हम अपन ण क त (depravity) स नपटन स खन ह ग स प ण सर घ व स भर गय, और त ह र दय द :ख स भर ह (यश य ह १:५ब) मस ह क त र पर, हम र स मन हम र दल क अ द न प प स ह तब भ हम य द रखन ज र ह क मस ह क क ण और दय ल त हर स बह नई और त ज़ ह ( वल प ग त ३:२२-२३) बह त स -प ष स ल क ब र आदत क नह छ ड़ प त ह, य क व अपन प र न प प वभ व स त स बह नह नपटत अ सर त बय मक ओर मज ज १२
(moody) ह कर व अस र त और आ मक प रप वत (maturity) र हत ह त ह प रण म व प, व भ क भ वन ओ (affection) क थ न पर अभ क ल लस क प (lust patterns) म यथ त (sublimation) म गर ज त ह ल लस परम र क स प ण मज क ब हर क ई भ इ छ करन क न म ह आमत र पर ल लस क प यह ह भ तक (material) ल लस (भ तक व त ओ क अ य धक इ छ ), श (power) क ल लस (द सर पर नय ऽण करन क इ छ ), सर हन (approbation) क ल लस (द सर र म यत और श स क इ छ ), श र रक (sensual) ल लस (परम र क वचन म द गई स म ओ क ब हर य न त क य स), घम ड (द सर क ऊपर वय क ऊ च समझन ), य ज वन क ब र कय (details of life) पर अ य धक य तत (प रण म व प, परम र स य गत स ब ध क आग बढ़ न म असफलत ) ल कन जब हम परम र क उन ब ध ओ क वफल करन द त ह, ज हम र दल म वय क ज वन (selflife) क स भ ल कर रखत ह, तब ल लस ए हम र वच र क नह भर सकत व छ: ल लस क प ज जगह ल न क क शश करत ह, उनक नपट र ब स पर ह त ह ; हम र नण य ल न श करन स भ पहल, जब हम हर स बह परम र स म ल क त करत ह १३
अपन दय क च कस करन जब हम अपन आ म-ज वन (self life) भ क द द त ह, तब हम परम र क वचन क र अपन दय क स र करन लगत ह हम वचन स नकर उसम व स मल न ह (इ नय ४:२) और उसक त र त प लन करन ह तब य श मस ह क श क र हम श त न क चत र ई क स मन बह त फ यद मल ग जब हम मस ह म बन रहत ह, हम वजय ह त ह य क...ज त म म ह, उस स ज स स र म ह, बड़ ह (१ य ह न ४:४ब) हम अपन दय क व थ भ वन ओ और आलस पन, और द सर स अपन त लन करन स बच न ह ग य क हम यह स हस नह क हम अपन आपक उनम स ऐस कतन क स थ गन य उनस अपन क मल ए, ज अपन श स आप करत ह, और अपन आप क आपस म न प त लकर एक द सर स मल न करक म ख ठहरत ह (२ क र थय १०:१२) इसक अल व, हम अपन दल क ध म क भ वन मकत और अ व थ भ वन ओ स बच न ज र ह, ज हम अन व यक प स वषय मक (subjective) बन द ग और आस न स ज म कर सकत ह हम र ण क परम र क वचन म ण गत उपद श (categorical doctrine) क र स र त कय ज न आव यक ह जसस वषय मकत और ज म गलत असर न प द कर सक १४
