वह एक नव म स ल ह और अपन प स क त त रखन च हत ह حديثا وتر د إبقاء للكب عندها مت أسل ] هندي - Hindi [ fgunh - अन व द : स इट इस ल म प रश न और सम य जन : स इट इस ल ह उस رمجة: موقع الا سلام سو ال وجواب تنسيق: موقع islamhouse 2012-1433
वह एक नव म स ल ह और अपन प स क त त रखन च हत ह म ज नत ह क घर म क त त रखन हर म ( न षद) ह, क त म र प स ग य र स ल स एक क त त ह, फर म न इस ल स व क कर लय, म र प स क त त म र इस ल स व क करन क प वर स ह ह, त क य म र नम ज़ क़ब ल ह ग ॽ जब क त त मर ज य ग त म द सर क त त कभ भ नह ल ऊ ग ; क य क अब म झ पत ह क यह हर म ह हर प रक क प रश और स क वल अल ल क लए ह सवर प र: इस ब त स अवगत ह न उ चत ह क इस ल क अथर ह अल ल तआल क आद श क प र समपर करन, उसक शर अत (क़ न न) क आ क रत और अल ल सवर श क तम क हकमत (ततवद र ) क स व क करन, क य क इस ल क स र अल ल सवर श क तम क ग ल म (उप सन ) क प रप णर करन म न हत ह, और ब द अल ल तआल क ग ल म, उप सन और उसक ओर अपन नधर नत म जतन अ धक ह ग, अल ल तआल उसक म हम, प र तष, और त फ क़ म व द कर द ग तथ अल ल सवर श क तम क नकट उसक म न यत (स व क यर ) बढ़ ज य ग 2
म मल क आध र - ऐ समम न प रशत र- अल ल क महब ब और उसक ईपद य और स द ष ट ओ -उन पर अल ल क दय और श त अवत रत ह - क महब ब पर स प ह, ज स क अल ल सवर श क तम क फरम न ह : ول ف ور غف ر ل و م ل ب ع و ب ب ون م ق لإ ن ك ن ت ا ت ] آل عمران: [٣١ ح يم ر م ل ن و م ذ कह द जए अगर त म अल ल तआल स महब ब रखत ह त म र प रव (अन सरण) कर, स वय अल ल तआल त म स महब ब कर ग और त म ह र ग न ह म फ कर द ग और अल ल तआल बड़ म फ करन व ल और बह त म हरब न (दय ल ) ह (स रत आल इम र ३१) अत प य व महब ब पर ह आक श और धरत स प ह, और इस स म सलम न क दल ज वत ह त ह जब क वह अल ल क ख श क तल श कर रह ह त ह, ब ल म सलम न और ग र म सलम न क ब च यह अ तर ह ; क य क म सलम न अल ल क शर अत (क़ न न) और उसक तकद र क अल ल क सम म और महब ब क त र पर आ क र और प लनकत र ह त ह, पर त एक ग र म स ल यह स चत ह क अल ल क लए ग ल म क मतलब अथर और भ वन स रक क छ नयमय और सद ध क जबरन प रव ह, जब क अल ल सवर श क तम क फरम न ह : 3
] بلقرة : [٢٥٦ م ن لل لر ش د ف ل ي ن ق د ت راه لا إ ك द न म कस तरह क ज़बरदस त (दब व) नह क य क हद यत ग मर ह स (अलग) ज़ हर ह च क ह (स रत ल बक़र : २५६) द सर : जब म सलम न क इस ब त क पत चल ज त ह क अल ल तआल क महब ब क उसक सव हर च ज़ क महब ब पर म क़द (प वर) ह न अ नव यर ह, और उसक आ क रत, अल ल क प रसन और उसक महब ब क वर ध करन व ल हर इच छ और च हत पर मक रखत ह, और यह क व स वक महब ब क नश न अल ल क आ क रत और हर छ ट बड़ च ज़ म उसक आद श क प लन करन ह : त उसक लए अपन मन क इच छ क वर ध करन और द नय क म म य म स हर च ज़ क त य द न आस न ह ज त ह, य द उस त य गन म सवर स स क प लनह र क प रसन और ख श ह तथ उसक ऊपर अल ल सवर श क तम क लए अपन ज न व म ल क अपर ( नछ वर) कर द न आस न ह ज त ह, य द वह ब लद न अल ल क प और उस क प रसन क प त ह, अल ल सवर श क तम न फरम य : 4
نة قات ل ون ن ه م م و م ن واله م وأم ب ل ل ف إ ن ل لش ت ى م ن ال أ ف س ه م و أ ن وم لي آ ن ر ا ة والا ي ل والق ر ا ف لو ي ق ت ل و ن و ق ت ل و ن وعدا ع ه حق ل ك يم يع م و فوز عظ ل ا س ت ش و ا ب ب ل ي ب ا ع ت م ب ه وذ ه ال ال س ب ي ل ل ب ع ه د ه م ن [تلو ة: ١١١ ] ब शक अल ल न म सलम नय स उन क ज नय और म य क जन न क बदल खर द लय ह, वह अल ल क र ह म लड़त ह जस म क़त करत ह और क़त ह त ह, उस पर सच च व द ह त र त, इ ज ल और क़ रआन म और अल ल स अ धक अपन व द क प लन क न कर सकत ह ॽ इस लए त म अपन इस स द पर ज कर लए ह ख श ह ज ओ, और यह बड़ क मय ब ह (स रत त त ब : १११) त सर : बन कस म तबर ल भ और फ यद क क त त रखन म सलम न क लए व जर (हर म) और न षद ह, उस क क रण उस क अज व सव ब म कम ह ज त ह, भल ह वह उस क क य क प णर तय नष न करत ह और उस क क रण उस क नम ज़ य उस क अल व अन क यर असव क न ह त ह, पर त उस क न क क अज बह त ह कम ह ज त ह, जस स म सलम न क प र दन घ ट ह त ह अब ह र र र ज़यल ह अनह स व णर ह क उन ह न कह क अल ल क प ग बर सल ल ह अल ह व सल ल न फरम य : 5
जस न क ई क त त रख उसक अमल स प र दन एक क़ र त कम ह ज त ह सव य ख त क क त त य मव श क क त त क इस ब ख र (हद स स ख य : ३३२४) और म स ल (हद स स ख य : १५७५) न रव यत कय ह तथ प र स ख य : (६९८४०) क उत त द खय नष कष : यह क जतन ल ब अव ध तक आप न क त त रख ह यह उस क रखन क व ध नह ठहर त ह, जब क नब सल ल ह अल ह व सल ल न इस स मन कय ह, और इसक क रण ब द क अज व सव ब और उसक अमल म इस मह न कम स स वध न कय ह, यदय प यह नम ज़ क व धत और श द ध म र क व नह ह जह तक पछल अव ध क ब त ह : त य द आप उस समय क त त रखन क हर म ह न क नह ज नत थ त इन श -अल ल (अल ल क इच छ स ) उस म क ई ब त नह ह और उस क क रण आप क अमल (न क ) म कम नह ह ग 6