परम र क वचन, अन मह क र, हम र ण क स र क ह परम र स उ चत प म स ब धत ह न परम र क उप थ त क अपन ज वन म य क दन अन भव कए बन हम मस ह क द ह और जग म कभ भ भ वश ल नह ह सकत! कई ब र, ल ग अपन श र रक थक न क क रण अपन दय क स बह परम र स मलन क लय त य र नह कर प त ह पर य द हम, दन क आर भ ह त मस ह स वक क प म थ न क श त समय (quiet time) बत त ह, तब श र रक थक न क ओर हम र य न नह लग रह ग उसक बज य, भजन स हत ११९:१५४ क अन स र हम उसक वचन क अन स र जल ए ज ए ग हम म स कई इस ब त क एहस स नह करत ह, क कई ब र हम र ण तकल फ म ह य क हम परम र क स थ त दन समय बत न क अह मयत नह द त इन तकल फ क जड़ यह ह क य गत त र पर हम अपन ज वन क ब र कय क लए परम र क वचन (ज स परम र द खत ह!) स एकमत नह ह ए क छ ल ग अपन बच व श ल (defense mechanism) स अपन प प वभ व क बह त व णत स छप न म इतन म हर ह, क व यह व क र नह करत ह क उनक तकल फ ह उनक र सम य ओ क छप न क क शश क न च असल क रण दब रह ज त ह व परम र स सह १५
स ब ध न ह न क क रण कई क र क ल नय स म सत रहत ह तब म स परम र यह बत न क क शश करत ह क उसक आ म श कत ह (इ फ सय ४:३०), य क उ ह न परम र स घ न स ब ध क स थ दन क श आत नह क परम र स त स बह मलन र म चक ह जब एक व स परम र क स मन न और ट ट ह आ तथ ल ग क स मन न ह त ह, तब उसक प स वय क बच न क लए क छ भ नह ह त ह, तब वह दन म कई ब र परम र क स मन उसक स नन क लय ज त ह परम र अपन ई र य बन वट द न करत ह य प सब मस ह प प ह, फर भ यह बह त स दर ब त ह क हम उस स प ण परम र स स प ण बन ए गए स त बन कर मल सकत ह परम र ज ह उस वजह स हम उसक आर धन और स म न कर सकत ह, यह इकर र करत ह ए क हम मस ह स अलग ह कर क छ भ नह कर सकत (य ह न १५:५ब) हम अपन मज ज (moods) य वषय मकत (subjectivity) क हम र व त पर ह व नह ह न द त और न ह नक र मक भ व (negative attitudes) क हम र प स आन द त उसक बज य हम परम र क र हम र क त म नव स क ज़ रय स न क त क ओर सम प त ह ज त ह जब हम प र तरह स मस ह पर य न लग त ह, तब परम र क अल कक वभ व हम र इ स न य व स दख ई द त ह १६
व स क र श कय ज न पर हम त स बह परम र क सम ज सकत ह प रण म व प, दन भर हम परम र क वच र क स च बन क ई श आत (initiate) नह कर ग य क य म व भ वक ग ण व स म य ह त ह उन सब पर प वऽ आ म क नय ऽण ह न च हए परम र क वचन कहत ह, सब न प प कय ह और परम र क म हम स र हत ह (र मय ३:२३) हर व स क धरत पर अपन दन श करन स पहल वग स सल ह ल न च हए! हम परम र स एकमत ह ज ए, तब उस ण गत (categorical) उपद श क र वचन व थ न क म यम स हम अपन दम ग क स च लत करन द त ह ज स मस ह य श क वभ व थ व स ह त ह र भ वभ व ह ( फ ल पय २:५) त दन क दब व व सम य ओ क क रण य क ल ह ज न बह त आस न ह फर भ य श नह च हत ह क क ई भ उन सम य ओ म य त रह इसक बदल, वह च हत ह क हम उसक र द गई प व य जन म अपन य न लग ए वह च हत ह क य क व स त दन एक ऐस समय ग ज र जह हम दब व व सम य ओ पर वजय प न क लय उसक स म य महण कर ऐस समय म वह हम इ स न क गलत यवह र क नभ न क लए अपन म और ध रज द त ह १७
य त मस ह स वक, य प रय, म त ओ, पत ओ, ब च, व प टर क लय यह समय कतन अ छ वध न ह परम र स हर स बह मलन हम र दल क भ व क त बय (reaction) क बज य म ल मल प क स वक ई म लग रहन क उ स ह द त ह हम प र थ तय क शक र ह न क बदल वज त ह ग य क हम अपन दय पर त स बह मस ह क श सन पहच न ग व कई म परम र हम यह कहकर र ह दख एग, म ग यह ह, इस पर चल (यश य ह ३०:२१अ) १८
न कष व स ह न क न त हम परम र र उसक य जन क लय ठहर ए गए समय पर भर स करन च हय हम परम र स स बह म ल क त करन ह और उस दन क लए उसक अन त क य जन म हम र य गद न क वषय म सट क प रभ ष महण करन ह बह त स व स परम र क वचन और प वऽ आ म क श सन क श म वजय ज वन नह ज रह ह परम र क र उसक वच र स हम र मन पर श सन इकल त तर क ह, जसस हर दन क दब व और पर ओ क स मन कय ज सकत ह और जब तक भ य श मस ह क स थ हम र नजद क स ग त (intimate communion) न ह, तब तक यह अस भव ह क हम उसक ज वन द सर क द न कर सक जब तक हम य श मस ह क ज नन म य गत समय न बत त ह, तब तक हम ज वन क ह ल त म क स उसक त न ध व कर प ए ग? यह हम सबक लए च न त ह क हम परम र क स थ क अपन स बह क श त-समय क अप ण कर और तरस, जसस उसक उप थ त दन भर ल ग क द श त ह! १९
परम र सच म त ह र परव ह करत ह य श त मस गहर म करत ह बहरह ल, यह त य क सभ न प प कय ह, हम परम र स अलग करत ह (र मय ३:२३; ६:२३) फर भ, परम र त ह र लए परव ह करत ह और वह अपन म त ह र स थ ब टन क लए एक तर क द न करत ह इ स न क लए य श मस ह क म इतन मह न थ क वह आय और म नव ज त क सभ प प क लए ब स पर मर उसन त ह र लए अपन लह बह य जसस त म म प सक और अन त ज वन प ओ इकल त च ज ज वह त मस म गत ह क त म स ध रण व स म अपन ओर उसक च रऽ और म पर भर स करत ह ए और उस अपन उ रकत क प म व क र करत ह ए, उसक प स आओ ज क ई भ भ क न म क प क र ग, वह बच य ज एग ( रत क क म २:२१) बस थ न कर, य य श, म ज नत ह क म एक प प ह म त ह अपन य गत उ रकत क प म व क र करत ह म झ इतन म करन क लए ध यव द क त मन म र लए ज न द जसस म त ह र स थ अन त ज वन बत सकत ह, आम न वह व द करत ह क वह कभ त ह म करन ब द नह कर ग और न ह वह कभ त ह छ ड़ ग य य ग ग (इ नय १३:५) ब इ बल पढ़न, थ न करन, और एक अ छ ब इबल पर व स करन व ल चच म भ ग ल न क र उसक स थ अपन स ब ध क वक स कर अ धक ज नक र क लए स पक कर : म टर म स नव म बई चच व बस इट: www.vashichurch.com
ह द अन व दत स करण क वषय म इस प तक क आ मक ज वन म क मत क य न म रखत ह ए म टर म स नव म बई चच क ट म क सद य क य गद न स इसक अन व द और क शन कय गय ह थ न य त र पर अ धक ज नक र क लए आप हम स पक कर सकत ह : म टर म स नव म बई चच (GGNMC) व श, नव म बई, भ रत + (91) 97020 81387 ई-म ल: mail@vashichurch.com व बस इट: www.vashichurch.com आ मक पर मश क वषय म : www.vashichurch.com म टर म स कल सय क व भ न थ न पर चच, थ न सभ ए, ब इबल क ल, य थ स वक ई, क उ स ल ग स वक इय ह क पय ज नक र क लए स पक कर : म बई एव उ र भ रत : www.ggfmumbai.org ब गल एव द ण भ रत : www.ggfblr.org
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